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3 Oct 2021 · 1 min read

मुक्तक

सुबह अधूरी, शाम अधूरी, रात अधूरी छोड़ गए
मेरे दिल में अपनी धड़कन,बात अधूरी छोड़ गए,
अब भी तुमको ढूंढती रहती हूँ घर के हर कोने में
घर से निकले, यादों की सौगात अधूरी छोड़ गए,,

Language: Hindi
1 Like · 201 Views
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