देवराज यादव 26 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid देवराज यादव 29 May 2020 · 3 min read 20-20 का मैच जिंदगी के सफर का पहिया कुछ ऐसा चलता है जो सामने आया कुचला जाता है, जो किनारे हुआ बच निकलता है l ऐसी लीला अजीब ही होती है और उसकी... Hindi · लेख 3 2 376 Share देवराज यादव 30 May 2020 · 1 min read वर्तमान जिंदगी का आलम वही है बस हूर बदल गए है पेड़ो की डलिया वही है खजूर बदल गए है कौन सुनता है कम्बख्त बेज़ुबाँ की राजनीत वही है बस हुज़ूर... Hindi · गीत 3 3 331 Share देवराज यादव 19 May 2020 · 1 min read एक पथिक का दुख और माँ से पुकार देख के धरती_माँ क्या आज तुझे दिल दहल सा नहीं जाता है कल जो तुझे काटो से बचाता था आज खुद काटो मे गिर जाता है हर कदम पर जहाँ... Hindi · गीत 3 3 265 Share देवराज यादव 18 Jun 2020 · 1 min read जिंदगी हमारी खैरात की है वक़्त को वक़्त मे लिखू उस वक़्त को इस वक़्त मे लिखू इसे लिखू या उसे लिखू लिखू तो मै क्या लिखू जन्म की ख़ुशी लिखू या जिंदगी की तब्शीस... Hindi · गीत 3 1 497 Share देवराज यादव 8 Mar 2022 · 2 min read युद्ध.... मानव सर्वबुद्धिमान व सर्वशक्तिमान प्राणी होने के साथ-साथ इतिहास के कालखंडो मे अपनी विवेक रूपी शक्ति का अनेक अवसरो मे अपने अहंकार को साबित करने के लिए दुरूपयोग किया है... Hindi · लेख 3 1 220 Share देवराज यादव 3 Jun 2020 · 1 min read क्या मानवता मर गयी है स्तब्ध हू निशब्द हू देखकर माँ तेरे मानव कि दानवता कोई कैसे छीन सकता है माँ निवाला किसी के पेट का शर्मिंदा हू, आहत हू ज़ब सुनता हू करनी तेरे... Hindi · कविता 2 3 358 Share देवराज यादव 15 Jun 2020 · 3 min read जिंदगी...... एक सफर कितना बदल गया है इंसान, शायद यह बोलने मे जीतना अटपटा और अगूढ़ लगता है उतना ही सत्यता को समेटे हुए है l कहते है चलने का नाम जिंदगी है... Hindi · लेख 2 2 311 Share देवराज यादव 15 Jun 2020 · 1 min read लिखू या गुनगुनाऊं हे भवसागर के प्रेम पुजारी तुझको मै एक बात बताऊ खुला आस्मां धरा हरी है इसमें बैठ तेरे साथ गुनगुनाऊं पल दो पल की यह ख़ुशी है चल उसको हस... Hindi · गीत 2 462 Share देवराज यादव 18 Jun 2020 · 1 min read लिखू क्या...... लिखू क्या जो तन मन मे पिरो जाये......... धूप भरे इस मौसम मे सावन का गीत हो जाये गजल लिखू या शायरी लिखू बस लिखू वही जिमसे तेरा नाम आ... Hindi · गीत 2 2 595 Share देवराज यादव 5 Dec 2020 · 1 min read वो सपने देखु रात मे तो नज़र आते है दिन मे देखु तो धूमिल सा हो जाते है वक़्त के किसी पखवाड़े को पकडू एक सँभालने मे सारे बिखर जाते है वो... Hindi · गीत 2 1 261 Share देवराज यादव 4 Oct 2023 · 1 min read बह जाऊ क्या जिंदगी...... बह जाऊ क्या जिंदगी तेरे खयालो में एक जबाब के लाखो सवालों में छोटी जिंदगी के बड़े बड़े हिसाबो में कुछ जुड़े कुछ अधकटे शब्दो में कुछ लिखें कुछ मिटे... Hindi · कविता · गीत · मुक्तक · संस्मरण 1 2 217 Share देवराज यादव 28 Sep 2023 · 1 min read भोर काल से संध्या तक भोर काल से संध्या तक चलता रहता है यह पंखा दादी मा को भावे मंद मंद चलता पंखा आरव, आरवी यश यशी और आश्विक का यह प्यारा पंखा लड़ झगड़... Quote Writer 1 199 Share देवराज यादव 22 Sep 2023 · 1 min read अक्सर अक्सर अक्सर ऐसा क्यू होता है अक्सर ऐसा ही क्यू होता है ज़ब ऐसा होना ही है तो अक्सर क्यू होता है पन्नों में पैर लग जाते है बिन स्याही... Quote Writer 1 74 Share देवराज यादव 22 Sep 2023 · 1 min read गैरों सी लगती है दुनिया गैरों सी लगती है दुनिया सब अपने या अपनों में सब है 🤔 देवशिवा Quote Writer 1 134 Share देवराज यादव 4 Aug 2023 · 1 min read मंजिल की अब दूरी नही मंजिल की अब दूरी नही कि ना रही अब मंजिल से दूर मंजिल को हम इतना पुकारे कि मंजिल ही हुई चकनाचूर,,,,,,,,,,, Quote Writer 1 386 Share देवराज यादव 10 Mar 2022 · 1 min read लिखू क्या.... लिखूं क्या ... एक विचारों जिनमे स्वंत्रता बची नहीं एक आवाज जिसे दबा दिया जाता है एक अर्जी जो सुनी नहीं जाती एक बहस जिमसे घुटन भरा जाता है एक... Hindi · मुक्तक 1 304 Share देवराज यादव 16 Jun 2020 · 1 min read विचार सुबह देर जागने का रात को देर से सो का कही इधर उधर टहलने का कही खुद को समझने का आखिर है क्या यह...... विचार कही घूमने का दोस्तों के... Hindi · कविता 1 5 585 Share देवराज यादव 28 Sep 2023 · 1 min read पंखा भोर काल से संध्या तक चलता रहता है यह पंखा दादी मा को भावे मंद मंद चलता पंखा आरव, आरवी यश यशी और आश्विक का यह प्यारा पंखा लड़ झगड़... Hindi · कविता · गीत · गीतिका · बाल कविता · मुक्तक 139 Share देवराज यादव 3 Oct 2023 · 1 min read कभी..... लिख देता हू जिंदगी को थोड़ा अधकटे पन्नों में थोड़ा सुलझी राहो में थोड़ा अनसुलझे किस्सों में थोड़ा गुनगुनाती जिंदगी में थोड़ा कपकपाती बेरुखी में थोड़ा हसीं में थोड़ा ख़ुशी... Hindi · कविता · गीत · बाल कविता · संस्मरण 74 Share देवराज यादव 3 Oct 2023 · 1 min read काटो की आवाज लिखने चला मैं ज़ब फूलो से राहो को काटो ने अपनी कहानी सजा दी बढ़ा ज़ब मैं काटो को हटाने चुभ कर अपनी निशानी बना दी पता चला ज़ब हमें... Hindi · कविता · ग़ज़ल · मुक्तक · संस्मरण 96 Share देवराज यादव 2 Aug 2023 · 1 min read बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे बरस रहे है हम ख्वाबो की बरसात मे थोड़ी उजियारी अंधेरी रात मे पंख फैलाये गीतों की सौगात मे खुशी लिए फूलो की, काटो भरी प्रभात मे थोड़ा सवेरे थोड़ा... Quote Writer 228 Share देवराज यादव 18 Mar 2022 · 3 min read सयुक्त राष्ट्र संघ का खोता हुआ अस्तित्व विश्व मे शांति, सुरक्षा और समृद्धि की परिकल्पना को लेकर, द्वितीय विश्व यूद्ध मे जन - धन की अपूर्व क्षति के तादोपारांत विश्व की विजित अग्रणी देशो ने 24 अक्टूबर... Hindi · लेख 132 Share देवराज यादव 23 Sep 2023 · 1 min read कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में कुछ लिख हू तुम्हारी यादो में कुछ लिखा हू तुम्हारी यादो में कुछ इस पल के गीतों में कुछ बीते हू वादों में कुछ तुम्हारी चूड़ी में कुछ कंगन की... Quote Writer 90 Share देवराज यादव 24 Sep 2023 · 1 min read लिखता हू नाम उनका पन्नों की दीवारों में लिखता हू नाम उनका पन्नों की दीवारों में रंग देता हू अक्सर उनको रंगों के इशारो में बढ़ जाता है प्यार दिलो में उनके प्रतिबिम्बत व्यवहारों में रख लेता हू... Quote Writer 226 Share देवराज यादव 28 Sep 2023 · 1 min read कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी आखिर जीने का सलीका सिखाया तो तुम्ही ने Dear ज़िन्दगी Quote Writer 202 Share देवराज यादव 5 Dec 2020 · 1 min read वक़्त खेलता है हमारे जज्बातों से तू रोकता है रास्ता दिखाकर तू कितना निष्ठुर, निर्दयी अन्यायी है तू वक़्त नहीं विनाशी है तू !!! तू तो कहता था साथ हू तेरे... Hindi · गीत 1 252 Share