komalagrawal750 32 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid komalagrawal750 11 Oct 2022 · 1 min read आइना दिल का आइना दिल का- ग़ज़ल कोमल काव्या आइना दिल का टूटा हुआ है, हमसे हर शख्स रूठा हुआ है. अब भरोसे की बातें न छेदों, हर किसी ने तो लूटा हुआ... Hindi 3 2 121 Share komalagrawal750 8 Feb 2024 · 1 min read मैं वो मिथिला कुमारी हूँ - कोमल अग्रवाल मैं वो मिथिला कुमारी हूँ - कोमल अग्रवाल नहीं अबला बिचारी हूँ न मैं विपदा की मारी हूँ, मैं सीता हूँ अहिल्या हूँ मैं भारत की वो नारी हूँ ।।... 2 495 Share komalagrawal750 10 Oct 2022 · 2 min read College ke jamane se कॉलेज के जमाने से-कोमल काव्या ये सोच के रखा है कॉलेज के जमाने से जब मिला था तुमको सुकून मेरा दिल दुखाने से । चाहत की उममएडोन से अच्छा तन्हा... Hindi 2 287 Share komalagrawal750 8 Aug 2022 · 1 min read दिल लगाना है-कोमल की गजल दिल लगाना है- गजल खुद को फिर बेहतर बनाना है हमें दिल किसी से अब लगाना है हमें ज़िंदगी हम भी तेरे मनसूब हैं बस यही सुनना सुनाना है हमें... Hindi 2 176 Share komalagrawal750 17 Feb 2024 · 1 min read लौट आना वहीं - कोमल अग्रवाल की कलम से लौट आना वहीं पर थे बिछड़े जहां गर तुम्हें मेरी यादें रुलाने लगें। क्यूँ न हिमखंड तपकर पिघल जाएगा गर्म सूरज जो उसको जलाने लगे। लौट आना वहीं पर थे... 1 78 Share komalagrawal750 2 Aug 2022 · 2 min read dastak- gajal by Komal Agrawal दस्तक - गजल कोमल अग्रवाल दस्तक सी दे रहा है वो मेरे मकान पर ताले पड़ें हैं देखिए कितने जुबान पर। उसका ही नाम आता है अब तो खुदा के... Hindi 1 312 Share komalagrawal750 8 Feb 2024 · 1 min read कोमल अग्रवाल की कलम से ' इतना सोचा तुम्हें ' इतना सोचा तुम्हें रात भर , रात से कब सहर हो गई। ख़्वाब आकर जगाते रहे , नींद तक को ख़बर हो गई। याद हमको नहीं वो सफ़र , बिन... 1 103 Share komalagrawal750 10 Nov 2022 · 2 min read नदी से रेत नदी से रेत - कोमल " काव्या " उसकी प्यास ने मुझको सुखाकर रेत कर डाला, समंदर से बताऊँ क्या! मैं उससे क्यूँ नहीं मिलती। मेरे धारे भी चंचल थे,... Hindi 1 119 Share komalagrawal750 5 Sep 2022 · 1 min read जो शिक्षक कह नहीं सकता गुरु दिवस पर कविता तुम्हारे मंदिरों से मस्जिदों से हमको लेना क्या, न बताओ हमको तुम ऐसे खुदा और राम का झगड़ा, कहीं ऐसा न हो पड़ जाएँ मेरे कंठ... Hindi 1 106 Share komalagrawal750 28 Aug 2022 · 1 min read Intezar nahi karte, इंतजार नहीं करते- कोमल काव्या ये सोच के सोचअ है अब इंतजार नहीं करते ज़िंदगी को ज़िंदगी के वास्ते बेकार नहीं करते । ये तमन्नाओ का ताज महल नींद खुलते... Hindi 1 109 Share komalagrawal750 9 Aug 2022 · 1 min read मत बदलना तुम पिया- a song of love मत बदलना तुम पिया फैसला गीत- कोमल काववया फैसला मौसम के जैसे मत बदलना तुम पिया रुख अगर बदले हवा तो साथ चलना तुम पिया। है अमावस रात काली दर... Hindi 1 251 Share komalagrawal750 6 Aug 2022 · 2 min read आजकल बहुत याद-कोमल के दिल से आजकल बहुत याद- गजल-कोमल अग्रवाल आजकल बहुत याद आने लगे हो क्या किसी और से दिल लगाने लगे हो ? मेरी वफ़ाओं का क्या ये ही सिला दोगे हमदम अचानक... Hindi 1 237 Share komalagrawal750 3 Aug 2022 · 1 min read दिल तुम्हारा हुआ - गजल कोमल अग्रवाल । दिल तुम्हारा हुआ- कोमल अग्रवाल की गजल जाने कब नजरों का एक इशारा हुआ, बात ही बात मे दिल तुम्हारा हुआ। वो अचानक ही या मुझसे टकरा गए बस घड़ी... Hindi 1 178 Share komalagrawal750 4 Aug 2022 · 1 min read खनकती चूड़ियाँ- हिन्दी कविता खनकती चूड़ियाँ हिन्दी कविता- कोमल अग्रवाल खनकती चूड़ियाँ तुझको मेरे दिलबर बुलाती हैं झूलों के महीने में तुम्हारी याद आती है। तुम्हारी याद का मोती मेरी पलकों में ठहड़ा है... Hindi 1 314 Share komalagrawal750 5 Aug 2022 · 9 min read याद हूं ना मैं हिंदी कहानी - याद हूँ न मैं ? जब भी उनकी याद आती है तो कॉलेज के दिनों को बहुत मिस करने लगती हूँ , दुःख पीने की नहीं जीने... Hindi 1 246 Share komalagrawal750 5 Aug 2022 · 27 min read Someone unexpected Hindi story by Komal Agarwal [4/20, 21:35] Komal Agrawal: हिंदी कहानी-Someone unexpected लेखिका- कोमल काव्या रोशन की उंगलियाँ अब भी स्नेहलता की चूड़ियों में उलझी हुई थी. नींद की खुमारी और ठंडी हवा के झोंके... Hindi 1 206 Share komalagrawal750 6 Aug 2022 · 1 min read वो लड़की रातरानी थी-किमल अग्रवाल की कविता वो लड़की रातरानी थी= कोमल अग्रवाल की हिन्दी कविता क्या वो झूठी कहानी थी मोहववत जो रूहानी थी उसे ही खाक कर डालअ कभी जो ज़िंदगानी थी । क्या वो... Hindi 1 246 Share komalagrawal750 7 Aug 2022 · 1 min read तलाश-गजल कोमल की तलाश- गजल- कोमल अग्रवाल पयाम किसका ये शामों सहर सुनाती है मेरी तलाश तुझी पर ही ठहड़ जाती है । बेजूबानी सवाल तुझसे है इतना मेरा पूछता है तो क्यूँ... Hindi 1 120 Share komalagrawal750 6 Aug 2022 · 1 min read वो लड़की रातरानी थी-कोमल अग्रवाल की कविता व Hindi 215 Share komalagrawal750 9 Oct 2022 · 2 min read एक प्रश्न एक प्रश्न- कोमल काव्या मैं तो रातों को जागना छोड़ भी दूँ लेकिन तुम मेरी यादों मे आना छोड़ दोगे क्या ? ये मैंने कब कहा की मेरी ज़िंदगी का... Hindi · कविता 253 Share komalagrawal750 29 Oct 2022 · 1 min read दिल्लगी- कोमल काव्या की गजल दिल्लगी- कोमल काव्या की गजल तुम्हें दिल्लगी है आती, नहीं दिल लगाना आया जिसे अपना कर चुके थे, वही हो गया पराया । ये दिलों के खेल दिल को महंगे... Hindi 167 Share komalagrawal750 30 Oct 2022 · 1 min read उसने मेरे रूप को चाँदनी कहा उसने मेरे रूप को चाँदनी कहा मैंने उसके प्यार को रोशनी कहा रंग मौसम का पल मे बदल सा गया एक अजनबी ने जब अजनबी को ज़िंदगी कहा । कोमल... Hindi 105 Share komalagrawal750 31 Oct 2022 · 1 min read प्यार दिलों का सौदा है तो प्यार दिलों का सौदा है- गजल- कोमल काव्या प्यार दिलों का सौदा है तो बात यहीं तक रहने दो जो चुभते हैं अक्सर वो सवालात यहीं तक रहने दो ।... Hindi 118 Share komalagrawal750 30 Sep 2022 · 28 min read Can I hold your hand Can I hold your hand ? Hindi story – Komal Kaavyaa शेखर के फोन पर दो संदेश आए थे । थोड़ी देर बाद उसने संदेश पढ़े," मैं अहमदाबाद में हूँ... Hindi 143 Share komalagrawal750 21 Aug 2023 · 1 min read https://youtu.be/tN1bmNTz_B8?si=Wp9wqrHq0iqSFjRM https://youtu.be/tN1bmNTz_B8?si=Wp9wqrHq0iqSFjRM 50 Share komalagrawal750 22 Aug 2023 · 1 min read Audio story by Komal Agarwal Audio story by Komal Agarwal 121 Share komalagrawal750 27 Dec 2023 · 2 min read क्रिसमस पर कोमल अग्रवाल की कविता क्या? आज है 25 दिसम्बर मेरे ऐसे बेतुके प्रश्न पर गूँजे अपनों के कई स्वर पर मेरे इस मन के अंदर यादों के जुगनू झिलमिलाने लगे हैं सुदूर अतीत में... 56 Share komalagrawal750 26 Jan 2024 · 1 min read An eyeopening revolutionary poem )क्यूँ दी कुर्बानी?) An eyeopening poem(क्यूँ दी कुर्बानी) on the 75th Revolutionary Republic Day by Komal Agrawal (सुन लो क्या कहती है भारत माँ की वाणी भर देगी जो हम सब की सुखी... Odia 86 Share komalagrawal750 27 Jan 2024 · 1 min read Can I hold your hand- एक खूबसूरत एहसास सब दर्द भुलाकर भी इंसान को जीना है क्या काम है नदियों का ? बस आँसू पीना है, हँसते हँसते जग से हर पीर छुपानी है। ज़िंदगी और कुछ भी... English 68 Share komalagrawal750 8 Feb 2024 · 2 min read https://youtube.com/playlist?list=PLmQxScIRXdajOmf4kBRhFM81T https://youtube.com/playlist?list=PLmQxScIRXdajOmf4kBRhFM81T5rbECV5E&si=Kt7eDeEctrZSd6Dzशहनाइयों की गूंज अपने चरम पर थी । कहीं हास्य व्यंग्य की फुलझड़ियाँ छूट रहीं थी तो कहीं बैंड बाजे वाले फिल्मी धून बजाकर बारातियों को थिरकने के लिए प्रेरित... 37 Share komalagrawal750 10 Feb 2024 · 1 min read कोमल अग्रवाल की कलम से, 'जाने कब' कोमल अग्रवाल की कलम से, 'जाने कब' जाने कब नजरों का एक इशारा हुआ बात ही बात में दिल तुम्हारा हुआ। वो अचानक ही आ मुझसे टकरा गए बस घड़ी... 66 Share komalagrawal750 2 Aug 2022 · 1 min read दिल भुलाना चाहता है - गजल गजल दिल भुलाना चाहता है। - कोमल अग्रवाल दिल अब उसको भुलाना चाहता है, एक नया चेहरा बनाना चाहता है। इश्क का हर शब्द आयात की तरह है क्या हुआ... Hindi 256 Share