Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2020 · 1 min read

अभिनंदन

अभिनंदन नव वर्ष का , सबका हो कल्याण ।
सबको यह शुभकामना , बढ़े सभी का मान ।।
बढ़े सभी का मान , न कोई सुख को तरसे ।
सुख समृद्धि सौभाग्य , जीवन में सबके बरसे ।।
कह अशोक कविराज , सब मिल करें यह वन्दन ।
हृदय पट के भाव से ,नव वर्ष का अभिनंदन ।।

अशोक सोनी
भिलाई ।

3 Likes · 4 Comments · 345 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बाबागिरी
बाबागिरी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
खारिज़ करने के तर्क / मुसाफ़िर बैठा
खारिज़ करने के तर्क / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
शिवांश को जन्म दिवस की बधाई
विक्रम कुमार
😊😊फुल-फॉर्म😊
😊😊फुल-फॉर्म😊
*प्रणय प्रभात*
मन का डर
मन का डर
Aman Sinha
आलस मेरी मोहब्बत है
आलस मेरी मोहब्बत है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मजदूर है हम
मजदूर है हम
Dinesh Kumar Gangwar
"अनमोल"
Dr. Kishan tandon kranti
सवेदना
सवेदना
Harminder Kaur
ज़िन्दगी तुमको ढूंढ ही लेगी
ज़िन्दगी तुमको ढूंढ ही लेगी
Dr fauzia Naseem shad
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
💐💐कुण्डलिया निवेदन💐💐
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
देश खोखला
देश खोखला
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
यूएफओ के रहस्य का अनावरण एवं उन्नत परालोक सभ्यता की संभावनाओं की खोज
यूएफओ के रहस्य का अनावरण एवं उन्नत परालोक सभ्यता की संभावनाओं की खोज
Shyam Sundar Subramanian
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
नज़्म/गीत - वो मधुशाला, अब कहाँ
अनिल कुमार
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
गुज़रे वक़्त ने छीन लिया था सब कुछ,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
********* बुद्धि  शुद्धि  के दोहे *********
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
भोले नाथ तेरी सदा ही जय
नेताम आर सी
फितरत
फितरत
Sidhartha Mishra
मातृशक्ति
मातृशक्ति
Sanjay ' शून्य'
तुमसे बेहद प्यार करता हूँ
तुमसे बेहद प्यार करता हूँ
हिमांशु Kulshrestha
2439.पूर्णिका
2439.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
बाल कविता : काले बादल
बाल कविता : काले बादल
Rajesh Kumar Arjun
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
जीवन एक और रिश्ते अनेक क्यों ना रिश्तों को स्नेह और सम्मान क
Lokesh Sharma
क्यों नारी लूट रही है
क्यों नारी लूट रही है
gurudeenverma198
चांद का टुकड़ा
चांद का टुकड़ा
Santosh kumar Miri
*Deep Sleep*
*Deep Sleep*
Poonam Matia
पलक-पाँवड़े
पलक-पाँवड़े
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गूंजा बसंतीराग है
गूंजा बसंतीराग है
Anamika Tiwari 'annpurna '
"कोहरा रूपी कठिनाई"
Yogendra Chaturwedi
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
*आत्मा की वास्तविक स्थिति*
Shashi kala vyas
Loading...