अरविन्द राजपूत 'कल्प' Language: Hindi 252 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid अरविन्द राजपूत 'कल्प' 29 Jan 2017 · 2 min read मॉ की कोख मैं मुझे न मारो पापा मेरे प्यारे पापा, मुझे अपना लो पापा जी । मां की कोख में मुझे न मारो, मुझे बचा लो पापा जी ।। मुझको तुम दुनिया दिखला दो, मेरे प्यारे... "बेटियाँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता · बेटियाँ- प्रतियोगिता 2017 3 1 2k Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 10 Oct 2017 · 2 min read कल्पतरु चालीसा स्वामी विद्यानंद जी, नरहरि केशवानंद। साईंधाम की पुण्यधरा पर, चहु ओर आनंद।। कल्पतरु अभियान है, कदम्ब का अवतार। जड़बुद्धि'कल्प' बखान करे,जीव-जगत का सार।। अँगना तुलसी पौध लगावे।सकल सिद्धि सुख संपत्ति... Hindi · कविता 1k Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 19 Nov 2021 · 2 min read कल्प अध्यात्म: जीवन मुक्त गीता.... जीवन मुक्त गीता श्री, दत्तात्रेय उचार।। करहिं सरल रुपांतरण, कल्प मंदमति धार।। वेदांत सार सद्गुरु कहें, सहज सुबोध स्वरूप। ब्रह्म जीव एकत्व है, सम्यक रूप अनूप।। देह बुद्धि आसक्तिन भारी।... Hindi · गीत 1k Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Jul 2018 · 1 min read व्यंग:- चम्मच तेरी लीला अपरंपार है.... चम्मच तेरी लीला अपरंपार है अपने आकाओं का तुमसे होता अब उद्धार है।। चम्मच तेरी लीला अपरंपार है… जिसके पास हो चमचों की जितनी भी भरमार है उसकी कदर बढ़े... Hindi · कविता 1 1 917 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 14 Sep 2017 · 1 min read भारत भाषा हिंदी दुनिया में लाखों भाषाएँ, मेरी भाषा हिंदी। अलंकारों से सजी हुई है, भारत भाषा हिंदी।। दसों रसों का सार है जिसमें,रसमयि भाषा हिंदी। छंदों से गरिमा है जिसकी,छंदावाली है हिंदी।।... Hindi · कविता 813 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 3 Aug 2020 · 2 min read #नर्मदा_कल्प_स्तुति हिरणन्यतेजा शिवप्रिया, उदयाचला मां नर्मदा। है अमर जो प्रलय में भी 'कल्प' कोटि सर्वदा।। मेकलनंदनी जनमनरंजनी नर्मविनोदनी माँ रेवा। पर्वतवासिनी विंध्यनिवासिनी मगरविराजनी माँ रेवा।। सन्तन पालनी तीर्थ गामनी शैलविदारणी माँ... Hindi · गीत 4 13 735 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 29 Jan 2017 · 2 min read मॉ की कोख में मुझे न मारो *मॉ की कोख में मुझे न मारो* ✍?अरविंद राजपूत पापा मेरे प्यारे पापा, मुझे अपना लो पापा जी । मां की कोख में मुझे न मारो, मुझे बचा लो पापा... Hindi · कविता 1 761 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 22 Jul 2021 · 1 min read कविता- नैना ?️ *नैना* ?️ ✍ *अरविंद राजपूत 'कल्प'* सुंदर और सजीले नैना नट-खट और हटीले नैना करें शिकार शिकारी बन के छल-बल छैल छबीले नैना सुरा-सुंदरी से भी बढ़कर है मदमस्त... Hindi · कविता 832 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 9 Sep 2017 · 1 min read शैर छूकर लवों को यूँ मदहोश कर दिया। छाया खुमार ऐसा हम न हम रहे।।।। काश हमारे गीतों को, गर शब्द आपके मिल जाएं । महक उठेगा जीवन उपवन,सुर-साज आपके मिल... Hindi · मुक्तक 722 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- शादमानी के लिए अब इक़ दीवानी चाहिए... जिसमें हो रूहानियत ऐसी कहानी चाहिए। शादमानी के लिए अब इक़ दीवानी चाहिए।। प्यार करने, के लिये फिर से ज़वानी चाहिए। रात हो गुलज़ार ख़ुशबू रात-रानी चाहिए। मौज़-ए-रानाई फरिश़्ता ख़ूबसूरत... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 702 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 27 Jul 2018 · 1 min read दादा जी के दीवाने हम.... दादा जी के दीवाने हम, दादा नगरी जाएंगे। दादा की पावन धूनी में, अपना भरम जलाएंगे। सोना चाँदी बना राख अब भस्म विभूति पाएंगे। दादा के दीवाने हैं हम..... नागा... Hindi · गीत 1 700 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Mar 2019 · 1 min read ग़ज़ल- अब की होली में मुझे मिला सभी का प्यार अबकी होली में। खिज़ां में आ गई बहार अबकी होली में।। चढ़ा है भाँग का खुमार अबकी होली में। नशा हुआ है बेशुमार अबकी होली... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 645 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 4 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल:- तीर नजरों से अपनी चलाते हो क्यों सालिम:फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन फ़ाइलुन (212 212 212 212 ) तीर नजरों से अपनी चलाते हो क्यों। मेरे दिल को निशाना बनाते हो क्यों।। फर्ज़ कहकर मदद मेरी करते रहे ।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 630 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 8 Aug 2018 · 1 min read ??? *विद्यालय प्रार्थना*??? विद्यालय प्रार्थना :- विद्यालय की पावन भूमि का, करते हम सम्मान हैं। विद्यालय है मेरा मंदिर, शिक्षक मेरे महान हैं।। माँ वरदानी हम अज्ञानी, हमको शरण मे लेलो माँ। दिव्य... Hindi · गीत 592 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 31 May 2018 · 1 min read करबटें बदलूँ मैं हरदम क्या हुआ होगा उसे कोई पता मिलता नही। दिल मेरा घबराता क्यों है कुछ समझ आता नही।। नींद अब आती नही है ख्वाब बेगाने हुये। करबटें बदलूँ मैं हरदम ख़्याल... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 581 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 18 Jul 2020 · 2 min read शिव-ताण्डव स्तोत्रम हिंदी में- ॐ नमः शिवाय ?ॐ~शिव-ताण्डव स्तोत्रम हिंदी में~ॐ? 1⃣ जटा-लटा प्रवाहिते, सघन वने प्रभेदना, गले भुजंग माल को, प्रक्षालती प्रवेगना। डमड्-डमड् निनाद से, प्रचण्ड ताण्डवा करे, शिव: हरे शुभंकरे, शुभम करो सदाशिवा।। 2⃣ सघन... Hindi · गीत 2 4 596 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 20 Jun 2018 · 1 min read नही चाहता पुनर्जन्म अब, नही चाहता पुनर्जन्म अब, न फिर मानव तन पाऊँ। ऐसी योनि देना भगवन, परहित धरम निभा पाऊँ।। भाई-भतीजा मेरा-तेरा, करते-करते थक गया हूँ। दंभ-झूठ पाखंड के पथ पर, चलते-चलते थक... Hindi · कविता 595 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 12 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- क़द नापिये न आप मेरा आसमान हूँ... क़द नापिये न आप मेरा आसमान हूँ। दुनिया की हर बला का मैं ही इक़ निदान हूँ।। अस्तित्व में सिफ़र हूँ, ज़माना ये मानता। मत शून्य मुझको समझो , मैं... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 549 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Apr 2018 · 1 min read मेरे पिता मेरा भगवान मेंरे पापा मेरे आका, मेरे भगवान भी तुम हो। तुम्ही से आन मेरी है, मेरी पहचान भी तुम हो ।। तुम्ही से चल रही साँसे मेरे परिवार की पापा। तुम्हीं... Hindi · गीत 560 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 29 May 2018 · 1 min read अब ज़िद यही है मेरी - आरक्षण साफ़ करना मेहनत करूँ मैं दिल से, फिर भी मिले न अपना। कुछ लोग भी हैं ऐसे, जो छीने मेरा सपना।। पढ़ पढ़ हुआ पढ़ा मैं, हरदम रहा हूँ अब्बल। पढ़ना न... Hindi · कविता 562 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Nov 2018 · 1 min read माँ माँ व्रह्मा विष्णु महेश है, माँ सृष्टि में सबसे विशेष है। माँ ममता का पर्याय है, माँ का त्याग दया अशेष है।। माँ गीता है माँ कुरान है, माँ ऋचा... "माँ" - काव्य प्रतियोगिता · कविता 4 26 573 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 12 Jul 2020 · 1 min read अष्टांग-दोहे ?⚪️अष्टांग दोहे ?⚪️ तन मन प्राणन शुद्धता, परम् योग अष्टांग। जीवन सफल बनाइये, कर गुरु को शाष्टांग।। यम नियम अरु वासना, प्राणा प्रत्याहार। धारणा, ध्यान, समाधि से, हो जाये भव... Hindi · दोहा 1 5 667 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Sep 2017 · 1 min read धरती अम्बर एक हुए नैन मिले जब नैनों से, चार नयन जब एक हुए। मिली नज़र जब नज़रों से, सजल नयन जब एक हुए।। स्वपन मिले स्वपनो से ऐंसे, स्वप्न हकीकत एक हुए। मिले... Hindi · गीत 596 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 28 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- गुलशन में कंगाली है... गुलशन में कंगाली है। माली ही तो जाली है।। अच्छे दिन कब आयेंगे। हर घर में बदहाली है।। भूख मिटेगी कैसे अब। थाली ही तो खाली है।। तांडव हाकिम मचा... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 531 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 19 Oct 2020 · 1 min read #ग़ज़ल:- दे नशा भरपूर मेरी शाइरी... दे नशा भरपूर मेरी शाइरी। ग़म से रक्खे दूर मेरी शाइरी।।1 मयकशी भी जब असर करती न हो। तब करे मख़मूर मेरी शाइरी।।2 फ़लसफ़ा हर शे'र में भरपूर हैं। है... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 549 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 8 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- दिल में मिलन की आस रहने दो... दिल में मिलन की आस रहने दो। सूखे लबों पे प्यास रहने दो।। वो तेरा है तू उसका है सच है। छोड़ो उसी को खास रहने दो।। जब भूख से... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 503 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 15 Jun 2018 · 1 min read मत माँ के आंचल को बांटो पहले बांट दिया धर्मों में, अब बांटा है जाति में मानवता का खून किया, लात मार दी थाती में काबा और कैलाश बटा धरती और आकाश बटा सरहद बांटी देशों... Hindi · कविता 1 1 557 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 25 Jul 2018 · 1 min read वो रिमझिम सी बारिश ऐ बारिश का मौसम लगे मुझको अपना। वो रिमझिम सी बारिश हो बाहों में सजना।। मिलन हो गगन और धरा का ख़ुशी से। हो बादल गर्जना या बिजली चमकना।। वो... Hindi · गीत 531 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 13 Jul 2018 · 1 min read है कर्मवीर वो है कर्मवीर वो जो खुद भाग्य लिख दिया करें। है धर्मवीर वो जो परहित मे जाँ दिया करें।। बेकार है वो जीवन जो अपने में लगा रहे। जीवन वही सुखी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 533 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 7 Aug 2021 · 1 min read ग़ज़ल :- कल्प' अभी भी बाक़ी है... हारो नहीं विकल्प अभी भी बाक़ी है। जीतोगे संकल्प अभी भी बाक़ी है।।। जिंदा रहूंगा इस दुनिया से जाकर मैं। मेरा ये संकल्प अभी भी बाक़ी है।। ख़त्म हुए सब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 541 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 22 Jun 2018 · 1 min read लोक कविता- संगी-साथी मजा लेत हैं संगी-साथी मजा लेत हैं, बूढ़ो मुंडा मोहे केत हैं। कभी झुरियां चाँद बता के, मेरो हर कुई मजा लेत हैं।। छोटो होतो माँ है चिल्लातो, इते उते की मैं उरझातो।... Hindi · कविता 502 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 25 Oct 2018 · 1 min read ग़ज़ल- कभी आश़िक कभी मामा, कभी सजना बना चंदा कभी आश़िक कभी मामा, कभी सजना बना चंदा। लुभाता है ज़माने को, मुहब्बत से भरा चंदा।। सुहागिन पूजती इसको, अटल सौभाग्य की ख़ातिर। करे सौभाग्य की रक्षा, ये करवा चौथ... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 494 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 20 Jul 2018 · 1 min read ग़ज़ल:-लिखे जो गीत हैं मैंने वह्र:- 1222 1222 1222 1222 लिखे जो गीत हैं मैंने कभी तुम गुन गुनाओगे। रहूँगा याद बनकर मैं मुझे तुम दिल में पाओगे।। न समझो आज तुम मुझको नही कोई... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 473 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 18 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल- ये नज़रें न होती इशारे न होते... बह्रे- मुतकारिब मुसम्मन सालिम अर्कान- फऊलुन फऊलुन फऊलुन फऊलुन ये नज़रें न होती इशारे न होते। तो रिश्ते हमारे तुम्हारे न होते।। जो विस्वास होता, हमें बाजुओं पे। तो हम... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 534 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 11 Nov 2018 · 1 min read वोटर नही है कम, वोटर में है दम - एक चुनावी रचना *वोटर नही है कम, वोटर में है दम* राजनीति के गलियारों में, फिर से बिछी बिसात है। नहीं है इनका कोई मजहब, न ही इनकी जात है।। भोली भली इस... Hindi · गीत 1 1 498 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 18 Sep 2018 · 1 min read देवी गीत- जय काली कलकत्ते वाली..... जय काली कलकत्ते वाली जय काली माँ जय काली। ज्योतावाली, मेहरावाली जय काली माँ जय काली।। चंड मुंड संघारन हारी जय काली माँ जय काली। जय काली माँ जय काली........ Hindi · गीत 599 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 27 Nov 2018 · 1 min read ग़ज़ल- मेरी आशिक़ी भी तू है, तू ही है हब़ीब मेरा। मेरी आशिक़ी भी तू है, तू ही है हब़ीब मेरा। तेरा साथ जो मिला है, तू बना नसीब मेरा।। तुझे चाहती है दुनियाँ, तेरे हैं हजारों आशिक़। तुझे मैंने रब... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 485 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Oct 2019 · 1 min read ग़ज़ल- जमाना देखिये कितना बिगड़ गया साहिब *ग़ज़ल* जमाना देखिये कितना बिगड़ गया साहिब। हमारी जान के पीछे ही पड़ गया साहिब।। बड़े ही शौक से इक़ आशियां बनाया था। ज़रा से शक मे ये गुलशन उजड़... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 531 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 8 Apr 2020 · 1 min read ग़ज़ल:- कलकल छलछल अविचल सरिता बहती है... मुसलसल ग़ज़ल:- सरिता-साहिल और सागर कलकल छलछल अविचल सरिता बहती है। साहिल की रुकना मजबूरी रहती है।। एक कदम ना साथ चले साहिल उसके। दर्द जुदाई सरिता घटघट सहती है।।... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 506 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 18 Nov 2021 · 4 min read गीत:- गोविंद भजो..... गोविंद भजो, गोविंद भजो, गोविंद भजो, हे मूढ़ मते। गोविंद जपो, गोविंद रटो, गोविंद से प्रेम करो पगले।। जब मौत हमारी आयेगी, रह जायेंगे सब नियम धरे। गोविंद भजो, गोविंद... Hindi · गीत 514 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 17 Oct 2019 · 1 min read गजल - न छोड़े साथ जीवन भर वो जीवन संगनी हो तुम न छोड़े साथ जीवन भर, वो जीवन संगनी हो तुम।। अधूरी जिंदगी तुम बिन, मेरी अर्धांगिनी हो तुम।। सदा सुख दुःख का इक साथी, दिया मैं वो मेरी बाती। दुःखों... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 552 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Jan 2019 · 1 min read ग़ज़ल- जन्म से मृत्यु तक, काम आते तरू जन्म से मृत्यु तक, काम आते तरू। दुल्हनों सा धरा को सजाते तरू।। मूक अविचल अडिग, धूप तूफ़ा सहें। बदले पत्थर के भी, फ़ल लुटाते तरू।। पेड़ पौधों से सीखो... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 468 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 5 Sep 2017 · 1 min read शिक्षा देना ध्येय हमारा नहीं मान-सम्मान चाहता, शिक्षित हो हर वर्ग हमारा। अभावों के पथ पर चलकर, शिक्षा देना ध्येय हमारा।। दीप समान जलाया खुद को, अंधियारों में परिजन पाए। ज्योति जला शिक्षा की... Hindi · कविता 1 2 480 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 24 Jan 2022 · 1 min read ग़ज़ल:- मियां बस आपकी ख़ातिर ग़ज़ल कहना पड़ेगी... मियां बस आपकी ख़ातिर ग़ज़ल कहना पड़ेगी। सज़ी महफ़िल यहां आख़िर ग़ज़ल कहना पड़ेगी। ज़मा साहित्य के साहिर ग़ज़ल कहना पड़ेगी।। हसीं महफ़िल बड़े शाइर ग़ज़ल कहना पड़ेगी।। नज़र पैनी... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 464 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 11 Sep 2018 · 3 min read व्यंग्य:- कलाकारों के भीष्म पितामह कलाकारों के भीष्म पितामह के नाम से नवाजे जाने का जो सुख उन्हें प्राप्त होता था वह सुख शायद स्वर्ग आधिपत्य से भी प्राप्त न होता हो। क्षेत्र में कलात्मक... Hindi · लेख 451 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 17 Sep 2018 · 1 min read कुंडलिया- बरगद बरगद कुंठित हो उठा, सुनहि तुलसी पुराण। लघुतर पादप होइके, तुलसी गुण की खान।। तुलसी गुण की खान, ऋषि मुनि वैद्य बखाने। बरगद रूँधे खेत, तरू-पादप कुमलाने।। कहत 'कल्प' कविराज,... Hindi · कुण्डलिया 455 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 9 Nov 2020 · 1 min read ग़ज़ल- तारीफ़ करना ग़ज़लों में व्यौहार हो गया... तारीफ़ करना ग़ज़लों में व्यौहार हो गया। तनक़ीद करने वाला गुनहगार हो गया।। सच बोलना पसंद किसी को नही यहाँ। तारीफ़ झूठ-मूठ ही उपहार हो गया।। आभासी फेसबुक पे चलन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 2 2 479 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 3 Apr 2019 · 1 min read ग़ज़ल- महका है दिल कि गुल खिला गुलशन में जिस तरह महका है दिल कि गुल खिला गुलशन में जिस तरह। कोई मयूर नाचता सावन में जिस तरह।। महका हुआ दयार है अब मेरा चार सू। खुशबू बिखेर वो गये आंगन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 1 1 473 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 21 Feb 2020 · 1 min read ग़ज़ल- पिया मिलन की घड़ी है विदाई का आलम... पिया मिलन की घड़ी है विदाई का आलम। ज़रा ज़रा सी ख़ुशी है ज़रा ज़रा सा ग़म।। मिली ख़ुशी या मिला ग़म, अज़ीब है दरहम। विदा का ज़ख्म तो साजन... Hindi · ग़ज़ल/गीतिका 3 475 Share अरविन्द राजपूत 'कल्प' 23 Aug 2021 · 1 min read गीत:- माॅं..… जब भी तेरा मुझे स्मरण हो गया आंसुओं से तभी आचमन हो गया दर ब-दर खोजता हूॅं इधर और उधर क्यों न मिलती मुझे छुप गई तू किधर पागलों सा... Hindi · गीत 1 441 Share Page 1 Next