Comments (2)
11 Oct 2022 08:49 AM
सुंदर रचना। कुछ शब्दों को पुनः अवलोकित करने की आवश्यकता है शायद टाइपिंग की जल्दबाजी में हो गया हो, जैसे छेड़ो, पिछली रचना में उम्मीदों हो तो सटीक होगा….
सुंदर रचना। कुछ शब्दों को पुनः अवलोकित करने की आवश्यकता है शायद टाइपिंग की जल्दबाजी में हो गया हो, जैसे छेड़ो, पिछली रचना में उम्मीदों हो तो सटीक होगा….
बहुत खूब ✌✌🙏🙏