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103 posts
सोचो तो बहुत कुछ है मौजूद, और कुछ है भी नहीं
सोचो तो बहुत कुछ है मौजूद, और कुछ है भी नहीं
Brijpal Singh
पहाड़ पर कविता
पहाड़ पर कविता
Brijpal Singh
कहानी घर-घर की
कहानी घर-घर की
Brijpal Singh
साल को बीतता देखना।
साल को बीतता देखना।
Brijpal Singh
संसार में
संसार में
Brijpal Singh
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
पहाड़ में गर्मी नहीं लगती घाम बहुत लगता है।
Brijpal Singh
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
किसी की तारीफ़ करनी है तो..
Brijpal Singh
उन्हें नहीं मालूम
उन्हें नहीं मालूम
Brijpal Singh
आने वाला भविष्य बेहद कम मानवता वाला होगा।
आने वाला भविष्य बेहद कम मानवता वाला होगा।
Brijpal Singh
दिखावा करती दुनिया।
दिखावा करती दुनिया।
Brijpal Singh
शेर
शेर
Brijpal Singh
हमें नहीं भूलना चाहिए।
हमें नहीं भूलना चाहिए।
Brijpal Singh
बस नाम रहेगा अल्लाह का ! हम देखेंगे, हम देखेंगे !!
बस नाम रहेगा अल्लाह का ! हम देखेंगे, हम देखेंगे !!
Brijpal Singh
सोशल मीडिया
सोशल मीडिया
Brijpal Singh
भेड़चाल।
भेड़चाल।
Brijpal Singh
आज उनसे फ़िर से मुलाकात हुई
आज उनसे फ़िर से मुलाकात हुई
Brijpal Singh
अच्छा लिसन। मैं अपना कल्चर लैंसडौन में भूल आई हूँ।
अच्छा लिसन। मैं अपना कल्चर लैंसडौन में भूल आई हूँ।
Brijpal Singh
काया का कल्प हो जाना, लड़कियाँ तुम महान हो।
काया का कल्प हो जाना, लड़कियाँ तुम महान हो।
Brijpal Singh
काश कोई पेड़ होता
काश कोई पेड़ होता
Brijpal Singh
ये दौर है गलतफहमियों का।
ये दौर है गलतफहमियों का।
Brijpal Singh
तुम क्या सोचते हो
तुम क्या सोचते हो
Brijpal Singh
काश!
काश!
Brijpal Singh
तुम क्षणिक हो
तुम क्षणिक हो
Brijpal Singh
दुनिया है एक ओर,सच तो कुछ है और
दुनिया है एक ओर,सच तो कुछ है और
Brijpal Singh
मुझे सुकूँ कहाँ से मिल सकेगा
मुझे सुकूँ कहाँ से मिल सकेगा
Brijpal Singh
अच्छा आदमी कभी नहीं बन सकता
अच्छा आदमी कभी नहीं बन सकता
Brijpal Singh
जितना ज्यादा ज्ञान प्राप्त करेंगे उतनी ही कुबुद्धि का भी प्रसार होगा
जितना ज्यादा ज्ञान प्राप्त करेंगे उतनी ही कुबुद्धि का भी प्रसार होगा
Brijpal Singh
अपने व्यक्तित्व को निखारो
अपने व्यक्तित्व को निखारो
Brijpal Singh
समय रहते सम्भल लेते
समय रहते सम्भल लेते
Brijpal Singh
ज़रूरी नहीं कि वे सुखी होंगे।
ज़रूरी नहीं कि वे सुखी होंगे।
Brijpal Singh
सरकारों को सोचना होगा
सरकारों को सोचना होगा
Brijpal Singh
सहारे छोड़ देने चाहिए।
सहारे छोड़ देने चाहिए।
Brijpal Singh
हिंदी का उपेक्षीकरण/Brijpal Singh
हिंदी का उपेक्षीकरण/Brijpal Singh
Brijpal Singh
तुम्हें हमेशा दुखों का इंतजार करना चाहिए/brijpal singh
तुम्हें हमेशा दुखों का इंतजार करना चाहिए/brijpal singh
Brijpal Singh
ये दौर गलतफहमियों का/brijpal Singh
ये दौर गलतफहमियों का/brijpal Singh
Brijpal Singh
मतलबी दुनिया
मतलबी दुनिया
Brijpal Singh
इसीलिए वे खुश रहते हैं
इसीलिए वे खुश रहते हैं
Brijpal Singh
तो बात है/brijpal Singh
तो बात है/brijpal Singh
Brijpal Singh
तुम न होओगे दुनिया चलती रहेगी/Brijpal Singh
तुम न होओगे दुनिया चलती रहेगी/Brijpal Singh
Brijpal Singh
आपको किसी तरह सकारात्मक रहना होगा/brijpal singh
आपको किसी तरह सकारात्मक रहना होगा/brijpal singh
Brijpal Singh
मैं कौन हूँ
मैं कौन हूँ
Brijpal Singh
हिंदुस्तान की अंतिम दुकान
हिंदुस्तान की अंतिम दुकान
Brijpal Singh
मेरा कुछ भी लिखना दो पल तुमसे बातें करना होता है
मेरा कुछ भी लिखना दो पल तुमसे बातें करना होता है
Brijpal Singh
सवालों के घेरे में
सवालों के घेरे में
Brijpal Singh
मुक्तक
मुक्तक
Brijpal Singh
मुक्तक
मुक्तक
Brijpal Singh
बसंत ऋतु
बसंत ऋतु
Brijpal Singh
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
Brijpal Singh
बस यूं ही
बस यूं ही
Brijpal Singh
" शेर "
Brijpal Singh
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