Ashok Chhabra 133 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Ashok Chhabra 1 Nov 2018 · 1 min read माँ तूने मुझे लिखा है मैं तुझ पर क्या लिख सकता हूँ। 'मदर्स डे' पर लोग मुझसे कहने लगे माँ पर कुछ लिख। मैं क्या लिखूँ। क्या मैं सचमुच इतना बडा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 11 54 902 Share Ashok Chhabra 6 Jan 2021 · 1 min read 'कोरोना वारियर्स' 'कोरोना' को मार भगाने डटकर खडे हैं सीना ताने, भारत माँ के लाल 'कोरोना वारियर्स-2'। सुना कभी था बचपन में ये होते भगवन का रूप, छाया जग को देते हरदम... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 9 52 414 Share Ashok Chhabra 8 Jan 2021 · 1 min read पंजाबी गीत--'सैल्फिया' सैल्फिया वखा वखा के अपणी रोज ना मार सानु। दो मुलाकाता तेरीया ने पैले ही मार सुटया जानु।। वटसप ते तू है रोज पेजदी सैल्फी तू मतवाली, उस सैल्फी दे... Hindi · गीत 4 10 506 Share Ashok Chhabra 25 Feb 2019 · 1 min read नेता और अभिनेता 'फिल्में और राजनीति' विषय पर प्रतियोगिता आयोजित की जा रही थी। एक उम्मीदवार से पूछा गया, "नेता और अभिनेता में क्या समानता है? " "उनका लक्ष्य एक है।" "कैसे? "... Hindi · लघु कथा 3 1 310 Share Ashok Chhabra 2 May 2020 · 1 min read खत्म होते संस्कार दुख होता है बदलते समय पर खत्म हो रहे संस्कार। नही रही इज्जत माँ-बाप की बच्चों के द्वारा अच्छी नही लगती उन्हें उनकी डांट-फटकार। खुल रहे वृद्धाश्रम जगह-जगह हो रहा... Hindi · कविता 3 2 509 Share Ashok Chhabra 22 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक किया समर्पित जीवन था स्वदेश आजाद करवाने को, महान क्रांतिकारी थे न शक न कोई तर्क भुलाने को। जलियांवाला हत्याकांड पर हिलाई ब्रिटिश सरकार, बारंबार नमन भगतसिंह आजादी के दीवाने... Hindi · मुक्तक 3 448 Share Ashok Chhabra 13 Sep 2018 · 1 min read हिन्दी बढी खूब साख ताज, हिंद का है हिंदी आज, भाषा पर नाज मन, मीत होना चाहिए। छाई हर देश मन, भाई नर नेक अब, बने देश भाषा ये , प्रयास... Hindi · घनाक्षरी 2 2 291 Share Ashok Chhabra 10 Mar 2019 · 1 min read दो पंक्तियाँ न धन न पद न किसी की मुहब्बत का स्थान है, मेरे दिल में सिर्फ और सिर्फ मेरा हिंदुस्तान है। अशोक छाबडा 25012019 Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 293 Share Ashok Chhabra 10 Mar 2019 · 1 min read दो पंक्तियाँ मेरी चाहत न बयां हो सकती है न दिखाई देगी, जरा करीब आओ जिंदगी गुलजार कर दूंगा। अशोक छाबडा 01012019 Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 255 Share Ashok Chhabra 10 Mar 2019 · 1 min read नया साल आज फिर नया साल है करें नई शुरुआत। भूलें नफरत आपसी करें प्यार की बात।। अशोक छाबडा 01012019 Hindi · दोहा 2 224 Share Ashok Chhabra 25 May 2019 · 1 min read नमो नमो नमो का शोर है गूंज रहा हर ओर। भगवा हर एक को लगा हो ली उनकी भोर।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 2 398 Share Ashok Chhabra 25 Sep 2019 · 1 min read नमन हे गुरु नानक देव। धन्य हुई भारत की भूमि यहाँ हुए गुरू नानक देव। सदा आपको शीश नवाते नमन हे गुरु नानक देव।। अप्रैल पंद्रह साल 1469 था बडा पावन दिन वो। दिया हमें... Hindi · कविता 2 601 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read क्यूं धर्म क्यूँ धरम में उलझ रहा क्यूँ बनता नादान। तेरा मेरा एक है गर माने इन्सान।। --अशोक छाबडा Hindi · दोहा 2 2 285 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read हर दिन हर दिन रावण बढ रहे कैसे हो संहार। इस दशमी विनती यही राम लगाओ पार।। --अशोक छाबडा Hindi · दोहा 2 2 437 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक खुद को ही महकाने के लिए थोडा इत्र ही काफी है ये दिल बहलाने को महबूबा का चित्र ही काफी है। ये उदास जिंदगी संवारने के लिए कुछ ज्यादा नहीं... Hindi · मुक्तक 2 263 Share Ashok Chhabra 24 Jan 2021 · 1 min read मुक्तक-नेताजी खपा दिया था अपना पूरा बिना मोल मानव जीवन, नही चुका सकते हम कर्ज खर्चें चाहे जितना धन। आजादी दिलवाने आतुर सुभाष बोस था नाम हुआ, नेताजी को याद करें... Hindi · मुक्तक 2 1 283 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2021 · 1 min read दो पंक्तियाँ आवाज सुनकर दिल की बात जानने का बरसों पुराना हुनर है हममें, तुम जरा मेरा नाम चार बार पुकार कर देखो। --अशोक छाबडा, गुरूग्राम। Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 397 Share Ashok Chhabra 1 Sep 2018 · 1 min read दोहे--देशभक्ति 1 भारत माँ की है धरा सदा मोक्ष का द्वार, जन्म लिया जिसने यहाँ भवसागर वो पार। 2 सकल विश्व माँ भारती ऊँचा तेरा नाम, दिल से मैं हूँ कर... Hindi · दोहा 1 1 563 Share Ashok Chhabra 9 Sep 2018 · 1 min read पापा मुझे पढने दो आसमान को छूने दो आगे मुझे बढने दो, मै आपकी प्यारी बेटी पापा मुझे पढने दो। भैया भी जाते स्कूल मै भी पढना चाहती हूँ, नाम रोशन करूंगी आपका पापा... Hindi · कविता · बाल कविता 1 3 456 Share Ashok Chhabra 11 Sep 2018 · 2 min read माँ तूने मुझे लिखा है मैं तुझ पर क्या लिख सकता हूँ। मदर्स डे पर लोग मुझसे कहने लगे माँ पर कुछ लिख। मैं क्या लिखूँ क्या मैं सचमुच इतना बडा... Hindi · कविता 1 1 244 Share Ashok Chhabra 12 Sep 2018 · 1 min read तुम हो कडकती धूप में ठंडी छांव सी तुम हो, सर्द मौसम में एक गर्माहट सी तुम हो। मेरे दिल की धडकन मेरी जिंदगी हो, क्या कहूँ मेरी खुशी मेरी पूरक तुम... Hindi · कविता 1 497 Share Ashok Chhabra 17 Sep 2018 · 1 min read आजादी की कीमत आज जो हम ये इतना इतरा रहे हैं रातों को भी चैन की नींद सो रहे हैं आसान नहीं था पाना ये सब पूरा पता नहीं हमे अब भी आजादी... Hindi · कविता 1 1 442 Share Ashok Chhabra 22 Sep 2018 · 1 min read कविता पढने आया हूँ सच तो सच ही होता है मैं ये बतलाने आया हूँ धूल हटा करके सबको दर्पण दिखलाने आया हूँ। न सोचना कि गुणगान किसी का बस करने आया हूँ कवि... Hindi · कविता 1 2 323 Share Ashok Chhabra 19 Oct 2018 · 1 min read वो दिन गए आंखों ही आंखों में होती थी बात वो दिन गए बडी मुश्किल से होती थी मुलाकात वो दिन गए। भेजो अगर संदेश तो तुरंत जवाब आता है पहले लिखना फिर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 522 Share Ashok Chhabra 4 Dec 2018 · 1 min read मुक्तक है जिनका सपना हर तरफ भारत की जय जयकार हो, गरीब को हक मिले अच्छे दिन का स्वप्न साकार हो, है चाह उनके मन में बस सबका साथ सबका विकास,... Hindi · मुक्तक 1 301 Share Ashok Chhabra 17 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक बह रहे आंखों से आंसू दिल बहुत उदास है, क्रोध भी खूब उमड रहा उड गया हास है। हमला किया जिसने है देश के जवानों पर, उस आतंकी का सुनो... Hindi · मुक्तक 1 195 Share Ashok Chhabra 17 Feb 2019 · 1 min read मुक्तक दिया जो दर्द है गहरा उसे तुम न जाने भूल देना, हुए बलिदान जो वीरों के जाने न उसे फिजूल देना। पुलवामा हमला करने वाले कायर को देना जवाब, बस्ती... Hindi · मुक्तक 1 204 Share Ashok Chhabra 23 Feb 2019 · 1 min read जय जय मां शारदा जय जय हो माँ शारदा कृपा करो अपार। ज्ञानी जग के सब बनें दो विद्या उपहार।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 1 245 Share Ashok Chhabra 26 Feb 2019 · 1 min read आसमान से आसमान से चोट दी दुश्मन किया तबाह। करनी का फल है दिया सेना की हो वाह।। अशोक छाबडा 26022019 Hindi · दोहा 1 486 Share Ashok Chhabra 28 Feb 2019 · 1 min read तरीका आज पांचवां दिन था मुझे चक्कर काटते हुए। केवल एक छोटा सा काम करवाने के लिए कई बातें सुननी पडी थी। आफिस वाले कभी कहते कि अभी टाइम नहीं है,... Hindi · लघु कथा 1 1 248 Share Ashok Chhabra 28 Feb 2019 · 1 min read राजनीति "क्या बात है आज बडे खुश नजर आ रहे हो। ये चेहरे पर गुलाल क्यों लगा रखा है? "तुम्हें पता नहीं विधानसभा के चुनाव का परिणाम आ गया है? 'अपना... Hindi · लघु कथा 1 400 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2019 · 1 min read पछतावा सोशल मीडिया पर अशोक की दोस्ती एक बडे शहर में रहने वाले गौरव से हो ग ई थी। अक्सर उनमें बातें होती रहती थी। गौरव उसे गंवार कहकर चिढाता रहता... Hindi · लघु कथा 1 515 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2019 · 1 min read पेट की आग जून का महीना था और तपती दुपहरी में रिक्शेवाला सवारी को खींचता हुआ उसको उसके गंतव्य स्थान तक पहुँचाने के लिए पैडल मारता हुआ पसीने से तर बतर हो रहा... Hindi · लघु कथा 1 329 Share Ashok Chhabra 1 Mar 2019 · 1 min read पापड जनवरी का महीना था। कडाके की ठंड। रात के समय सुखिया फुटपाथ पर बैठा जाग रहा था। नींद आती भी तो कैसे। ठंड ने उसका जीना मुहाल कर रखा था।... Hindi · लघु कथा 1 640 Share Ashok Chhabra 8 Mar 2019 · 1 min read नारी ममता खूब भरी हुई, नारी से संसार। शक्ति को प्रणाम है, ये जग का आधार।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 1 241 Share Ashok Chhabra 13 Mar 2019 · 1 min read कुंडलिया- पुलवामा पुलवामा दर्द सहा आसूं लेकर नैन, क्रोध दिल में दिया दबा मिला न फिर भी चैन। मिला न फिर भी चैन तुम ऐसा करो इलाज, घरों में घुस ठोको तब... Hindi · कुण्डलिया 1 274 Share Ashok Chhabra 24 Apr 2019 · 1 min read वोट कीमत मानो वोट की बदले ये तकदीर। वोट एक समझो न कम बदले देश तस्वीर।। अशोक छाबडा Hindi · दोहा 1 426 Share Ashok Chhabra 28 Apr 2019 · 1 min read मतदान देख लो आज बन गया है चुनाव त्यौहार। करना सब मतदान को चूक बडी बेकार।। अशोक छाबडा 26042019 Hindi · दोहा 1 279 Share Ashok Chhabra 2 Aug 2019 · 1 min read भारतवंदन नमन भारत भूमि को यहाँ माँ गंगा का जल पावन। आओ सब मिलकर करें अपने राष्ट्र का वंदन।। पावन मिट्टी है यहाँ की जिसमें हम हैं खेले इसी मिट्टी से... Hindi · कविता 1 413 Share Ashok Chhabra 2 Aug 2019 · 1 min read पुलवामा के शहीद रोज रोज शहादत की खबरों से चैन नहीँ मैं पाता हूँ भारत माँ का बेटा हूँ मैं कलम से रखता नाता हूँ। पुलवामा ने फिर दर्द दिया है इसको कैसे... Hindi · कविता 1 384 Share Ashok Chhabra 25 Sep 2019 · 1 min read हिंदी शिखर पर हो हिंदी भाषा शिखर पर हो, यही सबकी जुबां पर हो। सभी का एक ही स्वर हो, न मोह अंग्रेजी पर हो। बढे क्षेत्रीय भाषाएं भी, न जोर किसी एक पर... Hindi · कविता 1 498 Share Ashok Chhabra 13 Jan 2020 · 1 min read बापू बहुत चर्चा हो रही है आजकल तुम्हारी 'बापू'। पहले से ज्यादा जरूरत है तुम्हारे आदर्शों को अपनाने की। सत्य, प्रेम और अहिंसा का जो पाठ तुमने पढाया अपनाने लगे हैं... Hindi · कविता 1 2 295 Share Ashok Chhabra 28 Jan 2020 · 1 min read बारिश बरसती हैं बूंदें कभी कभी तो अच्छा लगता है, ऐसे ही हो दीदार तुम्हारा तो अच्छा लगता है। जैसे तपती धूप के बाद बारिश की बूंदें, ऐसे रूठकर तेरा मान... Hindi · कविता 1 2 268 Share Ashok Chhabra 1 Apr 2020 · 1 min read दो पंक्तियाँ खिलते हुए गुलाबी चेहरे की तेरे तस्वीर भी हो तो, दिन बन जाए जिससे मेरा कुछ ऐसी सुबह हो। --अशोक छाबडा. Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 258 Share Ashok Chhabra 6 Apr 2020 · 1 min read वायरस वायरस जी हाँ एक वायरस। और पूरी दुनिया हिल गई। महाशक्तिशाली एक देश ने भी हाथ खडे कर दिए। और कुछ विकसित देशों के भी हालात बदतर। सब धरा रह... Hindi · कविता 1 2 364 Share Ashok Chhabra 18 Dec 2020 · 1 min read कुण्डलिया- पैकेज आज पैकेज बन गया शादी का आधार, सही नही पैकेज तो तके न कोई यार। तके न कोई यार फेरे सात हों मुश्किल, लडके फिर क्या करें उमर जाती जाये... Hindi · कुण्डलिया 1 1 257 Share Ashok Chhabra 18 Dec 2020 · 1 min read कुण्डलिया- गैंगरेप गैंगरेप डरावना लगाते क्यूँ न रोक, धरती देखो है बनी ज्यूं नरक का लोक। ज्यूं नरक का लोक अच्छा न लगता अनाज, बेटी सुरक्षित हों करें सब मिल वो इलाज।... Hindi · कुण्डलिया 1 1 329 Share Ashok Chhabra 18 Dec 2020 · 1 min read कुण्डलिया- हिंदी हर दिन हिंदी लो मना विनती बारंबार, दिन बस एक मना इसे करो न ये उपकार। करो न ये उपकार हिंदी सम भाषा नही, राजभाषा है हो राष्ट्रभाषा भी यही।... Hindi · कुण्डलिया 1 5 505 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक दिल ये मेरा झूम उठा है तबियत हुई हरी भरी आजादी का पर्व आया छलके अमृत की गगरी। गणतंत्र दिवस कहलाया तिरंगा हम फहरायेगे गंगाजल- सा पावन मानो दिन ये... Hindi · मुक्तक 1 2 266 Share Ashok Chhabra 19 Dec 2020 · 1 min read मुक्तक बहुत दिनों पर मिलकर उसने यादों की परतें खोली हैं नींद मेरी छीनी जिसने तुमरी आखें औ बोली हैं। रही अधूरी चाहत जो थी पूरी कर लें आज अभी गुलाल... Hindi · मुक्तक 1 373 Share Page 1 Next