Neelam Sharma 649 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read कल चमन था कल चमन था आज सब वीरान है। हर गली तन्हा पड़ी सुनसान है। दर्द - ए- दिल रोज़ ही बढ़ता गया, अब मिरा ख़ुद पे नहीं इम्कान है। अब कहाँ... Poetry Writing Challenge · ग़ज़ल 2 4 291 Share Neelam Sharma 7 Jun 2023 · 1 min read जब किसी बज़्म तेरी बात आई । जब किसी बज़्म तेरी बात आई । गुल खिले चाँदनी रात याद आई। चाँद का ज़िक्र जब हुआ 'नीलम' दम-ब-दम यार तेरी याद आई। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 2 403 Share Neelam Sharma 10 Jun 2023 · 1 min read ०अर्कान – मफाईलुन मफाईलुन फऊलुन ०अर्कान – मफाईलुन मफाईलुन फऊलुन ---------------------------------------------------------------------- विषय :- प्रेम विरह गीत रस :- श्रृंगार ( वियोग ) छंद :- विजात छंद #मुखड़ा तुम्हें देखूँ सँवर जाऊँ। न देखूँ तो बिखर... Poetry Writing Challenge 2 95 Share Neelam Sharma 17 Jun 2023 · 1 min read मेरी हसरत जवान रहने दे । मेरी हसरत जवान रहने दे । तू मुझे बेजुबान रहने दे। ज़िंदगी थक गई हूँ दे दे कर अब मिरा इम्तिहान रहने दे । छू चुकी आसमां मैं गर्दिश का... Quote Writer 2 1 355 Share Neelam Sharma 18 Jun 2023 · 1 min read ज़ीस्त के तपते सहरा में देता जो शीतल छाया । ज़ीस्त के तपते सहरा में देता जो शीतल छाया । मेरे साथ है माँ का आँचल औ पिता का साया । नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 2 461 Share Neelam Sharma 23 Jun 2023 · 1 min read मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया कैसे । मैं दोस्तों से हाथ मिलाने में रह गया कैसे । मैं ख़ाली हाथ इस ज़माने में रह गया कैसे। वो इक शख्स जो मिरा दोस्त ज़माने से था पता नहीं... Quote Writer 2 434 Share Neelam Sharma 1 Oct 2023 · 1 min read आजा कान्हा मैं कब से पुकारूँ तुझे। आजा कान्हा मैं कब से पुकारूँ तुझे। साथ अपने बैठा कर निहारूँ तुझे।। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 2 143 Share Neelam Sharma 20 Oct 2023 · 1 min read पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता पृष्ठों पर बांँध से बांँधी गई नारी सरिता प्यासा झीलों से कूओं का पानी मांँगे ।। मैं नहीं और कोई और ना तो और सही ये ज़माना तो महज़ कहने... Quote Writer 2 111 Share Neelam Sharma 21 Oct 2023 · 1 min read प्रेम और घृणा दोनों ऐसे प्रेम और घृणा दोनों ऐसे बीज हैं, जो एक बार अंकुरित हो जाएँ तो फिर बड़ी मुश्किल से उखड़ते हैं। नीलम शर्मा ✍️ Quote Writer 2 185 Share Neelam Sharma 24 Oct 2023 · 1 min read मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व , मंगलमय हो आपका विजय दशमी शुभ पर्व , स्वस्थ काया संग मिले धन वैभव सुख सर्व ! सकारात्मक सोच से जीवन करें सत्संग, जीवन से तम को मिटा मन में... Quote Writer 2 221 Share Neelam Sharma 24 Dec 2023 · 1 min read तीर'गी तू बता रौशनी कौन है । तीर'गी तू बता रौशनी कौन है । इसके आने से तू क्यों हुई मौन है। बेबसी चूर ग़म से हुई क्यों बता, खिलखिलाती हुई ये ख़ुशी कौन है। श्याम के... Quote Writer 2 153 Share Neelam Sharma 2 Jan 2024 · 1 min read विराम चिह्न विराम अर्थ होता है -'रुकना'! बच्चों रखना ध्यान। अभिव्यक्ति में ठहराव का करवाता यह भान।। भाषा को जीवंत बनाता 'विराम चिन्ह' का ज्ञान। 'विराम चिह्न' के शुद्ध प्रयोग से आती... Hindi · कविता · विराम चिह्न 2 2 146 Share Neelam Sharma 19 Jan 2024 · 1 min read श्रीराम नव राष्ट्र का संचार है, सत्कर्म शुभ संस्कार है। श्री राम का है आगमन, जय घोष जय जय कार है।। हिन्दुत्व नस -नस में भरा, श्री राम रमते रक्त में।... Hindi · श्रीराम 2 73 Share Neelam Sharma 24 Jan 2024 · 1 min read तज द्वेष तज द्वेष मिटा कटुता मन शीलम। भज नाम मुरार कटे दुख कीलम।। दिन रैन निहारत राह पिया दृग, कब त्रास मिटे मृग लोचन नीलम।। उर में धँसते सुख कंटक से... Poetry Writing Challenge-2 2 62 Share Neelam Sharma 5 Feb 2024 · 1 min read उठो द्रोपदी....!!! उठो द्रोपदी बनो वीरांगना, खुद शक्ति का सँचार करो। कोमल चूड़ी वाले हाथों से, दुष्ट दुशाषन संहार करो। हे यग्नसैनी!हे द्रुपद सुता!तुम रूप आज विकराल धरो। अधर्म की इस राज... Poetry Writing Challenge-2 · नारी शक्ति 2 80 Share Neelam Sharma 6 Feb 2024 · 1 min read बेजुबान तस्वीर बेज़ुबां होती कहाँ तस्वीर है। बोलती तस्वीर की तहरीर है। सोच ना कमज़ोर औरत को कभी फूल सी नाज़ुक मगर शम़शीर है। आज हिम्मत कर ज़रा औ तोड़ दे बेबसी... Poetry Writing Challenge-2 · ग़ज़ल 2 59 Share Neelam Sharma 7 Feb 2024 · 1 min read श्रृंगार माथे की बिंदिया चमचम, पैरों में पायल की छनछन, हाथों में कंगन की खनखन, रुनझुन छनके कमरबंद, करते साजन का अभिनंदन। रिश्ता अपना खुशबू चंदन, रहे दीप्त क्षितिज-सा यौवन, नित... Poetry Writing Challenge-2 · कविता 2 80 Share Neelam Sharma 1 May 2024 · 1 min read वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन बह्र का नाम - बह्रे रमल मुसद्दस महज़ूफ काफिया - "अर" की बंदिश रदीफ़ - नहीं याद तेरी ख़ार की मुंतज़िर नहीं । मौत चुप है शोर-ए-महशर नहीं। जिंदगी ही शोर करती है सदा, मौत चुप है शोर-ए-महशर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · वज़्न -- 2122 2122 212 अर्कान - 2 27 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read प्रणय गीत चूड़ी की मौन हुई खन- खन, कँगना भी ज़िद पे आया है। झुमका भी राह तके मोहन,अँखियों ने जल बरसाया है।। अब तो आजा रे साँवरिया! सावन का महिना आया... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · गीत 2 25 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 221 2122 221 2122 उन्मुक्त प्रीति कान्हा उन्मुक्त भाव राधा। चाहा तुम्हें सभी ने मन राधिका ने साधा । माधौ का दिल फँसा है, राधे की सादगी में, ख्वाबों में रम गया है,री! रूप... "संवेदना" – काव्य प्रतियोगिता · ग़ज़ल/गीतिका · मफ़उलु फ़ाइलातुन मफ़उलु फ़ाइलातुन 2 21 Share Neelam Sharma 2 May 2024 · 1 min read आधार छन्द- "सीता" (मापनीयुक्त वर्णिक) वर्णिक मापनी- गालगागा गालगागा गालगागा गालगा (15 वर्ण) पिंगल सूत्र- र त म य र शब्द भावों को सहेजें शारदे माँ ज्ञान दो। छंद गीतों में पिरो दूँ मातु ब्राह्मी भान दो।। कर्मयोगी मैं बनूँ री! है यही माँ कामना। शौर्य गाथा मैं लिखूँ हो... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल/गीतिका · छंद -सीता 2 35 Share Neelam Sharma 3 May 2024 · 1 min read सकारात्मक सोच सकारात्मकता १) मीठे बोल सकारात्मकता के मिलती ऊर्जा। २) हुई झंकृत सकारात्मक वीणा अंतर्मन की। ३) सकारात्मक विचार प्रवाह से उन्नति पक्की। ४) नकारात्मक पाश न जकड़ले सोच बदलो। ६)... Poetry Writing Challenge-3 · सकारात्मक · हाईकु 2 20 Share Neelam Sharma 3 May 2024 · 1 min read बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन काफ़िया -आर रदीफ़ - से 2122 2122 212 गिरह- आ रही ठंडी हवा उस पार से। हो गए मौसम भी कुछ बीमार से। १) दिल लगाया भी तो इक अय्यार... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन 2 24 Share Neelam Sharma 4 May 2024 · 1 min read हुआ क्या है 3/5/22 कुछ हुआ है मगर हुआ क्या है। बेरुखी का मुकालिमा क्या है । पिंजरे में जो कैद है मुझ सी, उसके इस दर्द का पता क्या है। ये जिगर... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल 2 15 Share Neelam Sharma 5 May 2024 · 1 min read प्रेम तुझे जा मुक्त किया "प्रेम तुझे अब मुक्त किया!" अपनी श्वासों को प्राण वायु से क्यों कान्हा तुमने रिक्त किया। अव्यक्त रही उर अभिव्यंजनाओं पर पहरेदार नियुक्त किया।। जन्म जन्म की प्रीत नहीं है... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 23 Share Neelam Sharma 6 May 2024 · 1 min read किताब-ए-जीस्त के पन्ने किताब-ए-जीस्त के पन्ने उलटते रहते हैं । भरे तुफानों में जीवन सिमटते रहते हैं। हुईं हैं आँखें उनींदीं तुम्हारी चाहत में, तेरी जुदाई में करवटें बदलते रहते हैं। कभी मिला... Poetry Writing Challenge-3 · कविता 2 19 Share Neelam Sharma 6 May 2024 · 1 min read प्यार के काबिल बनाया जाएगा। मापनी-2122,2122,212 प्यार के काबिल बनाया जाएगा। पत्थरों को दिल बनाया जाएगा। इश्क में तेरे फना हम हो गए मेरा भी किस्सा सुनाया जाएगा। आह निकले ना कहीं फिर दर्द से... Poetry Writing Challenge-3 · ग़ज़ल · बह्र 2122 2122 212 2 24 Share Neelam Sharma 11 May 2024 · 1 min read बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है गिरह चाहत की बानगी से अपना बना रहा है। १) देखो वो जा रहा है। झगड़ा मिटा रहा है। २) वादा किया जो उसने पूरा निभा रहा है। ३) हाथों... Hindi · ग़ज़ल · बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊल 2 19 Share Neelam Sharma 25 Dec 2016 · 3 min read किन्नर ......माँ के नाम एक पाती , जो लिखी है रह जाती माँ के नाम एक पाती , जो लिखी है रह जाती किन्नर ...... कहते हैं मनुष्य गलतियों का पुतला है.यह सार्वविदित व स्वीकार्य भी है ,किंतु ईश्वर ! क्या ईश्वर... Hindi · कविता 1 2k Share Neelam Sharma 21 May 2017 · 1 min read मिसरा-जिंदगी खुशनुमा रंग भरने लगी। गज़ल मिसरा-जिंदगी खुशनुमा रंग भरने लगी। हर इक सूरत में तेरी सूरत नज़र आने लगी सच है कि जिंदगी खुशनुमा रंग भरने लगी। जीते जी जो कभी मिट ना पाए... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 221 Share Neelam Sharma 27 May 2017 · 1 min read अहसास लिखूं। अहसास सोच रही हूं आज पिया मैं तुम पर एक उपन्यास लिखूं। तुमको अपनी मौज लिखूं या अपने जीवन का ह्रास लिखूं। तेरी झूठी फितरत से ही खत्म हुआ उल्लास... Hindi · गीत 1 1 293 Share Neelam Sharma 27 May 2017 · 1 min read चांद हाइकु चांद बुढ़िया माई है चरखा कातती चांद पे देखो। रात चांदनी चित्रकार अंबर भाव उकेरे। नन्हे बालक चंद्रमा की चाहत खिलखिलाएं। यादें पिया की चांद का प्रतिबिंब शीतल मन।... Hindi · हाइकु 1 1 262 Share Neelam Sharma 28 May 2017 · 1 min read गज़ल मिसरा- जब बिछड़ना है तो झगड़ा क्यूं करें हम। काफ़िया-आ रद़ीफ़-क्यूं करें हम। सीधा सादा है महबूब मेरा, उससे शिकवा भला क्यूं करें हम। जब वो रहता है मेरे जिगर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 244 Share Neelam Sharma 28 May 2017 · 1 min read चाहत कभी बेरंग गुज़री है कभी बेज़ार गुज़री है तेरी ही चाहतों के सिलसिलों में य़ार गुज़री है रंग तो आसमान में भी बिखेरे थे इन्द्रधनुष ने मेरे आँचल पे ही... Hindi · गीत 1 1 438 Share Neelam Sharma 30 May 2017 · 1 min read नहीं मिले। रद़ीफ़- नहीं मिले। क्यों इक हसीं ख्वाब सी है, किताब जिंदगी जब चाहा इसे पढलें तो साबूत पन्ने ही नहीं मिले। ढूंढा किए बहुत ज़ीस्त-ए-किताब में, मग़र दिल को दें... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 390 Share Neelam Sharma 30 May 2017 · 1 min read नहीं जाता। कुछ रिश्ते साथ होकर भी,याद नहीं आते कुछ दूर हो फिर भी, भुलाया नहीं जाता। ये इश्क हर किसी को रास आए,सच नहीं कोई नहीं भूलता, तो किसी को याद... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 214 Share Neelam Sharma 1 Jun 2017 · 1 min read शर्म हाइकु शरम/शर्म पर्दा न कर, शर्म आंखों की काफी खुद से डर। मन बांवरा शरम छोड़कर रहा मचल। शरम हया बस नाम के बचे कहते लोग। बनते नेता शरम बेचकर... Hindi · हाइकु 1 214 Share Neelam Sharma 1 Jun 2017 · 1 min read बेवफा हाइकु बेवफा शाम सिंदुरी हरजाई सूरज घर न लौटा। बसी रूह में कुछ यादें सुहानी बेवफा पिया। भोला मनवा हरजाई बालम रोज सताए। बूंदें शक की हरजाई मन में बेचैनी... Hindi · हाइकु 1 293 Share Neelam Sharma 3 Jun 2017 · 1 min read प्रकृति हाइकु प्रकृति सुंदर सृष्टि सींचे इंद्रधनुष खुशी सिंदुरी। फैला गंदगी शोध समीक्षा करें मानव। बुढाये ख्वाब साझा धरा का कोना रोती प्रकृति। ढूंढते बच्चे खुशहाल प्रकृति खोजें न मिली। दुखी... Hindi · हाइकु 1 576 Share Neelam Sharma 4 Jun 2017 · 1 min read धागे धागे मजबूत डोर होते हैं, अनमोल रिश्तों के धागे। कभी भी जो नहीं टूटे, हैं मजबूत जोड़ ये धागे। हर समस्या का हैं होते,सफल तोड़ ये धागे प्रीत का बंधन... Hindi · कविता 1 1k Share Neelam Sharma 5 Jun 2017 · 1 min read दरमियां उन्वान- दरमियां......। हर रोज़ न सही मगर कभी कभी दरमियां तेरे मेरे कुछ तो है अजनबी खींचता है मुझे किसी चुंबक की तरह। है अंजाना सा जो रिश्ता, मैं क्या... Hindi · कविता 1 367 Share Neelam Sharma 5 Jun 2017 · 1 min read बूंदें हाइकु मेघ/बूंदें मेघ हैं छाये घनघोर घटाएं बूंदें बरसीं। काले नयना हैं बूंदें बरसाते अरमानों की। लेकर आया रिमझिम सीं बूंदें मेघ श्यामल। पीलीं धरा ने पुलकित है मन ओक... Hindi · हाइकु 1 294 Share Neelam Sharma 6 Jun 2017 · 1 min read देखते हैं। रद़ीफ- देखते हैं। चुरा के वो हमको, नज़र देखते हैं। वो घड़ी दो घड़ी में गज़र देखते हैं। क्या रही मोहब्बत में मेरी,कसर देखते हैं। चलो आज मोहब्बत का,असर देखते... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 393 Share Neelam Sharma 8 Jun 2017 · 1 min read अनुराग प्रणय स्नेह अनुरक्ति प्रेम और अनुराग जीवन की बगिया खिलाते जैसे पुष्प पराग। अनुराग है कण कण में, अनुराग है जन्म मरण में। अनुराग है नभ और थल में, है... Hindi · कविता 1 1 1k Share Neelam Sharma 9 Jun 2017 · 1 min read हाइकु हाइकु जल उफ़ ये प्यास चिलचिलाती धूप सूखे हैं कूप। बढ़ा संताप हैं ताकते आकाश जल की आस। नीर अमि सा मिश्री सा खरबूजा पेय मधुर। पानी जीवन है वसुंधरा... Hindi · हाइकु 1 274 Share Neelam Sharma 10 Jun 2017 · 1 min read प्रेम आज का हासिल हाइकु-प्रेम है प्रेम राग मधुर अनुराग लाग जिया की। प्रेम राग से सुरभित जीवन थिरके मन। प्रेम लपटें जिंदगी को संवारें हों वारे न्यारे। प्रीति की भाषा... Hindi · हाइकु 1 440 Share Neelam Sharma 11 Jun 2017 · 1 min read उल्लाला छंद उल्लाला छंद मृगनयनी है राधिका,मोहन चंचल मन अधीर। लाज हया सब भूलकर,मिलते हैं यमुना तीर। जाने जो बात हिय की, सुमीत उसे कहते हैं। छू जाये सबका हृदय, संगीत उसे... Hindi · तेवरी 1 2 1k Share Neelam Sharma 13 Jun 2017 · 1 min read मज़ा आ गया। गिरह- हंसके जीने का सीखा नया इक सबक, ग़म जहां से छिपाया, मज़ा आ गया। (१) कब से प्यासी थी, राधा के उर की धरा, प्रीति बदरी जो छाई, मज़ा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 270 Share Neelam Sharma 13 Jun 2017 · 1 min read संत वल्गा- संत विद्या-दोहा मुक्तक संत संत अब हैं नहीं,सतपथ दीना छोड़। भाव भक्ति भुला दिये,लगी स्वांग में होड़। धन भंडारे भर रहे, सभी चोर पर मोर, कौन प्रथम पहुंचे नरक,... Hindi · दोहा 1 553 Share Neelam Sharma 15 Jun 2017 · 1 min read भोला बचपन सुनो, क्या आपने पहचाना मुझे? अरे भाई! मैं हूं भोला-मस्तमोला बचपन। खेल रहा है भोला बचपन,रोज नए अहसासों से, मन में उमंग भरने वाले, शरारती आभासों से। बारिश में ,... Hindi · गीत 1 759 Share Previous Page 2 Next