Shanky Bhatia Language: Hindi 52 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read जन्मदिन की शुभकामनाएं एक मित्र के जन्मदिन के अवसर पर लिखी कविता। आपके जीवन में ये सुनहरा दिन बार बार आए, यूँही एक सुनहरी मुस्कान सदा इस चेहरे पर लहराए। फिर कितनी भी... Hindi · कविता 8k Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read दीपावली सब खुशियों के दीप जलाएं, मिल-जुल कर दीपावली मनाएं। प्रेम से जीवन को चमकाएं, सबके चेहरों पर मुस्कान लाएं। किसी रोते हुए को हंसाएं, उसके जीवन में बहार लायें। अज्ञान... Hindi · कविता 1 599 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read तुम्हारी कमी खलती नहीं बेशक नजरों को तुम दिखती नहीं, पर तुम्हारी कमी खलती नहीं। तुम्हारी नज़रों से अब हमारी नज़रें मिलती नहीं, पर तुम्हारी कमी खलती नहीं। हमारी मुस्कान भी तुम बिन खिलती... Hindi · कविता 1 587 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read अब उम्र भर आंसू का, फरमान हुआ तो क्या हुआ जो इश्क़ के व्यापार में नुकसान हुआ तो क्या हुआ, गर इश्क़ के समन्दर का ही सफर, आसान हुआ तो क्या हुआ। दिल तोड़ने वाले ही ने उसे गुलशन बनाया... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 487 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read बहुत खुशनसीब होती हैं बेटियाँ बेटियों को बदनसीब माना जाता है क्योंकि उन्हें अपना घर परिवार संगी सहेलियों को छोड़कर नया संसार बसाना पड़ता है। पर मैं कहता हूँ: बहुत खुशनसीब होती हैं बेटियाँ, उन्हें... Hindi · लेख 499 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read वो चाहते हैं उनके शब्दों को महसूस करें हम वो चाहते हैं उनके शब्दों को महसूस करें हम, नज़रों से नज़र हटे, तो कुछ आगे बढ़ें हम। चेहरे की लिखावट में ही कब से फंसे हैं, अब ये उलझन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 456 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read दिल की गहराइयों से वो हमें चाहती है हरपल मुश्किलों से खुद को वो झुठलाती है, हमसे नफरत करती है, खुदको ये समझाती है, जानती वो भी है कि बस अपना मन बहलाती है, दिल की गहराइयों से... Hindi · मुक्तक 440 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read खेल चुके हो तो दिल वापस कर दो आपने हमसे जो की है दरख्वास्त, खेल चुके हो तो दिल वापस कर दो। हमने तो है निभाई वफ़ा, हर सांस हर कदम, जो हुई हो भूल तो हम पर... Hindi · कविता 486 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read पहली नजर में उनके मुरीद हुए ये तो हम जानते हैं कैसे बीत रहे हैं पलछिन, एक अरसा बीत गया है उनकी दीद हुए, न जाने उन्हें हमारा ख्याल भी आता है कि नहीं, हम तो... Hindi · मुक्तक 433 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read ये ज़माना अभी बेखबर ही रहे तो बेहतर है उनके एहसास छलककर हम तक पहुँचना चाहते हैं, ज़ुबाँ पर न आएँ, आँखों ही में रहें तो बेहतर है। बादलों से झांकते चाँद का नूर अलग ही होता है, दिल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 390 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read गर आपने हमसे दो पल बात कर ली होती आपकी हमसे सब शिकायतें मिट गयीं होतीं, गर आपने हमसे दो पल बात कर ली होती। हज़ारों रिश्ते टूट जाते हैं सिर्फ इतनी बात पर दुनिया में, ज़ुबाँ पर नहीं... Hindi · कविता 2 371 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read तेरी हर घड़ी और पल पल में हम हैं तेरी हर घड़ी और पल पल में हम हैं, तेरी साँस साँस हर धड़कन में हम हैं। तेरे हर मोड़ और हर कदम पे हम हैं, तेरी हर राह और... Hindi · कविता 373 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read अब जाकर मुझे ये तन्हाई मिली है अब जाकर मुझे ये तन्हाई मिली है। आखिर मुझे अपनी मेहनत की पाई पाई मिली है, अब जाकर मुझे ये तन्हाई मिली है। अब जाकर कुछ सुकून मिला इस दिल... Hindi · कविता 339 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read मैं, मेरी तन्हाई और उसकी याद हर धड़कन से पहले, हर साँस के बाद, मैं, मेरी तन्हाई और उसकी याद। मैंने तो निभाईं सारी, रस्में उसके साथ, जाने क्यूँ जुदाई की रस्म, उसने की ईजाद। मैं,... Hindi · कविता 402 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read उनकी नेहा के रंग उनकी नेहा के रंग, हमारे चेहरे पर दिखने लगे, मुद्दत बाद हमारे नज़रे-दीदार किसी नज़ारे पर टिकने लगे। उनकी बातों का कुछ ऐसा सुरूर हम पर छाया, कि हम अपने... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 380 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 2 min read आज की संस्कृति और नज़रिया कल मैं बाज़ार में खड़ा था तभी वहां एक बाइक पर एक लड़का और एक लड़की आये। लड़की ने अपने चेहरे पर कपड़ा लपेटा हुआ था। मुझे उसका चेहरा पहचाना... Hindi · लेख 371 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read नज़रें झुक गयी जबसे तुम्हारी अज़मत जानी है कितनी ठोकरों के बाद हमने तुम्हारी कीमत जानी है, जीवन संवर गया जबसे खुदा की दी नैमत*1 जानी है। कितना ही ग़ुरूर दिखाते थे सब नादानी थी हमारी, नज़रें झुक... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 418 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read ईद की ख़ुशी वो कहते हैं कि जब वो हमारे होली दिवाली पर ख़ुशी नहीं मनाते, तो तुम्हें क्या गर्ज कि ईद की ख़ुशी मनाने का नशा चढ़ गया है । हमारे लिए... Hindi · कविता 325 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read एक खुमार सा छाया, लहर फूटने लगी उन्होंने हमारी शान में दो बोल क्या कहे, एक खुमार सा छाया, लहर फूटने लगी। हम ख्वाबों और ख्यालों में झूमने लगे, होश आया तब ये पाया, ज़मीं छूटने लगी।... Hindi · मुक्तक 328 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 2 min read कुछ तो बात हम में भी है अरे होंगी हज़ार कमियाँ यार, कुछ तो बात हम में भी है। सबको अपना कायल बना दें, ये करामात हम में भी है। अरे होंगी हज़ार कमियाँ..... भले एक सूनापन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 330 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read कभी तुम भी तो लौटकर आओगे हमारे पास दुनिया तुम्हें चाहे कितना भी करे निराश, एक हाथ होगा तुम्हारे साथ रखना ये विश्वास। कैसा भी समय हो जीवन में, तुम ही होगे ख़ास, कितनी ही खुशियाँ मिल जाएँ... Hindi · कविता 298 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read उसने किया सवाल... उसने किया सवाल, गर मैं न रहूँ, ज़िन्दगी में कोई कमी तो न होगी। हमने दिया जवाब, कमी तो न होगी, पर तुम न रहीं तो बस ज़िन्दगी न होगी।... Hindi · मुक्तक 284 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read ऑनलाइन प्यार पहले वो सूरत दिखाने खिड़की पर आया करते थे, अब हमारे पोस्ट्स व् कमेंट्स पढ़ने ऑनलाइन आया करते हैं। पहले उनके तसव्वुर में चाय की प्यालियाँ खाली होती थीं, अब... Hindi · कविता 1 295 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read मैं तन्हा रात काली स्याह देखती रही उनके बिना दीवारें भी मुझे काटने लगीं, मैं अनजानी हर अनजान राह देखती रही। बारी बारी से सभी चिराग बुझते गए, मैं तन्हा रात काली स्याह देखती रही। कुछ ही... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 407 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read फिर कभी दिल टूटा नहीं मेरा खुद से दिल लगा कर जब देखा, फिर कभी दिल टूटा नहीं मेरा। दूसरों को खुद से बांधना छोड़ दिया, तब से इस सफ़र में कोई छूटा नहीं मुझसे। चेहरे... Hindi · कविता 303 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read उसकी मासूमियत को हम आँखों से पढ़ लेते हैं हमने खुद ही उन्हें हमसे खफ़ा होने की वजह दे दी, कि गुस्से में उनके चेहरे की खूबसूरती बढ़ जाती है। रूठना मनाना न हो तो जैसे, मन में उमंग... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 260 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read पलकें झुकाकर, ज़ुल्फ़ों को संवारा उसने कुछ पल उसको एकटक, यूँ निहारा हमने, पलकें झुकाकर, ज़ुल्फ़ों को संवारा उसने। हम तो एकबार भी पलकें झुका न सके, और फिर पलकें उठाकर, हमें देखा दोबारा उसने। अभी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 272 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read हाँ तेरी नजरों में खुद को गिराना पड़ गया तुझे छोड़ने की वजह, वजह नहीं मजबूरी थी, किसी दुसरे का साथ नहीं, खुद ही से दूरी थी। जलकर भी खुद को तुझसे दूर करना ही था मुझको, कि तुझे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 261 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read एक ख्वाब गुज़रा आज बड़े करीब से एक ख्वाब गुज़रा आज बड़े करीब से, उनकी झलक मिली हमें बड़े नसीब से। मुकम्मल हुए हमारे ख्वाब इसी ज़मीन पर, कि जैसे मिले हैं बरसों बाद अपने हबीब से।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 259 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read हाँ मैं हूँ तेरे िइंतज़ार में हाँ मैं हूँ तेरे इंतज़ार में मुझे कोई पर्दा नहीं इक़रार में, हाँ मैं हूँ तेरे इंतज़ार में, साँसें रुकी हैं इसी दरकार में, तू देर न कर दे इज़हार... Hindi · कविता 252 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read आप गर मुड़कर चल दिए कभी, साँसे भी चलें गनीमत है हमारी बेशक वैसे तो बेमोल हैं हम, तुम से ही कीमत है हमारी। तुम को पाकर यूँ लगता है, जैसे सारी कुदरत है हमारी। आप गर मुड़कर चल दिए कभी, साँसे... Hindi · कविता 245 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read हमारी ग़ज़लों से नशा, हर हसीं को होता है हम आप पर कर भी नहीं सकते नवाज़िशें, कि जिन पर आप का हो करम हक उन्हीं को होता है। आप पर सितम करने का तो सवाल ही नहीं, कि... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 244 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read हमारी बातों में, ज़िक्र आपका, सालों साल होना तो लाज़मी है कल सरे-राह नसीब से, जो हो गया दीदार उनका, अब हमारा इस तरह यूँ, बेहाल होना तो लाज़मी है। हमारी मुस्कान ने तुम्हारे मन पर, किया तो होगा कुछ असर,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 238 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read हम उनके होंठों पर बिखरी मुस्कान देखते रहे वो हम पर मज़ाक के वार करते रहे, हम ख़ामोशी से सब सहते रहे, वो अपनी जीत समझते रहे, हम उनके होठों पर बिखरी मुस्कान देखते रहे। --------------शैंकी भाटिया अगस्त... Hindi · मुक्तक 237 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read पन्नों पे जो लिखा उन्हें, कलम नशीला हो गया पन्नों पे जो लिखा उन्हें, कलम नशीला हो गया, इस कदर बस गए हैं वो, ज़हन नशीला हो गया। शोलों सा जलता हुआ, शबनम सा उनका हुस्न, छूकर उनके जिस्म... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 1 249 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read दिवंगत परिजन हमारे परिवार के प्रेरणास्रोत दिवंगत परिजनों को हृदय से समर्पित। आप क्या गए एक उदासी सी छा गयी, जीवन में जैसे एक वीरानी सी आ गयी। आप की याद जैसे... Hindi · कविता 230 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read आपके होठों पे इक मुस्कान बिखर जाए तो अच्छा आपके होठों पे इक मुस्कान बिखर जाए तो अच्छा। इन निगाहों की तक़दीर संवर जाए तो अच्छा। आपके आने से हमको ये ख़ुशी जो मिली है, बस इसी से जीवन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 269 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read गालों पर हल्का सा उभरता ये गुलाल कैसा है वो हमसे पूछ रहे हैं कि हमारा हाल कैसा है, उन्हें क्या बताएं कि दिल में मलाल कैसा है। उनके ख्यालों ने जो घेरा है, ये जाल कैसा है, नज़रों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 224 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read आ पास मेरे आ पास मेरे, कानों में तेरे, भुला कर मजबूरियाँ, मैं दिल की बात करूँ। आ पास मेरे, बाँहों में तुझे, मिटा कर सब दूरियाँ, मैं कुछ पल तो भरूँ। ----------शैंकी... Hindi · मुक्तक 221 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read हाँ, मैं महसूस करना चाहता हूँ हाँ, मैं महसूस करना चाहता हूँ, तुम्हारी केवल सुंदरता को ही नहीं, वरन् तुम्हारी वेदना को भी, तुम्हारे दिल की तन्हाई को भी। हाँ, मैं महसूस.... हाँ मैं जानना चाहता... Hindi · कविता 222 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read यकीं है हमें हर कदम हर राह एक उम्मीद है, दिखोगे तुम, यकीं है हमें। हमने जब भी पुकारा, तुम्हे आना ही होगा, यकीं है हमें। गुनगुनाते हैं वो नग्मे, जो सुनाये थे... Hindi · कविता 215 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read फूल जिनके खिलने से महका था हिन्दुस्तान कभी हाँ बेशक गाँधी और शास्त्री का ज़माना अब नहीं रहा, पर अब भी महक वही आती है हमारी फ़िज़ाओं से हरदम। वो फूल जिनके खिलने से महका था हिन्दुस्तान कभी,... Hindi · कविता 217 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read उनकी महक से मौसम भी बहकने लगा उनसे मिलकर ख़ुशी कुछ ऐसी मिली, कि होठों के साथ आँखें भी मुस्काने लगीं। पल भर के लिए नज़रों को उनका दीदार क्या हुआ, नशा कुछ ऐसा चढ़ा कि ख़ामोशी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 206 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read अब हमको भी लगने लगा कि आए इश्क के बाज़ार में हैं वो नहीं जानते, कि क्यूँ वो हमारे इंतज़ार में हैं, छा गया है हमारा सुरूर, वो अब इसी खुमार में हैं। हाँ ऐसा अभी तो नहीं कि उनका जवाब इकरार... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 236 Share Shanky Bhatia 8 Dec 2016 · 1 min read हर सांस उनको तलाशा करते हैं उनसे मिलकर एक बार, हर सांस उनको तलाशा करते है, फिर कब उनका दीदार हो, इंतज़ार बेतहाशा करते हैं । नज़रें मोड़ लीं उन्होंने, पसंद नहीं आई तस्वीर हमारी, अब... Hindi · कविता 1 207 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read वो हमें अपनी ज़िन्दगी में बाँध लेना चाहते हैं वो हमें अपनी ज़िन्दगी में बाँध लेना चाहते हैं, भला बहती हवा को कोई बांध सका है कभी। वो हमें अपनी बाँहों में समेट लेना चाहते हैं, भला उड़ती खुशबू... Hindi · कविता 212 Share Shanky Bhatia 9 Dec 2016 · 1 min read नज़रंदाज़ वो हमारे लिए ज़माने को नज़रअंदाज़ करने लगे हैं, कुछ न होते भी जैसे हम खुद पर नाज़ करने लगे हैं जाने क्या बीती उनपर, वो सोच रहे हैं हमें... Hindi · मुक्तक 210 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read आपने कर दिया इज़हार, हम अब भी उलझन में हैं आपकी आँखों को हमारे चेहरे की आदत हो गयी। अभी इस नशे को बहुत बढ़ाएंगे हम। कुछ कदम हमारे साथ बढ़ाकर तो देखिये, हर कदम पर आपका साथ निभाएंगे हम।... Hindi · कविता 200 Share Shanky Bhatia 23 Dec 2016 · 1 min read उनके खिलाफ होना भी, मंज़ूर है हमें वो सोचते हैं, हम उनके साथ नहीं, उनके सामने, उनके खिलाफ, क्यों खड़े होते हैं? उन्हें नहीं पता, खिलाफ होने से ही, उनका सामना होता है, आँखों में आँखें डालनी... Hindi · कविता 200 Share Shanky Bhatia 11 Dec 2016 · 1 min read तेरा श्रृंगार है मेरी आँखों में हाँ सच है तुझे देखा तो नहीं, इक तस्वीर तेरी है आँखों में। बेशक से वो धुंधली ही सही, पर पहचान बसी है आँखों में। तेरा विश्वास है मेरी आँखों... Hindi · गीत 188 Share Page 1 Next