Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jun 2020 · 1 min read

लिखू क्या……

लिखू क्या
जो तन मन मे पिरो जाये………
धूप भरे इस मौसम मे
सावन का गीत हो जाये
गजल लिखू या शायरी लिखू
बस लिखू वही जिमसे तेरा नाम आ जाये

लिखू क्या
जो तन मन मे पिरो जाये……..
गायक का गीत लिखू
जिसमे हर पल नया वाचन हो जाये
किसी वीणा की मधुर आवाज लिखू
जिसमे बस तेरी ही आवाज निकल कर आये

लिखू क्या
जो तन मन मे पिरो जाये………….
किसी लेखक की किताब लिखू
जिसमे हर शब्द मे तेरा नाम आये
सोचता हू कोई ऐसा गीत लिखू
जिसके हर शब्द मे तेरी गुनगुनाहट आये

लिखू क्या
जो तन मन मे पिरो जाये
वक़्त मे तक़दीर लिखू
ताकि तू ही तकदीर बन जाये
बस लिखू तो उस वक़्त को ही लिखू
जिस वक़्त तू पास आ जाये

Language: Hindi
Tag: गीत
2 Likes · 2 Comments · 594 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
जो राम हमारे कण कण में थे उन पर बड़ा सवाल किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
उसी पथ से
उसी पथ से
Kavita Chouhan
* जिन्दगी में *
* जिन्दगी में *
surenderpal vaidya
!! गुलशन के गुल !!
!! गुलशन के गुल !!
Chunnu Lal Gupta
किसान भैया
किसान भैया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
तंग गलियों में मेरे सामने, तू आये ना कभी।
Manisha Manjari
आंसूओं की नहीं
आंसूओं की नहीं
Dr fauzia Naseem shad
माँ सच्ची संवेदना...
माँ सच्ची संवेदना...
डॉ.सीमा अग्रवाल
dream of change in society
dream of change in society
Desert fellow Rakesh
"पूनम का चांद"
Ekta chitrangini
भारत
भारत
नन्दलाल सुथार "राही"
फेर रहे हैं आंख
फेर रहे हैं आंख
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
"किसी के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
😊 #हास्य_गीत-
😊 #हास्य_गीत-
*Author प्रणय प्रभात*
खानदानी चाहत में राहत🌷
खानदानी चाहत में राहत🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
संघर्ष
संघर्ष
Shyam Sundar Subramanian
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के विरोधरस के गीत
'नव कुंडलिया 'राज' छंद' में रमेशराज के विरोधरस के गीत
कवि रमेशराज
सुप्रभातम
सुप्रभातम
Ravi Ghayal
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
ग़ज़ल- तू फितरत ए शैतां से कुछ जुदा तो नहीं है- डॉ तबस्सुम जहां
Dr Tabassum Jahan
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
प्रभु रामलला , फिर मुस्काये!
Kuldeep mishra (KD)
2474.पूर्णिका
2474.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
पश्चिम का सूरज
पश्चिम का सूरज
डॉ० रोहित कौशिक
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
आज पलटे जो ख़्बाब के पन्ने - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
*धनुष (बाल कविता)*
*धनुष (बाल कविता)*
Ravi Prakash
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
अभिषेक कुमार यादव: एक प्रेरक जीवन गाथा
Abhishek Yadav
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
खुश-आमदीद आपका, वल्लाह हुई दीद
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
आखिर कब तक इग्नोर करोगे हमको,
शेखर सिंह
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
सर्दी और चाय का रिश्ता है पुराना,
Shutisha Rajput
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
युवा दिवस विवेकानंद जयंती
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
प्रकृति प्रेमी
प्रकृति प्रेमी
Ankita Patel
Loading...