Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 May 2018 · 1 min read

चूड़ी

युग बदला लेकिन ना बदला,
चूड़ी का श्रृंगार।
आधुनिक युग में भी रहा है
श्रेष्ठता बरकरार।

फैशन के युग में रोज़ाना,
नव आकार-प्रकार।
हर युग में हरदम बना रहा,
चूड़ी का व्यापार।
मांगलिक कार्य हो या कोई,
व्याह,तीज-त्योहार।
सज जाती है रंग-बिरंगी,
चूड़ी से बाज़ार।
युग बदला…….

रंग-बिरंगी लाख-काँच की,
अति डिज़ाईनदार।
मीना, मोती,हीरा, कुन्दन,
जड़ाऊँ शानदार।
धर्म-रीति-रिवाज़ों से जुड़े,
संस्कृति का आधार।
सुहागन की सुहाग निशानी,
इक प्रमुखअलंकार।
युग बदला…….

सजाकर चूड़ियों की दुकान,
जब बैठे मनिहार।
आकर्षित होकर के खिचती,
चल आती हर नार।
अति पसंद होता नारी को,
चूड़ी का उपहार।
हाथों में खनके मनमोहक,
चूड़ी गोलाकार।
युग बदला…..

है चिर प्रार्थना यही प्रभु से,
हो सोलह श्रृंगार।
जीवन भर ऐसे ही देना,
मुझे पिया का प्यार।
कलाइयों में हो सदा सजी,
चूड़ी की झंकार।
रिक्त नहीं हो कभी कलाई,
हरपल हो दो-चार।
युग बदला………….
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
Tag: गीत
423 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
खुशियों की सौगात
खुशियों की सौगात
DR ARUN KUMAR SHASTRI
विरह
विरह
नवीन जोशी 'नवल'
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
*मुहर लगी है आज देश पर, श्री राम के नाम की (गीत)*
Ravi Prakash
ओ माँ... पतित-पावनी....
ओ माँ... पतित-पावनी....
Santosh Soni
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
मन जो कि सूक्ष्म है। वह आसक्ति, द्वेष, इच्छा एवं काम-क्रोध ज
पूर्वार्थ
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तुंग द्रुम एक चारु 🌿☘️🍁☘️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
बसंत
बसंत
Bodhisatva kastooriya
मन
मन
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
20, 🌻बसन्त पंचमी🌻
20, 🌻बसन्त पंचमी🌻
Dr Shweta sood
प्रायश्चित
प्रायश्चित
Shyam Sundar Subramanian
सफलता वही है जो निरंतर एवं गुणवत्तापूर्ण हो।
सफलता वही है जो निरंतर एवं गुणवत्तापूर्ण हो।
dks.lhp
"खुरच डाली है मैंने ख़ुद बहुत मजबूर हो कर के।
*Author प्रणय प्रभात*
बारिश का मौसम
बारिश का मौसम
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
" शिक्षा "
Dr. Kishan tandon kranti
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
अच्छा बोलने से अगर अच्छा होता,
Manoj Mahato
छह घण्टे भी पढ़ नहीं,
छह घण्टे भी पढ़ नहीं,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आड़ी तिरछी पंक्तियों को मान मिल गया,
आड़ी तिरछी पंक्तियों को मान मिल गया,
Satish Srijan
मुक्तक
मुक्तक
जगदीश शर्मा सहज
मुश्किलें हौसलों को मिलती हैं
मुश्किलें हौसलों को मिलती हैं
Dr fauzia Naseem shad
गाडगे पुण्यतिथि
गाडगे पुण्यतिथि
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
रिश्ते चंदन की तरह
रिश्ते चंदन की तरह
Shubham Pandey (S P)
मुरली कि धुन,
मुरली कि धुन,
Anil chobisa
बिहार में डॉ अम्बेडकर का आगमन : MUSAFIR BAITHA
बिहार में डॉ अम्बेडकर का आगमन : MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
3282.*पूर्णिका*
3282.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साथ अगर उनका होता
साथ अगर उनका होता
gurudeenverma198
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
प्यार की बात है कैसे कहूं तुम्हें
Er. Sanjay Shrivastava
Fool's Paradise
Fool's Paradise
Shekhar Chandra Mitra
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
हिन्दी दोहा बिषय- सत्य
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...