Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Mar 2018 · 1 min read

लड़की

लघुकथा
लड़की
“”””””””””
“माँ, सोनू की मम्मी बहुत बुरी हैं। उन्होंने रामू, श्यामू, चंदर, शुभम, रूपम और मुहल्ले के कई बच्चों को संतोषी माता के उद्यापन का भोजन कराने के लिए बुलाया है। उन्होंने मुझे क्यों नहीं बुलाया है माँ ? आप तो नवरात्रि में उनके बच्चों को बुलाती हैं।” परी ने बाल सुलभ जिज्ञासा के मम्मी से पूछा।
मम्मी ने उसे समझाते हुए कहा, “बेटा, तुम लड़की हो ना, इसलिए तुम्हें नहीं बुलाया। संतोषी माता के उद्यापन में सिर्फ़ लड़कों को बुलाया जाता है।”
कुछ सोच कर परी बोली, “संतोषी माता बहुत बुरी रही होंगी माँ। जब वे खुद माँ हैं, तो उन्होंने क्यों लडकियों को नहीं बुलाने का नियम बनाया।”
इस बार माँ को कोई उत्तर नहीं सूझ रहा था।
-डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायपुर, छत्तीसगढ़
09827914888
09098974888
07049590888

739 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
You relax on a plane, even though you don't know the pilot.
पूर्वार्थ
अंगारों को हवा देते हैं. . .
अंगारों को हवा देते हैं. . .
sushil sarna
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
सुंदरता हर चीज में होती है बस देखने वाले की नजर अच्छी होनी च
Neerja Sharma
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
❤️सिर्फ़ तुझे ही पाया है❤️
Srishty Bansal
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
(2) ऐ ह्रदय ! तू गगन बन जा !
Kishore Nigam
*भोग कर सब स्वर्ग-सुख, आना धरा पर फिर पड़ा (गीत)*
*भोग कर सब स्वर्ग-सुख, आना धरा पर फिर पड़ा (गीत)*
Ravi Prakash
जन्म नही कर्म प्रधान
जन्म नही कर्म प्रधान
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
प्री वेडिंग की आँधी
प्री वेडिंग की आँधी
Anil chobisa
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
चांद पर चंद्रयान, जय जय हिंदुस्तान
Vinod Patel
बाल कविता: नानी की बिल्ली
बाल कविता: नानी की बिल्ली
Rajesh Kumar Arjun
मेरी आंखों में कोई
मेरी आंखों में कोई
Dr fauzia Naseem shad
चिड़िया
चिड़िया
Dr. Pradeep Kumar Sharma
💐प्रेम कौतुक-521💐
💐प्रेम कौतुक-521💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
*तेरे इंतज़ार में*
*तेरे इंतज़ार में*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शृंगारिक अभिलेखन
शृंगारिक अभिलेखन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
धड़कूँगा फिर तो पत्थर में भी शायद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
स्वरचित कविता..✍️
स्वरचित कविता..✍️
Shubham Pandey (S P)
2899.*पूर्णिका*
2899.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिंदगी एक किराये का घर है।
जिंदगी एक किराये का घर है।
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
हरसिंगार
हरसिंगार
Shweta Soni
नारी
नारी
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
अम्बर में अनगिन तारे हैं।
अम्बर में अनगिन तारे हैं।
Anil Mishra Prahari
" ख्वाबों का सफर "
Pushpraj Anant
A setback is,
A setback is,
Dhriti Mishra
रिश्ते
रिश्ते
Shutisha Rajput
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
ਕਿਸਾਨੀ ਸੰਘਰਸ਼
Surinder blackpen
फागुन
फागुन
पंकज कुमार कर्ण
■ बात बात में बन गया शेर। 😊
■ बात बात में बन गया शेर। 😊
*Author प्रणय प्रभात*
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
**बात बनते बनते बिगड़ गई**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
"लाइलाज"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...