ललकार भारद्वाज Tag: कविता 110 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid ललकार भारद्वाज 14 Nov 2024 · 1 min read मैं तेरा हूँ जिस्म मेरा और दिल तेरा है। इस दिल की धड़कन तेरी है।। रूह मेरी और चाह तेरी है। इस चाहत की राह तेरी है।। हँसी मेरी और बात तेरी है।... Hindi · कविता 14 Share ललकार भारद्वाज 26 Aug 2024 · 1 min read चक्रधारी श्रीकृष्ण मेरे गिरधर मेरे नन्दलाल, मेरे गोपाल लगते हो। मेरे हमदम मेरे हमराज, मेरे तुम कौन लगते हो ।। कभी बाके कभी कान्हा, कभी रणछोर लगते हो। कभी तनमे कभी मनमे,... Hindi · कविता 1 1 33 Share ललकार भारद्वाज 6 May 2024 · 1 min read मनु और मोदी एक मनु और एक हैं मोदी, दोनो ने निष्पक्ष ही होके। संपूर्ण धर्म को एक किया, फिर भी अपनो ने बदनाम किया।। एक ने जीवन को दी थी ज्योति, एक... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 58 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read हमदर्द दर्द बताए तुमको कैसे, और दर्द छुपाए तुमसे कैसे। तुमको दर्द बताए अपने, अब तुमसे दर्द छुपाए कैसे।। तुम्ही तो हो जिसको हमने, राज बताए कैसे कैसे। तुम बिन हँसना... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 87 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read मेरे भाव मेरे भाव जब तुम समझने लग जाओगी फिर किसी और की नहीं सिर्फ मेरी बन जाओगी कड़वा बोलता हूँ सिर्फ तुम्हारे लिए बोलता हूँ तुम मुझ में नहीं मेरी आत्मा... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 74 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read माँ बनना कोई खेल नहीं दर्द सहोगी खुशहाल रहोगी, माँ बनना कोई खेल नहीं। माँ की ममता सबको प्यारी, माँ बनना कोई खेल नहीं।। नवजीवन को धरा पर लाना, माँ बनना कोई खेल नहीं। माँ... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 74 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read तुझमें बसते प्राण मेरे बस ऐसे ही ना तुझको चाहूं, तुझमें बसते प्राण मेरे हैं। प्राणों से भी प्यारी हो तुम, मेरी जिम्मेवारी हो तुम।। तुझ पर जीवन अपना वारू, देख अनोखा प्यार तू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 133 Share ललकार भारद्वाज 3 May 2024 · 1 min read ललित ललित कहे हर शब्द ललित ही। ललित सुने हर शब्द ललित ही।। ललित जपे हर शब्द ललित ही। ललित ललित है ललित ललित ही।। ललित कलाएं और ललित बलाएं। ललित... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 1 58 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 2 min read देश को कौन बचाएगा तुम्ही देश को फूंकोगे तो, देश को कौन बचाएगा? देश बचाने की खातिर, बलिदान कौन हो पाएगा?? देश फूंकने को आतुर, वो हर जुम्मे को रहते हैं। देश बने गजवा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 78 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read अपराध बोध तू दर्द समेटे रहती हैं, तू मुझसे सब कुछ कहती हैं। तू मुझको अपना सखा कहे, तू खुद को मेरी सखी कहे।। तू भोली भाली प्यारी सी, तू सबसे प्यारी... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 45 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read तुम्हारा यूँ और तुम्हारी बस तुम्हारा यूँ गायब होना मुझे डरा देता है लगता है कहीं मुझसे कोई गलती तो नहीं हुई जिससे तुम नाराज हो गई हो तुम्हारा यूँ मुझको नजरअंदाज करना मुझे डरा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 50 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मौसम बारिश वाला बिजली चमक रही हैं, बादल गरज रहे हैं। बारिश बरस रही हैं, सर्दी भी लग रही हैं।। अच्छा हुआ जो हम भी, बिस्तर में घुस गए हैं। बिस्तर भी ठंडा... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 48 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read दुर्घटनाएं दुर्घटनाएं घटती हैं, जाने मे अनजाने में। इनको कभी ना रखना तुम, दिल के तहखाने में।। ये दुखी सदा ही करती हैं, इन्हे अगर तुम याद रखो। जिस को जो... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 47 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read ममता तुम्हारी तुम्हारी हर परेशानी, परेशान कर जाती हैं। तुम्हारे लिए, कुछ ना कर सकूँ।। ये बात भी तो, परेशान कर जाती हैं। मैं तुम्हे चाहता हूँ, इस कद्र, कि... ये चाहत... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 44 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read एक लड़की एक लड़की... मान हैं अभिमान हैं दो कुलो की शान हैं एक लड़की... गुमनाम हैं स्वाभिमान हैं दो कुलो का कीर्तिमान हैं एक लड़की... गुणवान हैं दयावान हैं सदा बहकाता... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 26 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read इजहारे मोहब्बत हम इजहारे मोहब्बत का इजहार करे कैसे? तुम्हे प्यार किया हमनें इकरार करे कैसे? अब तुम्ही हमे बतलाओ तुम्हे प्यार करे कैसे? हम इजहारे मोहब्बत का इजहार करे कैसे? ये... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 64 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मेरे नसीब मेरे नसीब मे नहीं तो क्या, जो हैं वो तो मिल ही जायेगा। जो नहीं हैं मेरे नसीब मे, मिल कर भी चला जायेगा।। मैं खुश हूँ बहुत, तुने इतना... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 53 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read मेरी जिन्दगी बेशक तू कहती हैं, कि, तू खूबसूरत नही ए जिन्दगी। पर मुझसे तो पूछ, मेरी तो, हर तमन्ना हैं तू जिन्दगी।। मेरी तो हर अर्जओ आरज़ू, तुझसे ही तो सुरू... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 34 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read तुम बन जाना मैं नही बन सकता यदि कृष्ण तुम्हारा, तुम तो राधे बन जाना। मैं नही बन सकता यदि राम तुम्हारा, तुम तो सबुरी बन जाना।। मैं नही बन सकता यदि वामन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 62 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 1 min read हंसते-हंसाते हंसते-हंसाते हर गम छुपा, खुशियां मनाते चल हम रहे है । सदियो के जख्मो को सिलते-सिलाते, मरहम लगाते बढ हम रहे है ।। अपना पराया ना करते है वो तो,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 41 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 2 min read जब बनना था राम तुम्हे जब बनना था राम तुम्हे, दुर्योधन बन कर बैठ गये। जब करना था काम तुम्हे, स्वार्थ साध कर बैठ गये।। निगम रखा था नाम तुम्हारा, निर्गुण बन कर बैठ गये।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 63 Share ललकार भारद्वाज 2 May 2024 · 2 min read धर्म युद्ध जब चलना हो तो धर्म युद्ध जब चलना हो तो, निमंत्रण नही दिया जाता। कर्म शुद्ध जब हो अपना तो, इन्तजार नही किया जाता।। ललित लालसा हो समाज की तो, पुकार नही करी जाती।... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 47 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read तेरे दर पर मैं तेरे दर पर बैठा हूँ, मुझे तू भगा नहीं देना। मैं तेरा बना रहूँ रक्षक, मुझे तू दगा नहीं देना।। मैं तेरी फिक्र करता हूँ, मेरा तू जिक्र न... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 61 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read तुम बिन तुम बिन तुम्हें बताएं कैसे, रहते हैं हम तुम बिन कैसे? ना दिल लगता हैं खाने में, ना दिल लगता हैं पीने में।। यह तो कुछ भी नहीं हैं प्यारे,... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 82 Share ललकार भारद्वाज 1 May 2024 · 1 min read सखी जिद का जीवन नहीं है अच्छा, सुन ओ मेरी प्यारी सखी। गुस्सा अपने हमें जलाता, सुनले मेरी प्यारी सखी।। कोई नहीं जीवन में अपने, खुशियों की है बहुत कमी। सुन... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 1 52 Share ललकार भारद्वाज 23 Apr 2024 · 1 min read जन्मोत्सव अंजनि के लाल का राम दास और राम दुलारे। राम को अपने हृदय धारे।। राम भजन जो गाते हरदम। राम बिना ना स्वास को धारे।। राम हैं जिनमे राम के जो हैं। राम पे... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 5 2 52 Share ललकार भारद्वाज 21 Apr 2024 · 1 min read संवेदना कितना दर्द समाया तुझमे, कितने दर्द सहे हैं। आँसु मेरी आँखों से, सारी रात बहें हैं।। कैसे कहूँ? क्या मैं करूँ? समझ नही अब कुछ आता हैं। दर्द तेरा जो... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 1 74 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read मैने माथा चूम लिया मेरे दिल की चाह बहुत थी, उसके दिल का पता नहीं। दिल में उसको रखकर मैंने, हाथों से बस पकड़ा था।। आँखें बंद हुई ज्यो उसकी, मैने माथा चूम लिया।... Hindi · कविता 65 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read भावो का भूखा मेरे लिए शबरी बन, झूठे बेर तो चुनलो तुम। विधुरानी बनकर साग प्रेम का, तैयार अभी से करलो तुम।। मैं भूखा हूँ बस भावों का, ये बात हृदय में धरलो... Hindi · कविता 82 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read जयचंद समय आ गया लड़ने का, जयचंद और गद्दारों से। आज देश को बड़ी जरूरत, अपने सब वफादारो से।। एकजुट ना हुए आज तो, अब तुम ना पछताओगे। षड्यंत्र रच रहे... Hindi · कविता 74 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read अग्निवीर वीर हैं यहा सभी, अग्निवीर हैं बना रहे। चार साल देश को, फिर देश को बचा रहे।। चारो ओर शत्रु हैं, और घेर कर खड़े तुम्हे। मारने को आतुर हैं,... Hindi · कविता 130 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read षडयंत्र षडयंत्रों की इस भूमि पर, कोई नहीं यहां तेरा हैं। अभिमन्यु बनकर बैठ गए तो, बुरा हाल यहां तेरा हैं।। यहां लड़ना हैं जीवन भर और समय अनुरूप ही चलना... Hindi · कविता 65 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read अनमोल वक्त वक्त तुम ना दे रहे, यह वक्त बहुत अनमोल हैं। वक्त निकला तो मिले ना, वक्त का ना मोल हैं।। मोल जानो तुम मेरा, मैं तो बहुत अनमोल हूँ। मैं... Hindi · कविता 73 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read हमराज जिन्हे हम अपना सबकुछ, लुटाकर हँसते रहते हैं। हमे वो अपने दिल का मालिक, बनाकर दिल मे बैठे हैं।। छुपाते कुछ नही हमसे, हमे सबकुछ बताते हैं। दिखाते आँख वो... Hindi · कविता 59 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read मेरे हमराज मेरे हमराज हो तुम तो, मेरे हमराज ही रहना। मेरे दिल की हो तुम धड़कन, बस यूँही बने रहना।। मेरे ये चैन देखो ना, बड़ा बेचैन रहता हूँ। मेरे हमदम... Hindi · कविता 1 55 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read चिन्ता और चिन्तन तुम क्यों सोच रहे हो इतना, क्यों तुम इतनी फिक्र करो? नाम जपो बस नाम जपो, प्रभु का तुम बस जिक्र करो।। फिक्र करे से फिरे बुद्धि और जिक्र करे... Hindi · कविता 121 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 2 min read देश का हिन्दू सोया हैं आँख मूंद कर जान बूझकर, देश का हिंदू सोया हैं। शोर ना कर ओ चलने वाले, देश का हिंदू सोया हैं।। बहन बेटियों की खातिर अब, बोल नहीं अब बोला... Hindi · कविता 157 Share ललकार भारद्वाज 4 Apr 2024 · 1 min read टूटना कभी भी मत रूठना अभी भी मत और टूटना कभी भी मत। पास तेरे मैं रहूँ या दूर तुझसे मैं रहूँ।। साथ तेरे मैं खड़ा हूँ, भूला कभी भी मत। दौर परीक्षाओं का... Hindi · कविता 41 Share ललकार भारद्वाज 2 Apr 2024 · 1 min read समर्पित भाव हुआ समर्पित तुमको ऐसे, जैसे प्रभु की शरण मिली। तुम फिर भी यह कह देती हो, तुमने मुझको फसा दिया।। मेरे दिल से पूछो प्रियतमे, तुमको कितना स्नेह किया हैं।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 4 102 Share ललकार भारद्वाज 2 Apr 2024 · 1 min read उम्मीद का परिंदा उम्मीद का परिंदा नया रास्ता तलाशे। भटके यहां वहां पर किस वास्ते तलाशे।। उम्मीद पे है दुनिया उम्मीद से जहां हैं। उम्मीद के बिना तो कोई रास्ता कहां हैं।। उम्मीद... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 72 Share ललकार भारद्वाज 1 Apr 2024 · 1 min read आधे अधूरे ख्वाब जिन्दगी मे रह जाते हैं, भावनाओ मे बह जाते हैं। कुछ ख्वाब हमेशा ही सबके, आधे अधूरे रह जाते हैं।। आंसुओ संग बह जाते हैं, अरमान धरे के धरे रह... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 52 Share ललकार भारद्वाज 1 Apr 2024 · 1 min read सत्य का पथ सत्य पथ महान हैं, डरो नही, निडर रहो सत्य पथ... सत्य पथ बड़ा सरल, बड़ा कठिन, बड़ा जटिल सत्य पथ... सत्य पथ धमाल हैं, कमाल हैं, बहुत ही बेमिसाल हैं... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 2 42 Share ललकार भारद्वाज 21 Mar 2024 · 1 min read आधे अधूरे ख्वाब जिन्दगी मे रह जाते हैं, भावनाओ मे बह जाते हैं। कुछ ख्वाब हमेशा ही सबके, आधे अधूरे रह जाते हैं।। आंसुओ संग बह जाते हैं, अरमान धरे के धरे रह... Hindi · कविता 69 Share ललकार भारद्वाज 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य की यात्रा जन्म से और मृत्यु तक, कर्म से और धर्म तक। पाप से पुण्य तक, सत्य की खोज के चर्म तक।। झूठ से और सत्य तक, जंतु से और जीव तक।... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 3 2 52 Share ललकार भारद्वाज 19 Mar 2024 · 1 min read सत्य की खोज सत्य की खोज में, ध्रुव तारा बन गया। सत्य की खोज में, प्रहलाद भक्त बन गया।। सत्य की खोज में, नचिकेता यमराज से लड़ गया। सत्य की खोज में, शंकराचार्य... "सत्य की खोज" – काव्य प्रतियोगिता · कविता 6 59 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 2 min read नूपुर और मिलाड वाह मिलाड वाह आप भी अजब हैं, नाम से तो सूर्यकांत पर करनामे गजब हैं। बने आप मिलाड पर ज्ञान का अभाव हैं, जिहादियों के खौफ का क्या आप पर... Hindi · कविता 80 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना, लाड़ लड़ाके नजरे मिलाना, नज़रे मिलाकर नजरे दिखाना, नजरे दिखा कर दिल को चुराना, दिल को चुरा कर दिल में बस जाना। तुम्हारा यूँ लाड़ लड़ाना,... Hindi · कविता 80 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read विश्वास पर आघात तेरे विश्वास पर आघात करूं तो कैसे करूं? मैं तुझे प्यार करूं तो कैसे करूं? तुझे मजबूत करने की ठानी हैं मैंने, मैं तुझे कमजोर करूं तो कैसे करूं? तू... Hindi · कविता 37 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read हमदर्द तुम्हारा तुम भटक ना जाओ इस जग में, मैं तुम्हें परखता रहता हूँ। तुम अटक ना जाओ इस डर से, मैं तुम्हें बताता रहता हूँ।। तुम मेरी हो अनमोल सखी, मैं... Hindi · कविता 1 2 40 Share ललकार भारद्वाज 17 Mar 2024 · 1 min read दर्द तू दर्द समेटे रहती हैं, तू मुझसे सब कुछ कहती हैं। तू मुझको अपना सखा कहे, तू खुद को मेरी सखी कहे।। तू भोली भाली प्यारी सी, तू सबसे प्यारी... Hindi · कविता 43 Share Page 1 Next