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Language: Hindi
40 posts
हर ज़ख्म सिला लूंगा
हर ज़ख्म सिला लूंगा
Sahib Khan
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Sahib Khan
सबब-ए-जिंदगी
सबब-ए-जिंदगी
Sahib Khan
तुम
तुम
Sahib Khan
तेरी तस्वीर
तेरी तस्वीर
Sahib Khan
जबसे मुझे तुमसे प्यार हो गया
जबसे मुझे तुमसे प्यार हो गया
Sahib Khan
नए साल में
नए साल में
Sahib Khan
ऐ फरेब-ए-दिल एक मशवरा कर दे,
ऐ फरेब-ए-दिल एक मशवरा कर दे,
Sahib Khan
चले आओ
चले आओ
Sahib Khan
तेरी अदाओ के आसमान पर,
तेरी अदाओ के आसमान पर,
Sahib Khan
तुम गर साथ होती............
तुम गर साथ होती............
Sahib Khan
कितनी नादां है वो जो मुझे भुलाना चाहती है,
कितनी नादां है वो जो मुझे भुलाना चाहती है,
Sahib Khan
मैंने तुझे भुला दिया...........
मैंने तुझे भुला दिया...........
Sahib Khan
-: आपका इंतज़ार है हमको :-
-: आपका इंतज़ार है हमको :-
Sahib Khan
-: मेरे महबूब तुम सदा मुस्कुराना :-
-: मेरे महबूब तुम सदा मुस्कुराना :-
Sahib Khan
राहे उल्फत के इंतजार कोई करता है,
राहे उल्फत के इंतजार कोई करता है,
Sahib Khan
तुम्हारी याद सारी रात तडपाएगी,
तुम्हारी याद सारी रात तडपाएगी,
Sahib Khan
-: राज़-ए-मुश्कान :-
-: राज़-ए-मुश्कान :-
Sahib Khan
-: तलाश :-
-: तलाश :-
Sahib Khan
“ बयान-ए-नज़र “
“ बयान-ए-नज़र “
Sahib Khan
यही तो इश्क़ का दस्तूर है,
यही तो इश्क़ का दस्तूर है,
Sahib Khan
प्यार में भीगे दिन, मैं कभी ना भुलाऊँगा,
प्यार में भीगे दिन, मैं कभी ना भुलाऊँगा,
Sahib Khan
‘’ आवाज़-ए-दिल ’’
‘’ आवाज़-ए-दिल ’’
Sahib Khan
मैं लिखता हूँ तुम्हारी खातिर,
मैं लिखता हूँ तुम्हारी खातिर,
Sahib Khan
" काश कोई होती "
Sahib Khan
हाय!! ये पायल की झंकार.........
हाय!! ये पायल की झंकार.........
Sahib Khan
तेरी  हर अदा पर,
तेरी हर अदा पर,
Sahib Khan
"ऐ ज़िंदगी मैं तुझसे बड़ा नाराज़ हूँ"
Sahib Khan
"इश्क़ परवाने का"
Sahib Khan
"दिलनशी तुम ना होते"
Sahib Khan
“तेरे शहर में“
“तेरे शहर में“
Sahib Khan
कहाँ से शुरू करू , कहाँ करू तमाम,
कहाँ से शुरू करू , कहाँ करू तमाम,
Sahib Khan
रुस्वाई हो जिसमे
रुस्वाई हो जिसमे
Sahib Khan
एक ख्वाहिश है
एक ख्वाहिश है
Sahib Khan
चाहत
चाहत
Sahib Khan
दास्ताँ-ए-हिन्दुस्तान
दास्ताँ-ए-हिन्दुस्तान
Sahib Khan
ऐसा भी कहाँ, के दिल तोड़ के रो लेता
ऐसा भी कहाँ, के दिल तोड़ के रो लेता
Sahib Khan
मुक़द्दर
मुक़द्दर
Sahib Khan
दिल और तुम
दिल और तुम
Sahib Khan
ठण्ड बहुत है
ठण्ड बहुत है
Sahib Khan
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