Mahender Singh Tag: शेर 80 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Mahender Singh 28 Jul 2021 · 1 min read शिनाख्त तेरे माथे की सनक, शिनाख्त ना बन जाये तुम्हारी, शिकायत तुम से नहीं, बिना बिंदिया के, जमाने का दस्तूर ऐसा है. . ये सिंदूरी चमक तेरे माथे की, रक्षक है... Hindi · शेर 4 2 483 Share Mahender Singh 28 Jul 2021 · 1 min read अरमान मेरे अरमानों को तैरते देख चूहे मत छोड़ देना कहीं..., उन्हें पंख से संवारा है मैंने, मंजिल मिलेगी जरूर...., उड़ कर ही सही ......?☺️ Hindi · शेर 3 2 218 Share Mahender Singh 23 Jul 2021 · 1 min read तरवर मैं तेरे मुहरों में से एक नहीं, कुहरे में छुप जायें वो दरख्त नहीं, मेरी मौजूदगी ही काफी है देते रहेंगे जो मिला है, छाँव, पुष्प, फल और समूल. डॉक्टर... Hindi · शेर 3 2 325 Share Mahender Singh 23 Jul 2021 · 1 min read बख्शीश बेहाल हैं वो लोग जो खैरियत बख्शीश देने गये कोई थे अजीज शख्स गुजरने के बाद उनके. मिजाज ए शोहरत कैसा है. ले कर गये सबकुछ, खजाने हवाले जहां के... Hindi · शेर 6 3 558 Share Mahender Singh 18 Jul 2021 · 1 min read झनक झनक आती रही हम बजाते रहे वो बुझाती रही हम जलाते रहे. उनके जोर जुल्म उस दीये को बुझा न सके. जो सबको मिला. . रात आती कभी चांदनी लेकर... Hindi · शेर 6 4 515 Share Mahender Singh 16 Jan 2018 · 1 min read एक शेर पुष्टि के साथ. दिल के दर्द की दवा नहीं पास मेरे, हम तो "दिल ए दर्द" देते है, जिस किसी को दिल महफूज़ रखना है, "दर्द ए दिल" दवा खोज लें, . अौषधि... Hindi · शेर 1 1 259 Share Mahender Singh 14 Jan 2018 · 1 min read यह अब आपकी समझ. 1. जीने का ढ़ंग क्या बदला, लोगों ने साम्प्रदायिक कह दिया, खाता हु पीता हु नित्यकर्म करता हु. इसमें भी जाति वर्ण धर्म दिखता है तुम्हें. खामोश हु वाचाल नहीं,... Hindi · शेर 1 1 421 Share Mahender Singh 12 Jan 2018 · 1 min read लफ़्ज हैं.. पर श्रेणी मालूम नहीं !! नफरत नहीं है माध्यम ऊंचाई पाने को, लोकतंत्र में उसके भी भाव लगते देखे हैं, ज्यादातर लोगों की है भाव-दशा यही, मिलजुल लूट लेते है शोहरत गरीब की, . फैली... Hindi · शेर 1 1 312 Share Mahender Singh 10 Jan 2018 · 1 min read कमाई के पैमाने बदले ! छोड़ दो मुर्दों पर रोटी सेंकना, जिंदा लाशों का ढ़ेर क्या कम हैं, (कमाई कर खा लेने दो) बस इतने से रहम की उम्मीद है, नामुराद इससे भी मुक़र गए..!!... Hindi · शेर 1 1 334 Share Mahender Singh 21 Dec 2017 · 1 min read बदलाव पर शेर हिसाब रखना है तो, रख कुछ इस तरह, कुछ शेष तो नहीं बचा, अब देने के लिए, . सनातन पर छाप है, नूतन है अब प्राण, पुरातन कौन कहे, जब... Hindi · शेर 1 1 280 Share Mahender Singh 20 Dec 2017 · 1 min read हकीकत में जिंदगी.. अभिनय से अलग होती है, कुछ तो खास है सभी की जिंदगी में, वरन् कौन अपना कैसे बेगाना कहते, . चाहत की झलक मृग-मरीची की भांति है, दूर से सब पूरी पास जाकर देखें सब... Hindi · शेर 1 1 256 Share Mahender Singh 5 Dec 2017 · 1 min read हवा और फिज़ा ये जो हवा का रुख है ! मौसम का मिज़ाज है ! इन हवाओं में ! इन फ़िज़ाओ में ! खो न जाना कभी ! इनमें नूतन रास्ते ! खोज़ने... Hindi · शेर 1 1 542 Share Mahender Singh 3 Dec 2017 · 1 min read शेर खुद को पहचान !! जीवन में अगर ! खुशबू की जरूरत होती ! साथ लगी होती !! कस्तूरी मृग नाभि बसे ! आपकी भी महकती होती !! . जिन्हें खुशबू चाहिए ! सौन्दर्य प्रेमी... Hindi · शेर 1 1 516 Share Mahender Singh 30 Nov 2017 · 1 min read अंदाज़ सूफीयाना !!! तमन्ना है ! बदल चले विधि विधान ! ताजूब ये हुआ ! गुजर गए बिन व्यवधान ! पनाह उन्हे चाहिए ! जो है गुनहगार ! या कर बैठे है विरोध... Hindi · शेर 1 1 457 Share Mahender Singh 25 Nov 2017 · 1 min read लोगों का वास्ता ! कौन के हक के लिये लड़े, किन किन से बुरा बने ! मतलब निकलने बाद ! सब एक जैसे हो जाते है ! जब धर्म ने ही !!! रहम न... Hindi · शेर 1 1 355 Share Mahender Singh 25 Nov 2017 · 1 min read मिजाज आशियाना नजर के खेल में ही नजरें चार होती हैं ! नफरत के खेल में धरती लाल होती है ! . अजीब है इश्क की शुरुआत ! महेंद्र अनजाने को भी... Hindi · शेर 1 1 477 Share Mahender Singh 22 Nov 2017 · 1 min read शेर अहं को है जवाब ! हस्र तो देखो झूठी शान का, अकड़ बकड़ बम्बई बो, गिने गिनाए पूरे सौ, आन्ना बचा न पास में, . जो बढ़ न पाएं हाथ ममद को, वो खुद को... Hindi · शेर 1 1 239 Share Mahender Singh 20 Nov 2017 · 1 min read जरा सा रुके ! और सोंचे ! मालूम नहीं लोगों के मन से कुंठा निकलती नहीं है ! माँ खुद गीले में रहकर, बच्चे को सूखे में सुलाती है ! . पता नहीं ये समाज ! अपनों... Hindi · शेर 1 1 330 Share Mahender Singh 19 Nov 2017 · 1 min read शेर:-नहीं है मेरे पास ! नहीं है मेरे पास, कुछ भी दिखावे को, जो है वो सबके पास है, क्या करें गुमान उस पर, आया एक हवा का झोंका, सब कुछ बिखर गया, . संजोना... Hindi · शेर 1 1 667 Share Mahender Singh 19 Nov 2017 · 1 min read शेर:- धर्म और आस्था, धर्म की कहानियां, असंतुष्ट लोगों ने लिखी हैं, संतुष्ट लोग तो, इसमें रोजगार खोजने में लगे है, . धर्म का मार्ग तो, खुद ही आस्था पर टिका हैं, लोग एक... Hindi · शेर 1 1 424 Share Mahender Singh 14 Nov 2017 · 1 min read शेर की तरह/पर शेर नहीं, *शरहदें दो मुल्क की पहचान, शर्त दो यारों की, दो भाईयों की पहचान, आंगन में दीवार, प्रेम-प्यार दो दिलों का है मिलन है, दो जिस्म एक जान, लाख पहरे हो,... Hindi · शेर 1 1 317 Share Mahender Singh 13 Nov 2017 · 1 min read आज गीदड़ भी शेर है, *भिगा हुआ हु पर लिप्त नहीं, किंतु "प्रेस के कोट" वाले दूर रहे ! शायद क्रीज खतरे में हो, गंदा तो पहले से ही बहुत है, . इतिहास को देखकर... Hindi · शेर 1 1 668 Share Mahender Singh 11 Nov 2017 · 1 min read शेर..यथार्थ का बोध* ***स्वीकार किया है हमने, उसका नाम ताकि थोप सके, अपनी बुराई उसके नाम, खुद जिम्मेदारी लेने में बड़े झंझट है, . चिंतन है मानव की एकमात्र पहचान, बुढ़ापा नहीं कोई... Hindi · शेर 1 1 471 Share Mahender Singh 8 Nov 2017 · 1 min read शेर जो दे *आपके तंत्र को नया आयाम* **पत्थरों के खोजी, उंगलियों में नीलम पहनते हैं, सुना है हर किसी को, माफिक नहीं आते, फैले है लाखों तौर-तरीके, उस एक ईश की खोज में, कोई इस विधि चढ़ा,... Hindi · शेर 1 1 444 Share Mahender Singh 8 Nov 2017 · 1 min read अध्यात्म एक अनुभूति, आयोजन से दूर, *गुफ्तगू थी तेरे मेरे बीच में, जमाना समझने लगा ! क्या खाक समझा ? जो बात थी अन्दर के भावों की, उन्हें बाहर परखने लगा, . ताला बंद ही कब... Hindi · शेर 1 1 619 Share Mahender Singh 7 Nov 2017 · 1 min read कुछ शेर *जो अपने हकों की रक्षा करना सिख लेते है, उनका कभी ...पतन नहीं होता, उन्हें कोई गुलाम नहीं बना सकता, . कुछ लोग कमाते इसलिये है ताकि, दूसरों के घरों... Hindi · शेर 1 1 379 Share Mahender Singh 28 Oct 2017 · 1 min read नास्तिक हु आस्तिक तुम भी नहीं, **जीवन अभिनय दुनिया एक मंच फिर काहे कि जाति काहे का पंथ, . **भूलना मत उसी तरह दुनिया देखी है, जैसे सबने देखी है, शिखा रख तू श्रेष्ठ कैसे ?... Hindi · शेर 1 1 594 Share Mahender Singh 25 Oct 2017 · 1 min read शेर भी दोहे भी, **मुझे न भड़काओ यारों, मैं धधकती हुई ज्वाला हूँ, हाथ सेकने को नहीं, हीरा बनाती हूँ रुपांतरण मेरी भाषा, . भीड़ तेरी शक्ल ना सुरत, काम करती है तू औंदा(उलटे)... Hindi · शेर 1 1 454 Share Mahender Singh 14 Oct 2017 · 1 min read शेर.."उस एक की पहचान" किन किन से उलझिएगा, तुम्हारे जैसे सिर्फ तुम ही हो, एक अकेले उसकी विशिष्ट कृति, गौर फरमाईयेगा, या फिर जिंदगी भर कष्ट पाईयेगा, जो जी में आये वो करियेगा, पर... Hindi · शेर 1 1 605 Share Mahender Singh 6 Oct 2017 · 1 min read शायरी-- शेर-शायरी:- जीवन-नृत्य,आभास और लेखन, गर जिंदगी तुझे ..मुझसे प्यार नहीं, तो देखकर मुस्करा ..क्यों देती हो, हर पल जीना सिखाती हो, इतना ऐतबार मुझ पर क्यों करती हो, झंझटों में... Hindi · शेर 1 1 348 Share Previous Page 2