jyoti jwala Tag: मुक्तक 471 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next jyoti jwala 4 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक नफ़रत की आग फिर से लगाने में लगे हैं, ये नक़ाबपोश शहर मेरा जलाने में लगे हैं , सारे बेईमान,बेलिबास हैं तहज़ीब के बग़ैर हज़ारो झूठ गढ़ पहचान छुपाने में... Hindi · मुक्तक 211 Share jyoti jwala 4 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक आईने की तरह सच दिखाता नहीं कोई, सूरज के सिवा हमको जगाता नहीं कोई, कमियाँ गिनानी थी तो फुर्सत में सब मिले मुश्क़िल में हाथ अपना बढ़ाता नहीं कोई,, Hindi · मुक्तक 1 2 237 Share jyoti jwala 4 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कुछ लोग भी बहुत अज़ीब होते हैं, समंदर में खुद ही कश्तियाँ डुबोते हैं, दिखता है कि ख़ूँ बहा एक इंसान का मगर कई किरदारों के क़त्ल होते हैं,, Hindi · मुक्तक 444 Share jyoti jwala 4 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक पुरानी यादों ने तमाम ज़ेहन में काँटे चुभाए हैं, हज़ारों ग़म दफ़न करके कहीं हम मुस्कुराए हैं, आपने देखा बस लबों पे सजी मुस्कराहट को इन आँखों ने आँखों में... Hindi · मुक्तक 525 Share jyoti jwala 3 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सुबह अधूरी, शाम अधूरी, रात अधूरी छोड़ गए मेरे दिल में अपनी धड़कन,बात अधूरी छोड़ गए, अब भी तुमको ढूंढती रहती हूँ घर के हर कोने में घर से निकले,... Hindi · मुक्तक 1 233 Share jyoti jwala 3 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक तपकर और निखर जाने की हमने तो अब ठानी है, हृदय मरुस्थल बना हुआ है, और नयनों में पानी है, कठिन तपस्या है यह जीवन रिश्ते नातों के है बंधन... Hindi · मुक्तक 224 Share jyoti jwala 3 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक सजाकर शब्द की रोली से गीत का चंदन, निभाए गोद में बैठे धरा से नेह का बंधन, सृजन को सात रंगों में,सजाने चेतना आई हृदय के तार झंकृत हो मन... Hindi · मुक्तक 397 Share jyoti jwala 2 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक बेजुबां शब्द हैं लेकिन बहुत कुछ बोल जाते हैं , छिपे दिल की गिरह के राज़ गहरे खोल जाते हैं, कभी अंगार बन जाते, कभी तलवार बन जाते कभी पुष्पों... Hindi · मुक्तक 255 Share jyoti jwala 2 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कुछ कर्म से तक़दीर के पासे बदलते हैं, चट्टानों सी हो मुश्किलें फिर भी लड़ते हैं पहुँचेंगे ही क़दम कभी अपने मक़ाम पर जो मंज़िल बदलते हैं ना रस्ते बदलते... Hindi · मुक्तक 250 Share jyoti jwala 2 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक दूषित हुआ वातावरण इसके ज़िम्मेदार है कौन, क्षरित पर्यावरण के आखिर ज़िम्मेदार है कौन हमने भूमि वायु जल सब कुछ विषैला कर दिया रोज़ बदलते आवरण के शायद ज़िम्मेदार है... Hindi · मुक्तक 414 Share jyoti jwala 2 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक ख़ुशनुमा- सा ख़्वाब सजाने नहीं दिए, शास्त्री जी को जीवित आने नहीं दिए, रच दी गहरी साज़िशे सपूत के ख़िलाफ़ जिंदगी का पूरा साथ निभाने नहीं दिए,, Hindi · मुक्तक 496 Share jyoti jwala 2 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक नमन तुम्हें शत बार करूँ हे भारत माँ के सच्चे लाल, चीर निद्रा में तुम्हें सुलाने को चली गई थी शातिर चाल, सच तो सच है जानते हैं सब लेकिन... Hindi · मुक्तक 1 364 Share jyoti jwala 1 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक आँखों के रंगो से भी तो भावों का इज़हार हुआ, शब्दों की तलवारों से भी युद्ध यहाँ कई बार हुआ, मौन सह रहा था हिंदू तब तो हिन्दू ही बेहतर... Hindi · मुक्तक 233 Share jyoti jwala 1 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक एक ओर राष्ट्रभक्त और दूसरा गद्दार होगा यह जंग है प्रहार होगा युद्ध आर पार होगा, प्यार है जिसे धरा से वो मनुज नहीं डिगेगा देशद्रोही झुण्ड में तो लोभ... Hindi · मुक्तक 217 Share jyoti jwala 1 Oct 2021 · 1 min read मुक्तक कभी आप ग़म में भी मुस्कुराना सीखिए, ख़्वाब बुनके पलकों पर सजाना सीखिए, बस दिखावे के लिए हाथ मिलाना है क्या दिल से अपना दिल भी मिलाना सीखिए,, Hindi · मुक्तक 206 Share jyoti jwala 30 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक ज़िंदा हैं जब तलक इज्जत बनी रहे, बेघर न हों कोई सर पे छत बनी रहे, शोहरत की चाह में बस ध्यान ये रखें पुरखों की कमाई हुई दौलत बनी... Hindi · मुक्तक 1 2 375 Share jyoti jwala 29 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक खुशामद के लिए होंठो पे अफसाना नहीं आता, मुझे सच को कभी भी झूठ बतलाना नहीं आता नहीं गिरवी है मेरी आबरू शोहरत के शर्तों पर कभी डर से इन... Hindi · मुक्तक 304 Share jyoti jwala 28 Sep 2021 · 1 min read एक निवेदन मित्रों कृपया मुझे फॉलों करें ? कुछ लोग हैं जो इश्क़ में बीमार पड़े हैं, कुछ लोग आदतों से ही लाचार बड़े हैं, जिम्मेदारियों के बोझ ने तोड़ा इन्हें मगर... Hindi · मुक्तक 1 4 247 Share jyoti jwala 28 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक वेद, शास्त्र, धर्म हो या बात गीता ज्ञान की, राह हमको ये दिखाते सत्य और ईमान की, आचरण व्यवहार उत्तम कीजिये श्रीमानजी कीजिये ना फ़िक्र केवल रेशमी परिधान की,, Hindi · मुक्तक 1 4 234 Share jyoti jwala 28 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हौसलों के हौंसले भी आजमा कर देख लें, बांध लें पत्थर परों को फिर उड़ाकर देख ले, खुशियों में तो मुस्कराने का हुनर सब जानते आँखों में आँसू लिए हम... Hindi · मुक्तक 2 2 245 Share jyoti jwala 27 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हर - हर महादेव ? ठंडी राख समझना ना हम अंगारों के गोले हैं, जल जाओगे लपटों में हम वो बारूदी शोले हैं, खौंफ नहीं तनिक हमें विध्वंसक हथियारों का... Hindi · मुक्तक 220 Share jyoti jwala 26 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक टूट जाए तार तो वो साज़ कोई साज़ नही, जो ज़मीर बेच मिला ताज़ कोई ताज़ नहीं, दिल छिपा ले मगर आँखों से छलक जाए छिपा सकी न नज़र वो... Hindi · मुक्तक 2 5 217 Share jyoti jwala 26 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक कई दिल के एहसासों को तहज़ीब कुचल देती है, कुछ ख्वाहिशें ज़ेहन में ही तक़दीर कुचल देती है, लफ्ज़ हमदर्दियों के शोलों से हैं ऐसे चलन में भी उनकी रिवायतें... Hindi · मुक्तक 1 250 Share jyoti jwala 26 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक शेरो के हम वंशज हैं सुनो आज यह बात बताते हैं, हम मार झपट्टे खाल बदन से खींच ज़मीं पे लाते हैं, भय से हमको भय कैसा भय भी हमसे... Hindi · मुक्तक 205 Share jyoti jwala 25 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हमारे हर रीति रिवाजों पर वो अपना तो ज्ञान ना दें, कन्यादान का अर्थ समझे बिन नाम कन्यामान ना दें, निक़ाह अपनी ही बेटी से करने के इच्छुक बैठे थे... Hindi · मुक्तक 183 Share jyoti jwala 25 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक खुद नदी की धार बनकर खुद ही बहना सीखिए, मुस्कुरा कर ग़म में भी हर ग़म को सहना सीखिए, अब इतनी फ़ुर्सत में कहाँ, कोई जो सुन ले दास्तां ख्वाहिशें... Hindi · मुक्तक 202 Share jyoti jwala 25 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक लेखनी ज्वाला की खंज़र की रवानी सी लगे, लोग कहते हैं व्यथाओं की कहानी सी लगे, क्रोध में अंगार सी लिखती कलम तलवार सी शब्दों में डाले भावनाओं को ज़ुबानी... Hindi · मुक्तक 185 Share jyoti jwala 25 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक सीना चीर दे दुश्मन की वो जांबाज़ सूरत है, बुलंद हौसलें इनके डटी फौलादी हिम्मत है, ये हँसकर वतन पे जान भी क़ुर्बान कर देते जंग में पीठ दिखलाना ना... Hindi · मुक्तक 191 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक मुश्किल की लौ में तपकर कुंदन बनकर दमकेंगे, स्नेह कलश बन धरा गगन में हर हृदय से छलकेंगे, अंधियारे को दूर भगाने,रोशन करने को यह धरती आसमान के सूरज -... Hindi · मुक्तक 256 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक वो ख़्वाब दिखलाया नदी का तिश्नगी देकर गया, ख़्वाहिश उजालों की जगाकर तीरगी देकर गया, जो कहता था गुमां होगा ऐसी जिंदगी दूँगा तुम्हें झूठे ख़्वाब,हक़ीक़त में बेबस जिंदगी देकर... Hindi · मुक्तक 382 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक उजले से दिन लिख देती कभी अंधेरी रात लिखे, कभी तुम्हारे, कभी हमारे अंतर्मन की बात लिखे, दर्पण सी है कलम हमारी बिन बोले ही ये समझे अधरों की मुस्कान... Hindi · मुक्तक 333 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक मुश्किलों से जूझने का शौक़ पाल के निकले, राहे बगावत पत्थर सा जिग़र ढाल के निकले, ना साजिशों का खौंफ है ना जंगे हश्र का उन्हें जो घर से निकलते... Hindi · मुक्तक 196 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक वर्षों पिंजरे में क़ैद पंक्षी उड़ान क्या जाने, भला धरणी के दर्द को आसमान क्या जाने, है आसां नहीं समझना मूक प्राणी के दर्द को वो किस दर्द से गुज़रते... Hindi · मुक्तक 187 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक कुछ लोग नई शक्ल रोज़ ढ़ाल रहे हैं, खुद से ख़ुद की आबरू उछाल रहे हैं, जिनको फ़िक्र है अपने शिनाख्त की वो लोग ही पोशाकें अब संभाल रहे हैं,, Hindi · मुक्तक 363 Share jyoti jwala 24 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक मिल के सूखे पत्तों को टहनियों से छाँट दें, रिश्तों में बढ़ रही इन गहराइयों को पाट दें, अपनों से दूर होकर हासिल भी क्या करेंगे ऐसा ना हो कि... Hindi · मुक्तक 201 Share jyoti jwala 23 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक ज़रूरत से ज़्यादा क़द ये अपना नाप लेते हैं, बना इंजन हमें हमसे ही यह तो भाप लेते हैं ज़रा बचकर रहें बहरूपियों से रंग बदलते हैं ये हमारी आपकी... Hindi · मुक्तक 231 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक चमन में ख़ुद को ख़ारों से बचाना है बहुत मुश्किल, बिना उलझे गुलों की खुशबू पाना है बहुत मुश्किल, ना छोड़ी चोर ने चोरी, ना छोड़ा सांप ने डसना, फ़ितरतों... Hindi · मुक्तक 282 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक जलती लौ में जलता कैसे परवाना लिखते हैं, प्यार में टूटे दिल का जो अफ़साना लिखते हैं, वो छोड़ के कुर्बानी वीरों की अमर कहानी को प्रेमी, पागल, दीवानों का... Hindi · मुक्तक 201 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक शब्दों का नसीहत में ढलना भी ज़रूरी है, कड़वा है मगर सच को कहना भी ज़रूरी है , औरों के भरोसे ख़्वाब मुक़म्मल नही होते मंजिल तक पहुंचने को चलना... Hindi · मुक्तक 1 1 201 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक जऱा उलझनों से निकल करके देखे हैं मुश्किल ये राहें मगर चल के देंखे औऱों की खातिर जली ज्योति हरदम खुद के लिए भी तो जल कर के देखे Hindi · मुक्तक 211 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक पिता हमारे रच देते हैं एक अछोर आकाश, पालन- पोषण माँ करती ना लेती अवकाश, माँ की ममता सागर सी पिता ज्ञान के दीपक दोनों मिलके जीवनपथ में भर देते... Hindi · मुक्तक 1 189 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हर किसी को हक़ में ही हालात चाहिए, पथभ्रष्ट होकर भी उन्हें औक़ात चाहिए, ख्वाहिशों की दौड़ में शामिल हुए सभी अब अंधी नज़र को भी करामात चाहिए,, Hindi · मुक्तक 244 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक हमको हम्हीं से बचाने की कोशिश, नज़र जो गिरी तो उठाने की कोशिश, कोशिश है इतनी की खो ना सके हम खुद को खुदी से मिलाने की कोशिश,, Hindi · मुक्तक 427 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक प्रेम में पागल होना है तो देशप्रेम में हो जाओ, माँ भारती की सेवा में सर्वसमर्पित कर जाओ, जुल्फों की छाँव छोड़ो, बन भौंरा ना मँडराओ, दुश्मन का तुम पतन... Hindi · मुक्तक 282 Share jyoti jwala 20 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक क्यों ज़िंदगी की दौड़ में रफ़्तार के झगड़े, रिश्तों में भी शामिल हुए दीवार के झगड़े, ना कुछ लेके आये थे, ना कुछ लेके जाएंगे जानें क्यूँ ''तेरा-मेरा'' का ये... Hindi · मुक्तक 213 Share jyoti jwala 17 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक मूक बधिर ना रह सकती ज्वाला तो मुँह खोलेगी, शब्दों को हथियार बना हर ज़ेहन में ऊर्जा घोलेगी, मौन, विवश की संगति से मुर्दों की बू आ जाती बोल सके... Hindi · मुक्तक 256 Share jyoti jwala 11 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक लेखनी मेरी मगर यह आपके जज़्बात हैं, शब्द वो दिखला रहे जो देश के हालात हैं बातें सच,सेवा,समर्पण,देश के सम्मान की ये कलम जो लिख रही आप ही की बात... Hindi · मुक्तक 219 Share jyoti jwala 10 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक तड़पते हैं ना, रोते हैं ना फ़रियाद करते है, सदा मेहनतों से अपना घर आबाद करते हैं, छोड़ देने की धमकियों का भला डर हमे कैसा तुमको आज खुद ही... Hindi · मुक्तक 519 Share jyoti jwala 7 Sep 2021 · 1 min read सब बिकाऊ है? लेखनी का सौदा हो बाज़ार के संग में तो वक़्त भी लाचार उस लाचार के संग में क्या जरूरी है भला कोई जरूरत इतनी क़ि जब शब्दों का व्यापार हो... Hindi · मुक्तक 1 389 Share jyoti jwala 5 Sep 2021 · 1 min read मुक्तक बहुत हम सुन लिए बाबर, अकबर की कहानी को , बहुत हम सुन लिए टोपी और दाढ़ी की कुर्बानी को आखिर कब तलक हम आपसी रंजिश में उलझेंगे समय की... Hindi · मुक्तक 2 1 459 Share Previous Page 2 Next