Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 May 2024 · 1 min read

मेरे नसीब

मेरे नसीब मे नहीं तो क्या,
जो हैं वो तो मिल ही जायेगा।

जो नहीं हैं मेरे नसीब मे,
मिल कर भी चला जायेगा।।

मैं खुश हूँ बहुत,
तुने इतना दिया मेरे मालिक।

वर्ना इतना भी कहा,
सब को मिलता हैं यहा।।

बस इतना ही रहम करना,
मुझ पर मेरे मालिक।

तेरी रहमत ना कभी कम हो,
मेरी तो आस चलती हैं यहा।।

मेरे नसीब में नहीं तो क्या…..

ललकार भारद्वाज

Language: Hindi
17 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from ललकार भारद्वाज
View all
You may also like:
जनक छन्द के भेद
जनक छन्द के भेद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
बेचारा जमीर ( रूह की मौत )
ओनिका सेतिया 'अनु '
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
*राम हिंद की गौरव गरिमा, चिर वैभव के गान हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
जवानी में तो तुमने भी गजब ढाया होगा
Ram Krishan Rastogi
■ सियासी बड़बोले...
■ सियासी बड़बोले...
*Author प्रणय प्रभात*
3455🌷 *पूर्णिका* 🌷
3455🌷 *पूर्णिका* 🌷
Dr.Khedu Bharti
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
अद्य हिन्दी को भला एक याम का ही मानकर क्यों?
संजीव शुक्ल 'सचिन'
“सत्य वचन”
“सत्य वचन”
Sandeep Kumar
"यायावरी" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
If you have someone who genuinely cares about you, respects
If you have someone who genuinely cares about you, respects
पूर्वार्थ
प्रार्थना के स्वर
प्रार्थना के स्वर
Suryakant Dwivedi
आँखों की कुछ तो नमी से डरते हैं
आँखों की कुछ तो नमी से डरते हैं
अंसार एटवी
22, *इन्सान बदल रहा*
22, *इन्सान बदल रहा*
Dr Shweta sood
अच्छा इंसान
अच्छा इंसान
Dr fauzia Naseem shad
दूर किसी वादी में
दूर किसी वादी में
Shekhar Chandra Mitra
हजारों मील चल करके मैं अपना घर पाया।
हजारों मील चल करके मैं अपना घर पाया।
Sanjay ' शून्य'
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
मेला लगता तो है, मेल बढ़ाने के लिए,
Buddha Prakash
दर्दे दिल…….!
दर्दे दिल…….!
Awadhesh Kumar Singh
प्रेम 💌💌💕♥️
प्रेम 💌💌💕♥️
डॉ० रोहित कौशिक
"लक्ष्य"
Dr. Kishan tandon kranti
चाय की प्याली!
चाय की प्याली!
कविता झा ‘गीत’
चुन्नी सरकी लाज की,
चुन्नी सरकी लाज की,
sushil sarna
मुझसे मेरी पहचान न छीनों...
मुझसे मेरी पहचान न छीनों...
Er. Sanjay Shrivastava
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
प्रेम
प्रेम
Prakash Chandra
आप और हम जीवन के सच
आप और हम जीवन के सच
Neeraj Agarwal
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
कस्तूरी इत्र
कस्तूरी इत्र
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
छाई रे घटा घनघोर,सखी री पावस में चहुंओर
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मन में संदिग्ध हो
मन में संदिग्ध हो
Rituraj shivem verma
Loading...