Mahesh Jain 'Jyoti' Tag: ग़ज़ल/गीतिका 45 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Oct 2024 · 1 min read भरें भंडार 🦚 *भरें भंडार* ०००००००० दीप आशा के जलायें दूर ये अँधियार हो । सुरसरी के नीर सा पावन दिलों में प्यार हो ।।1 ० हर तरफ फैले अँधेरे देख कर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · ज्योति · दीपमाला 25 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 28 May 2023 · 1 min read सत्य जीवन का गीतिका…4 ————- गीतिका -०-०-०-०-०-०-०- (आधार छंद चौपाई , समांत आना, अपदांत ) ००००० आता जब उसका परवाना । चलता कोई नहीं बहाना ।। * पात डाल से जैसे टूटे ।... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल/गीतिका · गीतिका · जीवन 163 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Nov 2022 · 1 min read गीतिका एक गीतिका ...! -------------------------- (आधार छंद रजनी- मापनीयुक्त मात्रिक (२१२२ २१२२ २१२२ २) समांत- अता, पदांत- है । ००००००००००००००० रिमझिमा कर घन झरे मन मुग्ध करता हैै । ये लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 170 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 24 Oct 2022 · 1 min read दीपावली दीपावली की शुम कामनाओँ सहित एक गीतिका .......!!! * दी पा व ली * ------------- दीप का त्यौहार आया नेह के दीपक जला । यूँ लगे जैसे दिवाकर तम मिटाने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 300 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 14 Oct 2022 · 1 min read बेटियाँ *गीतिका* आधार छंद- स्रग्विणी मापनी - २१२ २१२ २१२ २१२ ००००० *बेटियां* ०००० खेलतीं, जूझतीं, जीततीं बेटियाँ। भारती की करें आरती बेटियाँ ।। ० भाल ऊंचा किया देश का विश्व... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 154 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 13 Oct 2022 · 1 min read करवा चौथ गीतिका ००० *करवा चौथ* ००० आई करवा चौथ सखी सब, मिल त्यौहार मनायें । कर सोलह शृंगार सजन को , अपने आज रिझायें ।। ० नयनों में काजल की रेखा,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 138 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Oct 2022 · 1 min read नहीं करते 🦚 *नहीं करते* ००००० जिनके दिल में स्वार्थ भरा है ,वे उपकार नहीं करते । नहीं पता हो लक्ष्य जिन्हें वे, मंजिल पार नहीं करते ।।1 ० वीर वही कहलाते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 193 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Oct 2022 · 1 min read डर. नहीं जाता 🦚 *डर नहीं जाता* *०-०-०-०-०-०-०* न कहलाता कभी वो बुत तराशा ग़र नहीं जाता । इबादत भी नहीं होती नवाया सर नहीं जाता ।। ० रवानी हो नहीं जिसमें उसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 119 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 10 Oct 2022 · 1 min read माँ 🦚 *माँ* ००० जन्म दे के सह रही है घोर दारुण पीर माँ । ओठ भींचे पी रही है आँसुओं का नीर माँ ।। ० हो गये कितने जमाने में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 122 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 9 Oct 2022 · 1 min read भरें भंडार 🙏 !! श्रीं !! सुप्रभात ! जय श्री राधेकृष्ण ! शुभ हो आज का दिन ! 🦚 *भरें भंडार* ०००००००० दीप आशा के जलायें दूर ये अँधियार हो । सुरसरी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 220 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 8 Oct 2022 · 1 min read सच 🦚 *सच* (221-1222-221-1222) --- हम भूल गये उसको कर याद न पाते हैं । ये कर्म हमारे ही दुख दर्द दिलाते हैं ।। - क्या क्या न किया हमने कुछ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 240 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 7 Oct 2022 · 1 min read क्यों 🦚 *क्यों* -------- दिखाते खेल प्रभु हर पल नहीं हम देख पाते हैं । नदी के नीर से बहते हुए जीवन बिताते हैं ।।1 - कहाँ से सूर्य आता है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 3 232 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Sep 2022 · 1 min read नहीं गीतिका 🦚 (१२२ १२२ १२२ १२) *नहीं* ***** कभी दिल किसी का दुखाना नहीं । छिपा दर्द दिल का सुनाना नहीं ।। * नयन मौन होकर करें चुगलियाँ । निगाहें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 251 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Aug 2022 · 1 min read जिंदगी * जिन्दगी * ---------- जिन्दगी उम्र को खाती है बडी होती है । वक्त के बोझ को सिर पर उठाये ढोती है ।।1 बोझ बढता है कि बढता ही चला... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 226 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 3 Jul 2022 · 1 min read मन प्रदूषित हुए संदली मन प्रदूषित हुए संदली ******* (गीतिका) आधार छंद -वामहालक्ष्मी मापनी- गालगा गालगा गालगा समांत-अली, अपदांत । ***** मन प्रदूषित हुए संदली । अब न महके हृदय की गली ।।1 ०... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका · संदली मन 121 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 16 Jun 2022 · 1 min read गीतिका गीतिका ! ***** दिव्य ज्ञान अपना अब हमको, इस जग को दिखलाना है । विश्वगुरू के सिंहासन पर , देश पुनः बैठाना है ।।1 * आस्तीन में छुपे हुए जो,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 142 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 14 Jun 2022 · 1 min read गीतिका गीतिका ...! आधार छंद गीतिका । २१२२ २१२२ २१२२ २१२ समांत-आने, पदांत-के लिये ******************** जिन्दगी प्यारी मिली है मुस्कुराने के लिये । डाल पर बुलबुल सरीखी चहचहाने के लिये ।।1... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 144 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 May 2022 · 1 min read पिता श्री गीतिका *** (आधार छंद गीतिका- 2122 2122 2122 212) समांत -अले, अपदांत *** दिन बहुत बीते नहीं मिल पा सके मिल के गले । छत नहीं सिर पर रही थी... “पिता” - काव्य प्रतियोगिता एवं काव्य संग्रह · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 243 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 12 Mar 2022 · 1 min read वह सब कुछ हारा वह सबकुछ हारा ** !!श्रीं !! समांत - आरा, आधार छंद- विष्णुपद । *** प्रेम नदी अंतस में बहती, पावन है धारा । ढाई आँखर जो भी पढ़ता, वह सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 137 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 19 Jan 2022 · 1 min read प्रेम की रीत !! श्रीं !! आधार छंद शृंगार (16 मात्रा , त्रिकल के बाद द्विकल, चरणांत गाल) ००० *प्रेम की रीत* ००० छिपा हो जब अंतस में प्यार । करे सजनी सोलह... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 294 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 16 Jan 2022 · 1 min read कोरोना *कोरोना* ०००००००० यह प्रभु की कैसी माया है ? गया हुआ जो फिर आया है ?1 ० घूम रहा है लेकर खप्पर। इसका पेट न भर पाया है ।।2 ०... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 427 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Jan 2022 · 1 min read शर आर हो या पार हो !! श्रीं !! शर आर हो या पार हो ---------------------------- ० कुछ कीजिये हल्का सभी का तनिक सा तो भार हो । कम हो घुटन मुख पर हँसी उर में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 228 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 4 Jan 2022 · 1 min read राम न बन पाये (आधार छंद - वाद्विभक्ति) !! श्रीं !! ००००००००० राम न बन पाये ०००००००००० सिद्धांत न गीता के हमने पढ़ अपनाये । रामायण तो बाँची पर राम न बन पाये ।।१... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 204 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 3 Jan 2022 · 1 min read चलो सखे गीतिका आधार छंद- वाचामर मापनी- 2121 2121 2121 212 ००००० चलो सखे ००००० !! श्रीं !! गंदगी भरी हुई बुहारते चलो सखे । प्रेम खो कहाँ गया निहारते चलो सखे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 517 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 31 Dec 2021 · 1 min read जलने दो ००००००००० अब जलने दो ००००००००० (आधार छंद- वातायमा, मापनीयुक्त मात्रिक, 16 मात्रा , समांत-अलने , पदांत- दो । मापनी- गागाल लगागा गागागा ००० लो सूर्य ढला तो ढलने दो ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 411 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 30 Dec 2021 · 1 min read सार जीवन का !! श्रीं !! (गीतिका -आधार छंद आल्ह/वीर छंद - 31 मात्रा , 16- 15 पर यति, चरणांत गाल, समांत आर , अपदांत !!) ००० सार जीवन का ००००००००० माया बनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 378 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 29 Dec 2021 · 1 min read सुन रे पहरेदार !!श्रीं !! (सरसी छंद) ००० सुन रे पहरेदार ! ०००००००००० धन पर बैठे हैं विषधर से , लोग कुंडली मार । बहुत सजग तुझको रहना है, सुन रे पहरेदार ।।१... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 261 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Dec 2021 · 1 min read सूरज !! श्रीं !! गीतिका *सूरज* ००००० (आधार छंद- सार, 28 मात्रा, 16-12 पर यति, अंत वाचिक गागा ।) ००० माघ-पौष के सर्द दिनों में, नजर न आता सूरज । घिरा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 387 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 26 Jun 2021 · 1 min read जिंदगी संघर्ष है !! श्रीं !! गीतिका ००००० *जिंदगी संघर्ष है* ००००० मौन पी ले पीर तू कहना मना है । गा इसे ये जिंदगी है वंदना है ।।१ ० कब बुझाई है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 307 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 25 Apr 2021 · 1 min read देखिये न ! देखिये न ! ० दरारें दिख रहीं हैं आज दरिया के किनारों में । घुली है पीर सी चहुँ ओर बिखरी इन बहारों में ।।१ ० जरा भी मन नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 273 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 28 Feb 2021 · 1 min read कुंद हो न धार माँ *गीतिका* ००००००० (आधार छंद शिव- ११ मात्रा मापनी- गा ल गा ल गा ल गा समांत-आर , पदांत-माँ) ००० *कुंद हो न धार माँ* ००० तू बड़ी उदार माँ ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 268 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 4 Feb 2021 · 1 min read गीतिका ००० *गंदगी से भरे क्यों हृदय संदली* ००० तोड़ने को अगर हाथ बढ़ते रहे, फूल बनकर खिलेगी न कोई कली । है सुरक्षित न कोई कहीं भी यहाँ, हो हमारी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 314 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 22 Jan 2021 · 1 min read यादें * यादें * --- (मापनी-1222 1222 1222 1222 ,समान्त -आने, पदान्त-याद आते हैं ) --- किधर जाने गये वो दिन पुराने याद आते हैं। किये कितने कहाँ कैसे बहाने याद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 1 440 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 6 Oct 2018 · 1 min read दूर जाना है गीतिका...! ००० *दूर जाना है* ***** कभी तो सोच ले मन रे ,कहाँ तेरा ठिकाना है । सभी कुछ छोड़ कर तुझको, यहाँ से दूर जाना है ।। * नहीं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 11 Sep 2018 · 1 min read एक चिंगारी बहुत है एक गीतिका ...! -------------------------- (आधार छंद रजनी- मापनीयुक्त मात्रिक (२१२२ २१२२ २१२२ २) समांत- अता, पदांत- है । ००००००००००००००० रिमझिमा कर घन झरे मन मुग्ध करता हैै । ये लगे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 18 Aug 2018 · 1 min read नहीं करते आज एक गीतिका ......! ००००० *नहीं करते* ००००० जिनके दिल में स्वार्थ भरा है ,वे उपकार नहीं करते । नहीं पता हो लक्ष्य जिन्हें वे, मंजिल पार नहीं करते ।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 516 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 10 Jun 2018 · 1 min read डर नहीं जाता *डर नहीं जाता* *०-०-०-०-०-०-०* न कहलाता कभी वो बुत तराशा ग़र नहीं जाता । इबादत भी नहीं होती नवाया सर नहीं जाता ।। ० रवानी हो नहीं जिसमें उसे दरिया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 386 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 21 Apr 2018 · 1 min read सत्य जीवन का गीतिका...! ------------- *सत्य जीवन का* -०-०-०-०-०-०-०- (आधार छंद चौपाई , समांत आना, अपदांत ) ००००० आता जब उसका परवाना । चलता कोई नहीं बहाना ।। * पात डाल से जैसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 567 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 19 Apr 2018 · 1 min read करें कुछ नया गीतिका....! *करें कुछ नया* (आधार छंद-गीतिका ,मापनी-२१२२ २१२२ २१२२ २१२) *** बीज मन के बंजरों में रोपना होगा नया । फिर बहारें आ सकें पथ खोजना होगा नया ।। *... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 197 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 2 Apr 2018 · 1 min read नहीं एक गीतिका.....! (मापनी- १२२ १२२ १२२ १२) ***** *नहीं* ***** कभी दिल किसी का दुखाना नहीं । छिपा दर्द दिल का सुनाना नहीं ।। * नयन मौन होकर करें चुगलियाँ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 532 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 19 Oct 2017 · 1 min read भरें भंडार * भरें भंडार * *********** दीप आशा के जलायें दूर ये अँधियार हो । सुरसरी के नीर सा पावन दिलों में प्यार हो ।। * हर तरफ फैले अँधेरे देख... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 283 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 15 Jul 2017 · 1 min read आदमी पिसते' पिसते आज बौना हो गया है आदमी । मातमी ख़त का सा' कौना हो गया है आदमी ।।1 - जिन्दगी पर इन्द्रधनुषी तन गई है वासना । देखिये कितना... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 289 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 31 Jan 2017 · 1 min read नमन शारदे शारदा माँ को हमें नित सिर नवाना चाहिए । वन्दना कर के हमें उनको मनाना चाहिए ।। - है छटा अति श्वेत सुन्दर वेश की परिवेश की । नैन में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 285 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 31 Jan 2017 · 1 min read नमन शारदे शारदा माँ को हमें नित सिर नवाना चाहिए । वन्दना कर के हमें उनको मनाना चाहिए ।। - है छटा अति श्वेत सुन्दर वेश की परिवेश की । नैन में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 818 Share Mahesh Jain 'Jyoti' 31 Jan 2017 · 1 min read नमन शारदे शारदा माँ को हमें नित सिर नवाना चाहिए । वन्दना कर के हमें उनको मनाना चाहिए ।। - है छटा अति श्वेत सुन्दर वेश की परिवेश की । नैन में... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 601 Share