लक्ष्मी सिंह Tag: गीत 92 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid लक्ष्मी सिंह 22 Jan 2017 · 1 min read बेटी की चिट्ठी ???? एक बिटिया लिखने बैठी चिट्ठी, याद आई घर-आँगन की मिट्टी। माँ की ममता,स्नेहिल-सी गोदी, पापा की प्यार से भरी थपकी। दादा – दादी की थी लाड़ली, भाई-बहन की प्यार... Hindi · कविता · गीत · बेटी/बेटियां 2 13k Share लक्ष्मी सिंह 28 Mar 2017 · 2 min read मेरी नानी माँ ?????? माँ तो प्यारी है ही मुझको, पर माँ से प्यारी नानी माँ। माँ ने तो मुझको जन्म दिया, पर पाली - पोसी नानी माँ। ? प्याली भर कर दूध... Hindi · गीत 2k Share लक्ष्मी सिंह 29 Sep 2019 · 1 min read कृष्ण वंदना तोटक छंद आधारित गीत) 112 112 112 112 ००००००००००००००★००००००००००० नित ,केशव,माधव ,श्याम जपो। हरि कृष्ण ,सुरेशम नाम जपो बलि,देव दयानिधि जेष्ठ कहो। रविलोचन, शंतह श्रेष्ठ कहो। मनमोहन, विष्णु विशेष्ठ कहो।... Hindi · गीत · तोटक छंद · भजन 3 2 960 Share लक्ष्मी सिंह 16 May 2017 · 1 min read मेरी बेटी.. मेरे आँगन में... ???? मेरी बेटी जब तू गोद में आई, बहार आई है मेरे आँगन में... तेरी नन्हें-नन्हें कदमों के पड़ते ही, फूल बिखरे हैं मेरे आँगन में... मेरी बेटी तू चाँद... Hindi · गीत · बेटी/बेटियां 942 Share लक्ष्मी सिंह 20 Mar 2017 · 1 min read दुनिया के हर माँ को मेरा नमन। ???????? प्रथम स्पर्श, प्रथम आलिंगन, स्नेहमयी प्रथम माँ का चुम्बन। माँ लब्ज में छुपा है बचपन, जिसने दिया है हमको जीवन। दुनिया के हर माँ को मेरा नमन। थपकी, लोरी,... Hindi · गीत 834 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read वीर बालिका नन्हीं-मुन्हीं वीर बालिका, भय नाशक अरु देश सेविका । शीश उठाकर सीना ताने। ये दीवाने हैं मस्ताने। खाकी वर्दी टोपी डाले। कांधे पर बंदूक सँभाले। श्रम बिन्दु का लगा के... Hindi · कविता · गीत · चौपाई · बाल कविता · बेटी/बेटियां 1 837 Share लक्ष्मी सिंह 28 Jun 2017 · 1 min read आषाढ़ माह की प्रथम वर्षा ???? आषाढ़ माह की प्रथम वर्षा, खिली प्रकृति सर्व जग हर्षा। नभ से वर्षा अमृत की धारा, पीकर तृप्त हुआ जग सारा। पूर्ण हुआ कृषक की लालसा, कविकालिदास की महत्वकांक्षा।... Hindi · गीत · बरसात 612 Share लक्ष्मी सिंह 1 Jul 2017 · 1 min read घूँघट के पार ???? नारी हाथों में रही,सकल सृष्टि पतवार। काफी कुछ है नारियाँ,इस घूँघट के पार। घर-आँगन रौशन करे,ये सूरज दमदार। स्नेह, ममता, त्याग की,शक्ति रूप साकार । दुर्गा, काली अंबिका,लक्ष्मी का... Hindi · गीत 2 616 Share लक्ष्मी सिंह 2 Feb 2021 · 1 min read विरह गीत _वीर_छंद आधारित विरह गीत लिखा हुआ है क्यों किस्मत में,इतना लंबा विरह-वियोग। लगा गये हो जाते-जाते, बड़ा-भयानक दिल का रोग। सुबक रही हूँ अबोध शिशु-सी, मन को समझाएगा कौन। नित... "कुछ खत मोहब्बत के" - काव्य प्रतियोगिता · गीत · विरह · विरह गीत · वीर छंद 12 48 554 Share लक्ष्मी सिंह 22 Aug 2019 · 1 min read कजरी लोक गीत हमके हरवा ले आ द बालमा हम आज नैहरवा जइबै ना।।२।। ला द नथनी औ बिजुलिया, संग मा सिनूर अौ टिकुलिया। ला द नथनी औ बिजुलिया, संग मा सिनूर अौ... Hindi · कजरी लोक गीत · गीत 1 534 Share लक्ष्मी सिंह 9 Jun 2017 · 2 min read ?गर्मी की छुट्टी? ? ? ? ? ? ? आया मौसम गर्मी की छुट्टी का , बच्चो के रुचिपूर्ण मस्ती का। ?????? ये मौसम बड़ा है रुखा , पर हम बच्चो को भाता।... Hindi · गीत · बाल कविता 481 Share लक्ष्मी सिंह 6 Apr 2017 · 1 min read मेरी माँ मुझे कितना याद आती है ????? मत पूछो मुझसे कि, मेरी माँ मुझे कितना याद आती है। ? पलकें बंद करूँ तो, सामने साक्षात माँ मुस्कुराती है। माथे पर बड़ी-सी बिंदी, कानों में सोने की... Hindi · गीत · माँ 498 Share लक्ष्मी सिंह 27 Jan 2021 · 1 min read तिरंगा विधा:-विधाता छंद तिरंगा देश का अनुपम,अनोखा है निराला है। सजा है तीन रंगों से,हृदय में चक्र डाला है। बसंती रंग सुखदायी, सुशोभित कर रहा माथा। कथा बलिदान की कहता,सुनाये वीर... Hindi · गीत · विधाता छंद 3 3 482 Share लक्ष्मी सिंह 28 Nov 2019 · 1 min read सरस्वती वंदना हरिगीतिका छंद ★★★★★★★ हे भारती! तप साधिका विद्या,कला,शुभदायिनी। हे मात! नत मस्तक नमन है, वंदना नित नंदिनी। माँ!सौम्य रूपा,चंद्र वदनी,श्वेत वर्णी योगिनी। है श्वेत सारी में सजी ब्रह्मा सुता सन्यासिनी।... Hindi · गीत · भजन · वंदना · स्तुति · हरिगीतिका छंद 1 1 505 Share लक्ष्मी सिंह 15 Jul 2017 · 1 min read शिव भजन ?????? हे माई इतना हम जानते कि शिव शंकर मुझे ठगेगे तो, हो जाता मैं श्री राम गुलाम। हे माई..... बीस भुजा,दस शीश चढ़ाये, आक, धतुरा और भाँग। संगम से... Hindi · गीत · भजन · वंदना · स्तुति 511 Share लक्ष्मी सिंह 19 Feb 2020 · 1 min read विरह गीत _वीर_छंद आधारित विरह गीत लिखा हुआ है क्यों किस्मत में,इतना लंबा विरह-वियोग। लगा गये हो जाते-जाते, बड़ा-भयानक दिल का रोग। सुबक रही हूँ अबोध शिशु-सी, मन को समझाएगा कौन। नित... Hindi · गीत · विरह · विरह गीत · वीर छंद 3 2 502 Share लक्ष्मी सिंह 16 Jun 2017 · 2 min read मैं एक बूढ़ा लाचार गरीब किसान ?????? मैं हूँ इक बूढ़ा लाचार बहुत ही गरीब किसान.... हाय ओ दाता कितनी विपदा कैसे करें निदान। घर में मुट्ठीभर दाना नहिं सूखा खेत-खलिहान।। कागज के पन्नों को रंगते,... Hindi · गीत 1 443 Share लक्ष्मी सिंह 26 Jan 2020 · 1 min read हमारा देश प्यारा है। विधाता छंद मापिनी-1222 1222 ,1222 1222 हमारी जान से ज़्यादा, हमारा देश प्यारा है। हमें है गर्व भारत पर, नयन का वो सितारा है। पखारे पाँव नित सागर, मुकुट जिसका... Hindi · गीत · विधाता छंद 2 413 Share लक्ष्मी सिंह 8 Jul 2017 · 1 min read संदेश ???? सखी रे नहीं,आया संदेश। पिया मेरे जाय बसे हैं विदेश। लिख-लिख पाती,रोज पठाऊँ, दिन-भर उनको, फोन लगाऊँ। घर-बाहर कहुँ चैन न पाऊँ, हाल ज हाय सखी कैसे उन्हें बताऊँ।... Hindi · गीत · विरह · विरह गीत 429 Share लक्ष्मी सिंह 24 Jan 2020 · 1 min read प्रात काल जब सूरज निकला -विष्णुपद छंद विधान--२६ मात्रा १६,१०पर यति,और चरणान्त वर्णिक गुरु से प्रात काल जब सूरज निकला,फैला उजियाला । नव प्रकाश नव जीवन भरता,हरता तम काला। संदेशा दे आशाओं का,नव जागृति लाता।... Hindi · गीत · विष्णुपद छंद 2 2 430 Share लक्ष्मी सिंह 28 Nov 2019 · 1 min read सरस्वती वंदना रूपमाला छन्द ★★★★★★★★ हे भवानी! भारती! मुझ पर करो उपकार। हाथ जोड़े हूँ खड़ी कर लो नमन स्वीकार। दीप आशा की जलाये आ गई हूँ द्वार। हर दिवस लिखती रहूँ... Hindi · गीत · भजन · रूपमाला छंद · वंदना · स्तुति 2 2 490 Share लक्ष्मी सिंह 16 Feb 2020 · 1 min read आज खुशी भर जीवन में। कनक मंजरी छंद ----------------------------------- विधान- २३ वर्ण ,१३,१०पर यति वर्ण क्रम--११११+२११(भगण) की ६आवृति+गुरु दुखमय जीवन को बहला कर, आज खुशी भर जीवन में। क्षण भर आहत विश्व हँसा कर, पुष्प... Hindi · कनक मंजरी छंद · गीत 5 1 403 Share लक्ष्मी सिंह 1 Feb 2019 · 1 min read क्यो परदेशी होती हैं बिटिया बाबुल के आँगन की इक चिड़िया, क्यों परदेशी होती है बिटिया? पिता आँगन जो फूल सी खिलती, महक ले जाती दूसरी बगिया। बाबुल आँगना से कोसों दूर, बसती है उसकी... Hindi · गीत · बेटी/बेटियां 1 439 Share लक्ष्मी सिंह 14 Feb 2017 · 1 min read आज शंकर जी मेरे घर आए हैं। ??????? ? ?आज शंकर जी मेरे घर आए हैं । संग पार्वती, गोद में गणपति लाए हैं ।। ? त्रिनयन, मस्तक पर चंदा, हाथ त्रिशूल, शिर गंग, डम - डम... Hindi · गीत · भजन 390 Share लक्ष्मी सिंह 13 Mar 2020 · 1 min read शिव वंदना विधा- तंत्री छंद_ #शिल्प विधान-८,८,६,१०चरणांत२२(वर्णिक) हे! शिव शंकर,औघरदानी, हे! भोले, शंभू त्रिपुरारी| हे! महाकाल, कर दो निहाल, है तेरी, सब महिमा न्यारी| हे! अमरनाथ, केदारनाथ, सोमनाथ, अर्ध चन्द्रधारी| हे!भूतनाथ, हे!आदिनाथ,... Hindi · गीत · तंत्री छंद · भजन · वंदना 1 403 Share लक्ष्मी सिंह 2 Feb 2020 · 1 min read बसंत विधा- विधाता छंद मापिनी-1222-1222, 1222-1222 सुखद ऋतु राज आये हैं,प्रकृति यह झूम कर गाई । खिले हैं पुष्प आशा के, लहर आनंद की छाई। खिली है खेत में सरसों, मटर... Hindi · गीत · बसंत · विधाता छंद 4 425 Share लक्ष्मी सिंह 9 Aug 2019 · 1 min read दहेज विधा-कुकुभ एवं ताटंक छंदाधारित मुक्तक देख तराजू दुल्हा बैठा, कलप रही बेटी प्यारी। दे दी घर की दौलत सारी, फिर भी है पलड़ा भारी। ये दौलत के कितने भूखे, करते... Hindi · गीत · बेटी/बेटियां · लावणी /ताटंक छंद 408 Share लक्ष्मी सिंह 31 May 2018 · 1 min read चूड़ी युग बदला लेकिन ना बदला, चूड़ी का श्रृंगार। आधुनिक युग में भी रहा है श्रेष्ठता बरकरार। फैशन के युग में रोज़ाना, नव आकार-प्रकार। हर युग में हरदम बना रहा, चूड़ी... Hindi · गीत 427 Share लक्ष्मी सिंह 19 Aug 2019 · 1 min read सरस्वती वंदना हरिगीतिका छंद- हे शारदे !वरदायनी माँ! कर कृपा वरदान दो। हे मात! वीणावादिनी माँ! दिव्यता का ज्ञान दो। हे भगवती!जगदम्बिका माँ! वत्सला कमलासना। सविनय निवेदित वंदना माँ! कर रहें नित... Hindi · गीत · प्रार्थना · वंदना · स्तुति · हरिगीतिका छंद 2 1 400 Share लक्ष्मी सिंह 9 Oct 2022 · 1 min read चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी। गीतिका छंद 2122 2122 2122 212 चंद्र शीतल आ गया बिखरी गगन में चाँदनी। छा गया सौन्दर्य अद्भुत है गजब की यामिनी। दुग्ध उज्ज्वल मोतियों से युक्त शीतल चंद्रमा। नभ... Hindi · गीत · गीतिका छंद 2 1 509 Share लक्ष्मी सिंह 21 Mar 2020 · 1 min read कोरोना विधा श्रृंगार छंद विकट है कोरोना का ज्वार| मचा है जग में हाहाकार|| सभी के संकट में है प्राण| नहीं मिलता है इससे त्राण| वाइरस का ऐसा संचार| मचा है... Hindi · गीत · श्रृंगार छंद 4 366 Share लक्ष्मी सिंह 30 Mar 2020 · 1 min read अतिथि विधा-महाशृंगार छंद अतिथि बनकर आये भगवान, करें हम अभिनंदन, गुणगान| सुमन भावों का करती दान, नहीं इससे बढ़कर अनुदान | पधारे हैं यहाँ मेहमान, बनाईं मीठा-सा पकवान| सभी मिलजुल करिये... Hindi · गीत · महाशृंगार छंद 7 1 397 Share लक्ष्मी सिंह 21 Jul 2017 · 1 min read हर हर महादेव ???? सब देवों के देव, सारे जग में स्वमेव , उमापति महादेव, हर हर महादेव। शिव ही कर्ता हैं, शिव ही भर्ता हैं, शिव ही धर्ता संहार करें। हर हर... Hindi · गीत · भजन · वंदना · स्तुति 367 Share लक्ष्मी सिंह 29 Sep 2019 · 1 min read प्रकृति ताटंक छंद आधारित गीत ००००००००००००★०००००००००००००० प्रकृति अद्भुत अति मनोहारी, लगती कितनी प्यारी है। मोहित मन को करती है तू, तेरी लीला न्यारी है। कभी गगन में दिखते तारे, घिरती बदरा... Hindi · गीत · लावणी /ताटंक छंद 3 1 370 Share लक्ष्मी सिंह 16 Mar 2020 · 1 min read प्रणय गीत छंद:-तंत्री(मापनीमुक्त मात्रिक) विधान:-कुल 32 मात्राएँ 8,8,6,10 पर यति अंत में गुरु-गुरु सबसे पावन, सुखमय, प्रियवर, लगता नित ,संग तुम्हारा है| उर की ज्वाला,शीतल करती, चंदन-सा ,अंग तुम्हारा है| सदियों से... Hindi · गीत · तंत्री छंद · प्रणय गीत 2 2 347 Share लक्ष्मी सिंह 25 Sep 2019 · 1 min read शोख- चंचल-सी हवा _गीतिका छंद_सृजन मापनी-2122 2122 2122 212 शोख- चंचल-सी हवा ये छेड़ जाती है मुझे। है बड़ी बदमाश-सी कितनी सताती है मुझे। अंग से ऐसे लिपट जाती बदन को चूमती। बावली... Hindi · गीत · गीतिका छंद · हवा 3 377 Share लक्ष्मी सिंह 9 Dec 2019 · 1 min read प्याज श्रृंगार छंद रोज गिर रहा दीन पर गाज। हुआ है कितना मँहगा प्याज़। प्याज़ मिलता है ऊँचे दाम। नमक मिर्ची से चलता काम। नहीं अब कटता प्याज़ सलाद। प्याज़ बिन... Hindi · गीत · श्रृंगार छंद 360 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read कविता गीतिका छंदाधारित गीत भावना के फूल खिलते,तब कहीं कविता बने। तूलिका से भाव बह कर, काव्य की सरिता बने। जब हृदय में ताप बढ़ती, दर्द की बौछार हो। दर्द जब... Hindi · कविता · गीत · गीतिका छंद 2 347 Share लक्ष्मी सिंह 2 Feb 2020 · 1 min read बसंत विधा-दिगपाल छंद मापिनी-221 2122 221 2122 देखो वसंत आया,देखो वसंत आया। आनंद संग लाया,शोभा अनंत लाया। जब बैठ आम डाली,कोयल चकोर बोले। हर एक चेतना में, वो प्रेम राग घोले।... Hindi · गीत · बसंत · मृदुगति /दिगपाल छंद 3 375 Share लक्ष्मी सिंह 26 Sep 2019 · 1 min read जिस आँगन में बिटिया चहके। (तोटक छंद आधारित गीत) मापनी-112 112 112 112 ००००००००००००००★००००००००००००० जिस आँगन में बिटिया चहके। नित फूल खिले बगिया महके। तितली बन के उडती-फिरती। घर- स्वर्ग बना खुशियाँ भरती। ममता निज... Hindi · गीत · तोटक छंद · बेटी/बेटियां 2 1 378 Share लक्ष्मी सिंह 3 Dec 2019 · 1 min read भोर का आनंद लै लो छन्द - रजनी मापनी युक्त मात्रिक । 23 मात्रा , 19 - 9 पर यति । यह छन्द राधा का वाचिक रूप है । मापनी - 2122 2122 2122 2... Hindi · गीत · रजनी छंद · विहान/भोर 305 Share लक्ष्मी सिंह 14 Dec 2019 · 1 min read करो नारी खुद पर विश्वास ************************** श्रृंगार छंद 16मात्रा/आरंभ में त्रिकल, द्विकल फिर त्रिकल अनिवार्य ★★★★★★★★★★★★ करो नारी खुद पर विश्वास। जन्म तेरा है सबसे खास। कभी मत होना कुंठा ग्रस्त। नहीं होना विपदा से... Hindi · गीत · नारी शक्ति · श्रृंगार छंद 359 Share लक्ष्मी सिंह 24 Nov 2019 · 1 min read सूरज/सूर्य -दोहा गीत सूरज पूरब से उगा, लाया नवल प्रभात। सभी ओर है रोशनी, खत्म हुई अब रात। नव-कलियाँ खिलने लगीं, फूलों पर मुस्कान। बाग-बाग में तितलियाँ, भरने लगीं उड़ान। कलरव... Hindi · गीत · दोहा गीत 1 310 Share लक्ष्मी सिंह 1 Sep 2019 · 1 min read प्रार्थना आनंद वर्धक छंंद सृजन मापनी-2122 2122 212 ************************ हे भवानी मात तेरा राज है। सिद्ध करती तू सदा सब काज है। माँ पुजारन हाथ जोड़े दान दो। मैं सुहागन ही... Hindi · आनंद वर्धक छंद · गीत · प्रार्थना · वंदना 2 1 383 Share लक्ष्मी सिंह 8 Dec 2020 · 1 min read जाने क्यों? जाने क्यों उनकी बात से, मुझे पहुँचती ठेस। बात बात में वो मुझे, जब देते उपदेश। घर केवल मुझ से चले, मैं लाता हूँ कैश। मैं तेरे जैसा नहीं, घर... Hindi · गीत · दोहा · दोहा गीत 2 306 Share लक्ष्मी सिंह 15 Oct 2019 · 1 min read चलो चलें कश्मीर घूमने -लावणी छंद सृजन चलो चलें कश्मीर घूमने, शिमला नैनीताल नहीं। इस धरती का स्वर्गं यहीँ है, इसकी कहीं मिसाल नहीं। शांत सुखद बर्फीली घाटी,लगे देव की मूरत है। जहाँ फिजा... Hindi · गीत · लावणी /ताटंक छंद 360 Share लक्ष्मी सिंह 11 Jun 2021 · 3 min read बरसात 1) गीत शुन्य हृदय में प्रेम की,गहन जलद बरसात। गहन अँधेरा कर गयी, पावस की यह रात।। झुलस रही हूँ अग्नि-सी, बढ़ा दिया संताप। मुझ विरहण को यूँ लगे, दिया... “बरसात” – काव्य प्रतियोगिता · गीत · बरसात 8 8 303 Share लक्ष्मी सिंह 13 Dec 2019 · 1 min read भोर महाश्रृंगार छंद सृजन भोर ने जब भी खोली आँख, लालिमा लेकर अपने संग। मिटा अवसादों का हर जाल, दिशा हो जाती है खुश रंग। मलय -सा माथे पर है सूर्य,... Hindi · गीत · महाशृंगार छंद · विहान/भोर 1 266 Share लक्ष्मी सिंह 14 Jul 2022 · 1 min read जब सावन का मौसम आता जब सावन का मौसम आता, छा जाती हरियाली। बूँद-बूँद में भरा हुआ है,जीवन मोदक प्याली। पात पात सब निखर रहे हैं, झूम रही हर डाली। हरी-भरी है छटा सुहानी, मन... Hindi · गीत · ललित छंद/सार छंद · सावन 2 1 293 Share लक्ष्मी सिंह 23 Jan 2020 · 1 min read बोलो कृष्ण कन्हैया। नमन छन्दप्रवाह विधा-मद लेखा छन्द(वर्णिक) (२२२ ११२ २) ********************************** बोलो कृष्ण कन्हैया। श्री बृंदावन छैया। ग्वाला धेनु चरैया। दाऊ के छुट भैया बंसी मुग्ध बजैया। हे !गोवर्धन धारी।बांके कुंज बिहारी।... Hindi · गीत · भजन · मद लेखा छन्द 3 2 315 Share Page 1 Next