अशोक सोनी Language: Hindi 136 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अशोक सोनी 7 Jan 2021 · 2 min read बदतमीज़ लड़की ' मैडम , आप कुछ परेशान लग रही हैं । किसी का इंतजार है ? ' एक युवक ने 22 -23 बरस की एक लड़की को शहर के एक पार्क... Hindi · लघु कथा 5 7 472 Share अशोक सोनी 3 Jan 2021 · 1 min read इतना प्यार मेरी मम्मा प्यारी मम्मा इतना तो बतला दो यार काम काज की उलझन में कहां से लाती इतना प्यार । सुबह सवेरे उठ जाती हो काम में फिर लग जाती... Hindi · कविता 3 2 225 Share अशोक सोनी 2 Jan 2021 · 1 min read किसका असर हुआ गुल भी वही है , ख़ार वही है , आते जाते यार वही हैं फिर इतनी आवाजाही में गुलशन वीराना क्यों लगता है । खुशियां बिखरी हर चेहरे पर ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 6 226 Share अशोक सोनी 1 Jan 2021 · 1 min read सुस्वागतम् स्वागत आगत का करैं , भूलें विगत क्लेश वर्ष बीसवां दे गया , समूचे जग को ठेस समूचे जग को ठेस , विपदा आई जो भारी साहस से लड़ रही... Hindi · कुण्डलिया 2 2 396 Share अशोक सोनी 31 Dec 2020 · 1 min read अभिनंदन अभिनंदन नव वर्ष का , सबका हो कल्याण । सबको यह शुभकामना , बढ़े सभी का मान ।। बढ़े सभी का मान , न कोई सुख को तरसे । सुख... Hindi · कुण्डलिया 3 4 345 Share अशोक सोनी 31 Dec 2020 · 1 min read सपने नव वर्ष के सपने फिर-फिर सज गए , फिर मन हुआ तुरंग । बीते ऐसे दिन कई , न बदला मन का ढंग ।। हृदय - हृदय हुलास हो , अधर - अधर... Hindi · दोहा 2 246 Share अशोक सोनी 30 Dec 2020 · 1 min read फिर तुम आना हुआ कलंकित हर पल शंकित दीन -हीन सन् बीस । विगत बरस की टीस भुलाना फिर तुम आना नेह लिए इक्कीस । पुलक पुलक देह कर आना मुदित पयोद मेह... Hindi · कविता 3 4 271 Share अशोक सोनी 29 Dec 2020 · 1 min read जी करता है.......... इनका उनका मेरा तेरा और हमारा बीत गया जो बचपन सबका प्यारा कहीं धीरे से उसको फिर चुरा ले आएं जी करता है फिर से हम बच्चे हो जाएं दादी... Hindi · कविता 3 8 286 Share अशोक सोनी 29 Dec 2020 · 2 min read मैं आदमी बनूंगा बच्चों से बात करने में बड़ा आनन्द आता है। उनकी प्यारी-प्यारी बातें , उनके अपने सपने ,बहुत ही निश्छल होते हैं। बहुत बरस हुए ऐसे ही एक दिन मेरे आस-पास... Hindi · लघु कथा 2 6 534 Share अशोक सोनी 26 Dec 2020 · 2 min read रिश्तों का सौंदर्य (नई दृष्टि नई परिकल्पना) एक थी कबरी बिल्ली रानी सीधी भी और चतुर सयानी कहीं से फिर एक चूहा आया लम्बा कद पर दुबली काया चूहा देख बिल्ली ललचाई लेकिन उसको दया भी आई... Hindi · कविता 3 6 309 Share अशोक सोनी 24 Dec 2020 · 1 min read दर्द ए दास्तां परिंदों ने एक नया आसमां चुन लिया ख्वाबों में नया एक जहां बुन लिया बूढ़ी चिड़िया ये सुनकर हैरान है मैंने ये क्या दर्द ए दास्तां सुन लिया क्यों इन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 9 304 Share अशोक सोनी 15 Dec 2020 · 1 min read झील सी आंखें याद तुम्हारी बैरन ठहरी नहीं देखती दिन दुपहरी आ जाती है निशि दिन पल-पल धीमे-धीमे चुपके-चुपके छू जाती है मन की देहरी लाख मनाता चंचल मन को भूल अरे कुछ... Hindi · कविता 3 9 527 Share अशोक सोनी 15 Dec 2020 · 1 min read तौर - तरीके आज बरस दर बरस तुम्हारे और मेरे बीच बढ़ते रहे निरंतर फासले और चौड़ी होती गई खाई फासले तो बढ़ने ही थे क्योंकि तुम्हारी हर राह जुदा थी हर चाह... Hindi · कविता 2 315 Share अशोक सोनी 15 Dec 2020 · 1 min read कोरोना कोरोना क्या है कोई व्याधि है ? महाविपदा है ,देह का क्षरण है ? जीवन-मरण है , अदृश्य से रण है ? नहीं , कदाचित नहीं , कुछ नहीं कोरोना... "कोरोना" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 27 86 1k Share अशोक सोनी 14 Dec 2020 · 1 min read नज़र वो बारहा राज़-ए-भरम खोलती थी ज़ुबां से भी ज़्यादा नज़र बोलती थी। समझता भला क्या नादान ये दिल अदा ही ऐसी कि बसर डोलती थी। Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 199 Share अशोक सोनी 13 Dec 2020 · 1 min read हर बार तुम तुम मधुमय निर्झर का जल नित्य निनादित नित्य प्रवाहित हर पल निर्मल हर पल कल-कल शीतल हीतल जलधार तुम हो अशांत मन की कगार तुम हो हृदय तल में हर... Hindi · कविता 1 4 273 Share अशोक सोनी 13 Dec 2020 · 1 min read सिर्फ तुम राह तुम्ही हो चाह तुम्ही हो खुशियां थिरकें जहां खुशी से ऐसी मृदुल पनाह तुम्ही हो इन्द्रजाल सी निगाह तुम्ही हो चारू मनोहर चपल साधना दिल की चारागाह तुम्ही हो... Hindi · कविता 2 3 267 Share अशोक सोनी 13 Dec 2020 · 1 min read तुम ही तुम तुम रजनीगंधा नेह सुगंधा तुम गुलमोहर तुम पलाश हो तुम मयंक की धवल हास हो तुम ही अधरों का लिबास हो तुम ही तुम इन नयन समाई लगता है कहीं... Hindi · कविता 1 2 274 Share अशोक सोनी 10 Dec 2020 · 2 min read अतीत गंधा ( संस्मरण ) बस्तर के दूरस्थ एक छोटे-से गांव में मैं प्रथम बार सहायक अध्यापक पद पर नियुक्त हुआ था । वहां एक मात्र प्रधान अध्यापक महोदय थे । मेरी नियुक्ति से वहां... Hindi · कहानी 2 4 410 Share अशोक सोनी 4 Sep 2020 · 1 min read गिरगिट एक गिरगिट अचानक रूप बदलने लगा नये-नये रंग में पल-पल ढलने लगा । उसको यों करता देख एक गिरगिट दूसरे से बोला यार !यह अकारण क्यों बदल रहा है चोला... Hindi · कविता 2 2 472 Share अशोक सोनी 15 May 2020 · 1 min read आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी हिंदी साहित्य के जिस काल का नामकरण ' द्विवेदी युग ' के नाम से जाना जाता है ,उस स्वर्णिम साहित्य काल के प्रवर्तक आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ही थे ।... Hindi · लेख 4 6 366 Share अशोक सोनी 14 May 2020 · 1 min read सरलता सीधे सुन्दर वृक्ष ही , सहते रहे कुठार । टेढ़े - मेढ़े वृक्ष पर , कौन करे प्रहार ।। *** सीधे जन की नियति है , सह जाएं आघात ।... Hindi · दोहा 4 4 290 Share अशोक सोनी 14 May 2020 · 1 min read नियति चक्र बसंत व्यतीत हो गया , सुख अतीत हो गया , ग्रीष्म की तपन लिए , दुःख ही गीत हो गया । चैन ,अमन ,शांति सब , जाने कहां चला गया... Hindi · कविता 3 8 282 Share अशोक सोनी 13 May 2020 · 1 min read जीवन - पथ दिग्भ्रमित पथिक , आवारा रास्ता , जीवन में जैसे , भटकाव ही भटकाव । कहां जाएं , किधर जाएं , न कहीं ठिकाना , न कहीं ठांव । चिलचिलाती धूप... Hindi · कविता 3 4 254 Share अशोक सोनी 13 May 2020 · 1 min read भीगी पलकें तुमको देखा तो भोर हुई , मन में हर्ष हिलोर हुई , विकल हृदय की धड़कन भी , पा तुम्हें भाव - विभोर हुई । रुठी जब प्रिय तुम मुझसे... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 429 Share अशोक सोनी 13 May 2020 · 1 min read मां समझ न पाई अचानक .....बेटे को मां की याद आ गई । मां को लेने गांव पहुंच गया । एक छोटे-से कच्चे मकान में मां अकेली ...। हां अकेली ही रहती थी ।... Hindi · लघु कथा 4 4 287 Share अशोक सोनी 12 May 2020 · 1 min read बेरुखी तुम्हारी मेरी तासीर में तो बस , अहले वफ़ा ही थी । उसमें कहां ज़रा भी ,ज़फा की अदा ही थी । *** कुछ तो तुम्हें भी , मुगालता हुआ ज़रूर... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 241 Share अशोक सोनी 12 May 2020 · 1 min read निश्छल चतुराई सीढ़ी...बस एक ही है । ख्याति.......... सफलता........और... पुरस्कारों की .....। किसी भी कीमत पर...... टिक जाना । और.... । किसी भी कीमत पर........बिक जाना । टेढ़ी-मेढ़ी .. घुमावदार सीढ़ियां ।... Hindi · कविता 2 7 434 Share अशोक सोनी 12 May 2020 · 1 min read सारे कुत्ते चुप सुबह - सवेरे शहर के एक तिराहे पर , चार - छह मरघिल्ले से कुत्ते , भौंक - भौंक कर एक दूसरे से झपट रहे थे । कमजोर होने के... Hindi · कविता 1 2 597 Share अशोक सोनी 11 May 2020 · 1 min read मन पुलक-पुलक हुआ मन ने जब उसके मन को छुआ , मन पुलकित प्रमुदित आज हुआ , मन अभी तलक जो कह न सका , मन विरह ज्वाल जो सह न सका ,... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 6 244 Share अशोक सोनी 11 May 2020 · 1 min read व्यथा कथा श्रम नीर लिए , हिय पीर लिए , भाल पे स्वेद बहा के चले , क्षीण यष्टि लिए , सृजन-दृष्टि लिए , छोड़ के गेह कहां को चले , निस्तेज... Hindi · कविता 7 2 243 Share अशोक सोनी 10 May 2020 · 1 min read दस्तयारी हर ओर समंदर फैला है , दूर तलक बस पानी है । इकलौती कश्ती छोटी सी , रात बड़ी तूफानी है । दस्तयारी मिलेगी कैसे , और दस्तयार बनेगा कौन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 4 6 184 Share अशोक सोनी 9 May 2020 · 1 min read फितरती यदि भुजंग विष न पाता , यदि उसे डसना न आता , लोग कंठ में पहन घूमते , बेचारा माला हो जाता । उसका नहीं मनुज से नाता , विष... Hindi · मुक्तक 2 2 244 Share अशोक सोनी 9 May 2020 · 1 min read जीवन दर्शन एक नाविक किसी विद्वान को नदी पार करा रहा था । विद्वान ने समय व्यतीत करने के उद्देश्य से नाविक से कुछ बातचीत करना उचित समझा , उसने नाविक से... Hindi · लघु कथा 3 4 241 Share अशोक सोनी 6 May 2020 · 1 min read आरज़ू अनचाहे ही याद तुम्हारी आई गुलाब-सी // तुम हो फूलों की रंगत तुम हो शबाब-सी // तुम से ही दिल वाबस्ता ,थीं तुम ही शुर्ख़रू // अखलाक तुम्हारी आंखों से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 4 227 Share अशोक सोनी 5 May 2020 · 1 min read मदिरा मजबूरी या जरूरी कभी न देखी , सुनी कभी न , ऐसी विपदा भारी // युक्ति और तदबीर निकाली जितनी भी थी सारी // रखना है सबको सुरक्षित और सबको समझाना // भरना... Hindi · गीत 3 4 441 Share अशोक सोनी 5 May 2020 · 2 min read अर्थव्यवस्था के मजबूत स्तंभ ( व्यंग्य ) *********लम्बी ----- लम्बी लाइनें । सबके चेहरे पर एक सुकून और आशा का संचार होता दिख रहा है । हालांकि सबके चेहरे ढंके हुए हैं लेकिन आंखें हैं कि सब... Hindi · लेख 4 6 345 Share अशोक सोनी 4 May 2020 · 1 min read हंदवाड़ा के वीर सपूतों को नमन है नमन तुम्हे हे वीर पुरुष भारत का मान बढ़ाया है // मातृभूमि की गरिमा हित जिसने सर्वस्व चढ़ाया है // क्या कहना उन हठधर्मी को जो बार बार घुस... Hindi · गीत 3 6 209 Share अशोक सोनी 25 Apr 2020 · 1 min read भावना न बात तुम कर सके // न बात हम कर सके // भावना को व्यक्त करने // न शब्द एक हर सके // हाथ से कई -कई // शब्दकोश निकल... Hindi · मुक्तक 2 496 Share अशोक सोनी 25 Apr 2020 · 2 min read कौन दानी अनायास ही हमारे सामने एक विकट संकट खड़ा हो गया है। किसी ने कल्पना भी न की होगी कि एक ऐसा भी दिन आ सकता है कि जिससे सारा भूमण्डल... Hindi · लेख 1 4 262 Share अशोक सोनी 24 Apr 2020 · 1 min read याद तुम्हारी आंखें बार-बार भरमाई , याद तुम्हारी हर पल आई ।। कैसे निर्दयी बन बैठे तुम , पाती तक न एक पठाई ।। Hindi · मुक्तक 2 2 454 Share अशोक सोनी 24 Apr 2020 · 1 min read तैराक डूबा ऐसे नयन झील में , फिर तट पर कभी न आया // तुम तो थे तैराक ग़जब के , मुझे तैरना कभी न आया // Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 4 356 Share अशोक सोनी 24 Apr 2020 · 1 min read मेरे हिस्से का दुःख मेरे हिस्से का दुःख था और कहां जाता // आना ही था उसको फिर कैसे न आता // सोचा था सुख सारे दुनिया के हर लूंगा // सोचा ये था... Hindi · गीत 3 210 Share अशोक सोनी 24 Apr 2020 · 1 min read हे आदित्य हे सूर्य देव , हे शक्ति पुंज , भीषण ज्वाला के कराल कुंज , हे सकल सृष्टि के आदि पुरुष , है नमन तुम्हें हे मार्तण्ड , हे प्रभाकर, सविता... Hindi · कविता 2 2 423 Share अशोक सोनी 23 Apr 2020 · 1 min read मन है कि मानता नहीं ( व्यंग्य ) मिस्टर मानूराम भी अपनी तरह के अकेले शख्स हैं । लाकडाउन चल रहा है इसलिए वह अपने दोस्तों से मिलने भी नहीं जा सकते और न ही उनके दोस्त मिलने... Hindi · लेख 1 2 242 Share अशोक सोनी 23 Apr 2020 · 1 min read बड़ी संजीदगी से कभी खामोश रहता है , कभी चुपके से कहता है // रवानी ही रवानी है , बड़ी मुश्किल कहानी है // भीतर है कहीं कुछ तो ,जो दरिया बन के... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 3 372 Share अशोक सोनी 21 Apr 2020 · 1 min read चलना होगा अकेले न रथ है न कोई पथ है रथ-पथ विहीन दौड़ा चला जा रहा है अश्वमेध यज्ञ के तुरंग-सा अदृश्य निर्जीव एक विषाणु और विस्तारित हो रहा है रक्तबीज-सा समूचा विश्व... Hindi · कविता 2 240 Share अशोक सोनी 21 Apr 2020 · 1 min read खूबसूरत '"अब शहद लगा कर चाटो , बहुत खूबसूरत है न । लाखों में एक है , यही कहा था न तुमने । रख लो अब शोकेस में । घर की... Hindi · लघु कथा 2 509 Share अशोक सोनी 20 Apr 2020 · 1 min read संग-संग लाकडाउन मनाते ( हास्य ) ( व्यथा एक कुंवारे की ) सुन रे कोरोना ! ठहर जाता ग़र महीना दो महीना क्या बिगाड़ हो जाता तेरा मुझसे क्या कोई दुश्मनी थी जो चला आया बना... Hindi · कविता 1 4 277 Share अशोक सोनी 19 Apr 2020 · 1 min read कितना अच्छा लाकडाउन कितना अच्छा लाकडाउन बंद-बंद और सब कुछ बंद चौक चौबारे की चुगली बंद क्रिकेटर की गुगली बंद शराब बीड़ी सिगरेट बंद मेहमानी का गेट बंद प्रेमी का इज़हार बंद दुष्ट... Hindi · कविता 1 4 349 Share Previous Page 2 Next