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कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी।
Kumar Kalhans
आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से।
Kumar Kalhans
आप सहलाओगे तो सो जायेगा।
Kumar Kalhans
महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं।
Kumar Kalhans
सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते।
Kumar Kalhans
सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं।
Kumar Kalhans
जो मुझे तुमसे मिला है मैं वही लौटा रहा हूं।
Kumar Kalhans
रंग तुम जिस रोज छू लोगी कहर बरपाओगी।
Kumar Kalhans
अर्द्ध रात्रि अंधकार में हुआ।
Kumar Kalhans
सब्र का इम्तेहान लेते हो।
Kumar Kalhans
मुझे प्रेम और पूजा में कुछ अंतर नहीं दिखाई पड़ता।
Kumar Kalhans
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
जाने क्यों उससे ही अदावत थी।
Kumar Kalhans
मयखाने में जाकर बैठे खुद ही पीना सीख गए।
Kumar Kalhans
किसी की आंख का आंसू।
Kumar Kalhans
आएगा एक दिन क़ज़ा बनकर।
Kumar Kalhans
ज़हर देकर जो मुस्काए उसे सरकार कहते हैं।
Kumar Kalhans
इक अदद बेटे की ख़्वाहिश में बेचारी कोख को।
Kumar Kalhans
निर्ममता का नाम जगत है।
Kumar Kalhans
देख ली है जिंदगी है इक कहानी देख ली।
Kumar Kalhans
तुम्हारे साथ की गई चैट।
Kumar Kalhans
राजनेता।
Kumar Kalhans
घोसडी वाले।
Kumar Kalhans
वो इक पूजनीय हैं।
Kumar Kalhans
जहां इंसान मौसम की तरह न रंग बदलते हों।
Kumar Kalhans
चप्पल बुआ।
Kumar Kalhans
पानी की तरह बनना सीखो।
Kumar Kalhans
खान साहब।
Kumar Kalhans
खोटा भाई और उनकी फाइल।
Kumar Kalhans
नाक।
Kumar Kalhans
मां और पिता के आंसू।
Kumar Kalhans
संग मेला कोई नहीं लाया।
Kumar Kalhans
चाइना का टिकाऊ माल।
Kumar Kalhans
खो गया हूँ मैं ख्यालों के जहां में।
Kumar Kalhans
पिता।
Kumar Kalhans
एक ही पल होता है टूटने का।
Kumar Kalhans
आत्महंता।
Kumar Kalhans
सब ऋतुओं की रानी हो तुम , बरखा अमर जवानी हो तुम।
Kumar Kalhans
बरस रही हो बरखा रानी पर अंदाज़ अलग है।
Kumar Kalhans
आओ इश्को करम की बात करें, आओ तेरे सनम की बात करें।
Kumar Kalhans
आप हर जगह हों सरकार जरूरी तो नहीं।
Kumar Kalhans
विश्वासों ने पार उतारा।
Kumar Kalhans
भू से मिलकर नवजीवन की गाथाएं रचती हैं।
Kumar Kalhans
सूरज रोज नहीं आएगा।
Kumar Kalhans
कितने ग़मगीन हैं जमाने में।
Kumar Kalhans
इक दूजे की बोटी हम नुचवाते हैं।
Kumar Kalhans
मैं जब भी चाहूं मैं आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
दर्द को आंसूं बना कर देख लो।
Kumar Kalhans
प्यार का स्वभाव।
Kumar Kalhans
मृत्यु के साये में राह जीवन चले।
Kumar Kalhans