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159 posts
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पिता।
पिता।
Kumar Kalhans
खुद ही पीना सीख गए।
खुद ही पीना सीख गए।
Kumar Kalhans
दर्द को आंसूं बना कर देख लो।
दर्द को आंसूं बना कर देख लो।
Kumar Kalhans
कितने ग़मगीन हैं जमाने में।
कितने ग़मगीन हैं जमाने में।
Kumar Kalhans
विश्वासों ने पार उतारा।
विश्वासों ने पार उतारा।
Kumar Kalhans
आप हर जगह हों सरकार जरूरी तो नहीं।
आप हर जगह हों सरकार जरूरी तो नहीं।
Kumar Kalhans
सब ऋतुओं की रानी हो तुम , बरखा अमर जवानी हो तुम।
सब ऋतुओं की रानी हो तुम , बरखा अमर जवानी हो तुम।
Kumar Kalhans
खो गया हूँ मैं ख्यालों के जहां में।
खो गया हूँ मैं ख्यालों के जहां में।
Kumar Kalhans
आत्महंता।
आत्महंता।
Kumar Kalhans
चाइना का टिकाऊ माल।
चाइना का टिकाऊ माल।
Kumar Kalhans
चप्पल बुआ।
चप्पल बुआ।
Kumar Kalhans
संग मेला कोई नहीं लाया।
संग मेला कोई नहीं लाया।
Kumar Kalhans
नाक।
नाक।
Kumar Kalhans
खोटा भाई और उनकी फाइल।
खोटा भाई और उनकी फाइल।
Kumar Kalhans
खान साहब।
खान साहब।
Kumar Kalhans
जहां इंसान मौसम की तरह न रंग बदलते हों।
जहां इंसान मौसम की तरह न रंग बदलते हों।
Kumar Kalhans
घोसडी वाले।
घोसडी वाले।
Kumar Kalhans
तुम्हारे साथ की गई चैट।
तुम्हारे साथ की गई चैट।
Kumar Kalhans
निर्ममता का नाम जगत है।
निर्ममता का नाम जगत है।
Kumar Kalhans
ज़हर देकर जो मुस्काए उसे सरकार कहते हैं।
ज़हर देकर जो मुस्काए उसे सरकार कहते हैं।
Kumar Kalhans
नेता जी का जूता।
नेता जी का जूता।
Kumar Kalhans
मां और पिता के आंसू।
मां और पिता के आंसू।
Kumar Kalhans
पानी की तरह बनना सीखो।
पानी की तरह बनना सीखो।
Kumar Kalhans
राजनेता।
राजनेता।
Kumar Kalhans
इक अदद बेटे की ख़्वाहिश में बेचारी कोख को।
इक अदद बेटे की ख़्वाहिश में बेचारी कोख को।
Kumar Kalhans
सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं।
सच कहता हूं मैंने मेले देखे हैं।
Kumar Kalhans
सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते।
सुंकू वह चीज है हर पल जिसे हम पा नहीं सकते।
Kumar Kalhans
हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए।
हो जाओ होशियार फिर मक्कार आ गए।
Kumar Kalhans
मुझको मुस्काने का हक है।
मुझको मुस्काने का हक है।
Kumar Kalhans
खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा।
खूब इस दुनियां में हमने है तमाशा देखा।
Kumar Kalhans
वो इक पूजनीय हैं।
वो इक पूजनीय हैं।
Kumar Kalhans
किसी की आंख का आंसू।
किसी की आंख का आंसू।
Kumar Kalhans
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं।
महबूब मेरा करता है कोई खता नहीं।
Kumar Kalhans
आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से।
आकर नहीं जाते हैं ये मेहमान कसम से।
Kumar Kalhans
कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी।
कोई शौक नहीं मेरी ज़रूरत है शायरी।
Kumar Kalhans
जैसी भी वैसी ही बनी रहना।
जैसी भी वैसी ही बनी रहना।
Kumar Kalhans
बेरुखी के पल टहलते जर्द हर अहसास है।
बेरुखी के पल टहलते जर्द हर अहसास है।
Kumar Kalhans
निर्ममता का नाम जगत है।
निर्ममता का नाम जगत है।
Kumar Kalhans
दो दोस्त।
दो दोस्त।
Kumar Kalhans
किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा।
किसी ने पूजा मुझे अपना मुकद्दर समझा।
Kumar Kalhans
अंगवस्त्र
अंगवस्त्र
Kumar Kalhans
नदी
नदी
Kumar Kalhans
घन घटाओं के जैसा कोई मीत हो।
घन घटाओं के जैसा कोई मीत हो।
Kumar Kalhans
बस यूं ही कुछ हो गया था।
बस यूं ही कुछ हो गया था।
Kumar Kalhans
मुद्दा सुलझे रार मचाए बैठे हो।
मुद्दा सुलझे रार मचाए बैठे हो।
Kumar Kalhans
पुर शाम की तन्हाइयां जीने नहीं देती।
पुर शाम की तन्हाइयां जीने नहीं देती।
Kumar Kalhans
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
मैं जब भी चाहूंगा आज़ाद हो जाऊंगा ये सच है।
Kumar Kalhans
कैसे परहेजगार होते हैं।
कैसे परहेजगार होते हैं।
Kumar Kalhans
कर्ज जिसका है वही ढोए उठाए।
कर्ज जिसका है वही ढोए उठाए।
Kumar Kalhans
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