Hanuman Gope Tag: कविता 76 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read जन्म दिवस हम क्यों मनाते हैं ! जन्म दिवस हम क्यों मनाते हैं, बीती यादों को क्यों सजाते हैं। हर वर्ष जीवन तो घट जाता है, सीमित समय भी कट जाता है। जो बीत गया वो पल... Hindi · कविता 1 344 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read इबादत हो तुम ! तुम्हारी यादों में खोए बैठे हैं, आंखों में सपने सजोए बैठे हैं। इंतजार में तुम्हारी शाम हो गई, नींद भी रातों की हराम हो गई। तुम्हारी इक झलक जो मिल... Hindi · कविता 443 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read नेता जी आपको धन्यवाद! हर गली हर नुक्कड़ में, हर सड़क हर चौराहे पे, नेताजी का मुस्कुराता चेहरा, पोस्टर पर हर तरफ है फहरा, लिखा मुफ्त वैक्सीन के लिए, नेता जी आपको धन्यवाद। वैक्सीन... Hindi · कविता 3 622 Share Hanuman Gope 24 Jul 2021 · 1 min read मजहब की दीवार ! मजहब की तकरार जब होती है, इंसानियत शर्मसार तब होती है। अंधा हो जाता जैसे हर इंसान, मिट जाता मान और सम्मान। याद करो इतिहास की बातों को, सैतालिस की... Hindi · कविता 1 318 Share Hanuman Gope 20 Jul 2021 · 1 min read काशी की महिमा! काशी की महिमा न्यारी, यहां विराजें स्वयं त्रिपुरारी। यहाँ की सुबह मन को भाए, सांझ सलोनी संगीत सुनाए। रुद्र की नगरी अति पावन है, भाव यहाँ का मन भावन है।... Hindi · कविता 1 716 Share Hanuman Gope 14 Jul 2021 · 1 min read मैं धरती पुत्र किसान हूं ! मैं धरती पुत्र किसान हूं, वसुधा की पीड़ित संतान हूंं। धरती का सीना चीरकर, बीज सृजन का में बोता हूं। फसलों को लहु से सीचकर, अन्न सबके लिए सजोता हूं।... Hindi · कविता 2 1 715 Share Hanuman Gope 13 Jul 2021 · 1 min read मनुष्य बड़ा ही विचित्र प्राणी ! मनुष्य बड़ा ही विचित्र प्राणी , षड्यंत्रों से भरी उसकी कहानी। ऊपर से कुछ,भीतर कुछ होता है, कहता कुछ, कुछ और ही करता है आंसू छुप कर तुम बहाया करो,... Hindi · कविता 1 486 Share Hanuman Gope 13 Jul 2021 · 1 min read पत्रकार महोदय, कुछ तो शर्म करो ! पत्रकार महोदय, कुछ तो शर्म करो, जी हजूरी छोड़ो, अपना कर्म करो। देश समस्याओं से देखो जूझ रहा, लोगों को कुछ भी नहीं सूझ रहा। रोजगार शिक्षा और महंगाई ,... Hindi · कविता 1 1 250 Share Hanuman Gope 12 Jul 2021 · 1 min read तुम याद रही ! सब भूल गए हम, बस तुम याद रही! साथ तुम्हारी कही हर बात रही। वो बीते दिन भी कितने अच्छे थे, भाव मन में दोनो के सच्चे थे। छुप छुप... Hindi · कविता 2 360 Share Hanuman Gope 4 Jul 2021 · 1 min read बचपन के वो जमाने थे! बचपन के वो जमाने थे! बचपन के वो जमाने थे, स्कूल न जाने के बहाने थे। दिन भर धूप में खेलते थे, यहां वहां हम दौड़ते थे। दोस्ती का सीधा... Hindi · कविता 1 272 Share Hanuman Gope 3 Jul 2021 · 2 min read द्रौपदी की व्यथा ! द्रौपदी की व्यथा ! हस्तिनापुर युद्ध की वोर बढ़ा था, लड़ने को आतुर हर वीर खड़ा था। शांति प्रस्ताव लेकर भगवान चले, विचार था उनका की ये युद्ध टले। द्रौपदी... Hindi · कविता 1 1 534 Share Hanuman Gope 30 Jun 2021 · 1 min read प्रेम ही जीवन का आधार ! प्रेम ही जीवन का आधार ! प्रेम ही जीवन का आधार, प्रेम नहीं तो फीका ये संसार। जीवन का बस इतना ही सार, आपस में हो स्नेह और प्यार। प्रेम... Hindi · कविता 1 903 Share Hanuman Gope 25 Jun 2021 · 2 min read रावण-दहन ! रावण-दहन ! रावण-दहन कर लोग जब मुस्काए, स्वर्ग में बैठे दशानन अकुलाए। मन में कुछ विचार कर,धरा पर आए, भय के बादल जैसे वसुधा पर छाए। अफरा-तफरी मची, बुरा हाल... Hindi · कविता 1 431 Share Hanuman Gope 20 Jun 2021 · 1 min read जीवन का भी अजब दस्तूर है! जीवन का भी अजब दस्तूर है , जो कमजोर है उसी का कसूर है। लेकिन ईश्वर को सबका ध्यान है, उसकी नज़र में हर कोई समान है । समय का... Hindi · कविता 389 Share Hanuman Gope 18 Jun 2021 · 2 min read हो गए केवट के श्रीराम ! हो गए केवट के श्रीराम ! केवट को बुलाकर बोले श्रीराम , गंगा पार करो हमें, तो हो कुछ काम। केवट देख राम को, मन ही मन मुसकाया, कुछ सकुचाया... Hindi · कविता 1 406 Share Hanuman Gope 18 Jun 2021 · 1 min read नेता जी कुछ तो खयाल करो ! नेता जी कुछ तो खयाल करो ! नेता जी कुछ तो खयाल करो, सही गलत का थोड़ा मलाल करो। तुम गांव हमारे जब आए थे, सपने कितने हमको दिखाए थे।... Hindi · कविता 2 1 275 Share Hanuman Gope 13 Jun 2021 · 1 min read कुछ पल की ये जिंदगानी ! कुछ पल की ये जिंदगानी, सुख दुख से भरी रवानी। माटी के इस संसार में, छल कपट के बाज़ार में, हार कर पड़ी सबको बितानी। कुछ पल की ये जिंदगानी।... Hindi · कविता 1 1 481 Share Hanuman Gope 12 Jun 2021 · 1 min read आखिर इंसान क्या करे ? आखिर इंसान क्या करे ? दुख से भरा हुआ यह जीवन, लगते समान बैरी और प्रीतम। भाई भाई रोटी के लिए लड़ते, मासूम बच्चे गरीबी में सड़ते। इन घावों को... Hindi · कविता 1 238 Share Hanuman Gope 7 Jun 2021 · 1 min read मैं आज का पत्रकार हूँ ! मैं आज का पत्रकार हूँ , खबर नहीं , सिर्फ प्रचार हूँ । सत्ता से मेरा सीधा सरोकार है, पत्रकारिकता मेरे लिए व्यापार है । जो कहा जाता कहने को... Hindi · कविता 251 Share Hanuman Gope 4 Jun 2021 · 2 min read धर्म युद्ध था पर धर्म कहाँ था ? धर्म युद्ध था पर धर्म कहाँ था? धर्म युद्ध था पर धर्म कहाँ था? तुम ही कहो गीता का मर्म कहाँ था? मानव हठ था, इर्शिया की गाथा थी, अहं... Hindi · कविता 1 542 Share Hanuman Gope 2 Jun 2021 · 1 min read मेरे देश का कुछ ऐसा हाल है ! मेरे देश का कुछ ऐसा हाल है, हर रोज़ इक नया बवाल है। बहुत मजबूत सरकार है, और जनता हो रही दरकिनार है । सवाल पूछने का अब अधिकार नहीं,... Hindi · कविता 253 Share Hanuman Gope 2 Jun 2021 · 1 min read ऐ जिंदगी थोड़ी ठहर जा! ऐ जिंदगी थोड़ी ठहर जा! ऐ जिंदगी थोड़ी ठहर जा, तेरी रफ्तार से घबराने लगा हूँ मैं! मन के भावों को भी थाम ले कोई, इस भटकाव से कुम्हलाने लगा... Hindi · कविता 391 Share Hanuman Gope 2 Jun 2021 · 1 min read जो बीत गए वो दिन भी अच्छे थे! जो बीत गए वो दिन भी अच्छे थे जो साथ रहे वो दोस्त भी सच्चे थे ! न पैसों का फिक्र, न समय का खयाल था न भविष्य का ज़िक्र,... Hindi · कविता 265 Share Hanuman Gope 1 Jun 2021 · 2 min read सीता की व्यथा ! सीता की व्यथा! राम जी का साथ दिया जिसने छाया बन कर, मायापति के साथ रही जो उनकी माया बन कर । रावण को इक तिनके से जिसने डरा दिया,... Hindi · कविता 1 2 442 Share Hanuman Gope 1 Jun 2021 · 2 min read भरत का सन्यास! भरत का सन्यास! माता ने स्वार्थ कुछ ऐसा साधा, भगवान के जीवन में आई बाधा। राम ने भी पिता के वचनों को मान लिया, चौदह वर्ष रहूँगा वन में ये... Hindi · कविता 393 Share Hanuman Gope 1 Jun 2021 · 2 min read ये समय की कैसी आहट है! ये समय की कैसी आहट है! ये समय की कैसी आहट है, हर ओर बस घबराहट है। हवा में जहर का कोई कतरा है, सांस लेने मे भी बहुत खतरा... Hindi · कविता 1 2 487 Share Previous Page 2