अनुराग दीक्षित 235 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid Previous Page 2 Next अनुराग दीक्षित 17 Mar 2018 · 1 min read कथनी करनी में भेद न कर ! कथनी करनी में भेद न कर, उठ चल अब और अबेर न कर ! सीधा सच्चा जीवन पथ रख कर्मों का निज अमृत रस चख, तू जाति धर्म विचार न... Hindi · कविता 460 Share अनुराग दीक्षित 11 Oct 2019 · 1 min read तेरी एक नज़र तेरी एक अदा,दिल मेरा है तुझ पर फिदा। तेरी एक नजर तेरी एक अदा दिल मेरा है तुझ पर फिदा। तेरे रंग में एक नूर है तेरी चाल चढता सुरूर है तुझे सब मिला भरपूर है लगता कि... Hindi · कविता 478 Share अनुराग दीक्षित 7 Jan 2019 · 1 min read जिंदगी दुल्हन है एक रात की । जिंदगी दुल्हन है एक रात की । तेरी मेरी दो पल की मुलाकात सी जिंदगी दुल्हन है एक रात की । देखो कैसी तैयारी है इक शाम को कैसे पूरा... Hindi · कविता 1 499 Share अनुराग दीक्षित 18 Aug 2019 · 1 min read देश की खातिर लुटाए जो जवानी। धन्य है जीवन उसी का प्रेरणा उसकी कहानी, देश की खातिर लुटाए जो जवानी। जो सतत आगे बढ़े आगे बढ़े बढ़ कर लड़े सिंह सी कर गर्जना रिपु भाल पर... Hindi · कविता 395 Share अनुराग दीक्षित 10 Nov 2017 · 1 min read तस्वीर तेरी नैनन में बसी, वो श्यामल बदन वो मोहक हँसी। तस्वीर तेरी नैनन में बसी, वो श्यामल बदन वो मोहक हँसी। जिन्दगी बिन तुम्हारे अधूरी लगे आस हर पल मिलन की रही है लगी, दिन कितने गये, पल कितने गये... Hindi · गीत 403 Share अनुराग दीक्षित 7 Dec 2017 · 1 min read हर कोशिश कुछ देकर जाती, कठिन राह आसान बनाती। हर कोशिश कुछ देकर जाती, कठिन राह आसान बनाती। कोशिश कर जब भी तू हारा, बहुत पास था तेरे किनारा मंजिल भी चलकर आ जाए, जो तू पूरी जान लगाए... Hindi · कविता 432 Share अनुराग दीक्षित 27 Oct 2017 · 1 min read ज़िंदगी चार पल को न ठहरी कभी, रेत सी हर घड़ी ये फिसलती रही !********************* ज़िंदगी चार पल को न ठहरी कभी, रेत सी हर घड़ी ये फिसलती रही !******************************* जब अकेले में दो पल को बैठा कभी, याद मांझी की बस हमको छलती रही... Hindi · कविता 367 Share अनुराग दीक्षित 14 Jul 2019 · 1 min read बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। बहुत सुहानी लगती ये बरसात है। रज कण से चहुँ दिश सोंधी सी गंध सुहाई दग्ध धरा प्रमुदित हो जैसे हो मुस्काई दादुर बोले मोर नचे चल दी पुरवाई काली... Hindi · कविता 1 395 Share अनुराग दीक्षित 12 Feb 2019 · 1 min read देखो फिर से आया बसंत देखो फिर से आया बसंत । मन मगन मयूरे घूम उठे, पादप पल्लव सब झूम उठे हर ओर नई आभा छाई ज्यों प्रकृति सुन्दरी मुस्काई भर दामन में खुशियाँ अनन्त... Hindi · कविता 1 380 Share अनुराग दीक्षित 30 Nov 2017 · 1 min read पृष्ठ जीवन के पलटता जा रहा हूँ !***************** पृष्ठ जीवन के पलटता जा रहा हूँ !***************** शैशवावस्था लिए माँ अंक में, दुग्ध का कर पान रोता और न चुपता दे रहा कोई खिलौने, ताली बजा कोई मुझे बहला... Hindi · कविता 418 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। जख्म सीनें में दबाकर रखते हैं। एक वो अहले सियासत हैं जो अपने खातिर, मजलूमों को भी हर रोज लड़ाकर रखते हैं, एक हम सारे दर्द सहकर भी, जख्म सीनें... Hindi · कविता 1 387 Share अनुराग दीक्षित 21 Jul 2018 · 1 min read मन का मन्दिर देवालय तो मन का मन्दिर देवालय तो तन का मन्दिर शौचालय, मानव निर्मित दोनों स्थल देवालय या शौचालय, हम दोनों को छोड़ विचरते और ढूँढते मदिरालय। लय में आना बहुत जरूरी, बनवा... Hindi · कविता 414 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read फकत उपदेश देने से । उपदेश फक़त उपदेश देने से कोई गुरु हो नहीं सकता, किताबें वाॅच कर केवल भला कुछ हो नही सकता। अमल करने से होता है सकल व्यवहार परिवर्तन जो खुद आदत... Hindi · कविता 1 379 Share अनुराग दीक्षित 9 Sep 2017 · 1 min read क्या हुआ है मुझे मैं नहीं जानता बस तेरे पास आने को दिल मांगता ! क्या हुआ है मुझे मैं नहीं जानता बस तेरे पास आने को दिल मांगता! तेरे पास आऊं तुझको ही देखा करूँ तुमसे मिलने की राहें मैं खोजा करूँ हर गली... Hindi · कविता 431 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2019 · 1 min read चिड़िया रानी आओ ना अपनी प्यास बुझाओ ना । चिड़िया रानी आओ ना अपनी प्यास बुझाओ ना । घूम-घूम कर दोपहरी में झुलस रहे हैं पंख तुम्हारे छत पर बैठ झरोखे में तुम थोड़ा तो सुस्ताओ ना चिड़िया रानी... Hindi · कविता 1 359 Share अनुराग दीक्षित 5 May 2020 · 2 min read कोरोना की मधुशाला!! आज कोरोना काल के कठिन दौर में शराब के ठेके खुलते ही जो दृश्य देखने को मिला उसने लिखने के लिये प्रेरित किया कृपया कुछ पंक्तियाँ देखें और समीक्षा करें... Hindi · कविता 5 8 383 Share अनुराग दीक्षित 13 Aug 2019 · 1 min read सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई। सखी री मोरी मेहंदी है रंग लाई लाल लाल रंग रंगी हथेली प्रीतम के मन भाई । सुबह पहर से बैठ अंगनवा रुचि रुचि खूब लगाई प्रीत रंग मैं रंगी... Hindi · कविता 1 405 Share अनुराग दीक्षित 30 Jun 2018 · 1 min read जीवन बगिया में खिलते हैं सब फूल यहाँ सुख दुःख वाले। जीवन बगिया में खिलते हैं, सब फूल यहाँ सुख दुःख वाले। दोनों में जो सम रहते हैं, वो लोग हैं असली मतवाले। सुख में हर्षित आह्लादित हों दुःख में भी... Hindi · कविता 407 Share अनुराग दीक्षित 31 Dec 2018 · 1 min read नव वर्ष अभी भी बाकी है । *नव वर्ष अभी भी बाकी है* कर रहे रोज मिल कर प्रयास पर पूरी होती नहीं आस जब तक जन जन के जीवन में नववर्ष न लाये हर्ष खास दिखती... Hindi · कविता 1 376 Share अनुराग दीक्षित 12 Jan 2020 · 1 min read तुम्हें युग प्रवर्तक है शत शत नमन। युवा दिवस युवा शक्ति प्रेरक सकल कर्मयोगी तुम्हें युग प्रवर्तक है शत-शत नमन युवाशक्ति जागे कर्म पथ हो आगे सदा कर्म सिंचित हो अपना चमन रुको मत थको मत कभी... Hindi · कविता 2 3 411 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2020 · 1 min read माना डगर कठिन है चलना सतत मुसाफिर । माना डगर कठिन है, चलना सतत मुसाफिर आयेगी पास मंजिल चलकर के खुद ही आखिर। तेरे साथ चांद तारे तेरे साथ ये जमीं है तुझे सब दिया खुदा नें तेरे... Hindi · कविता 1 418 Share अनुराग दीक्षित 11 Jan 2020 · 1 min read इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला। इंसानियत का रिश्ता होता है सबसे आला इसे प्रेम ने है सींचा भावों ने इसको पाला । जीवन्त हों सभी जन, पावन सभी के हों मन गुरवत खतम करें मिल... Hindi · कविता 1 373 Share अनुराग दीक्षित 4 Jan 2020 · 1 min read वन उपवन मृग भरें कुलांचें सुरभित मन्द समीर बहे। वन/उपवन वन उपवन मृग भरें कुलांचें , सुरभित मन्द समीर बहे। चहुँ दिश फूल खिलें मनभावन, प्रकृति छटा सर्वत्र रहे। घिरे घटा घनघोर घनेरी मगन मयूरा मस्त रहे वन उपवन... Hindi · कविता 2 447 Share अनुराग दीक्षित 28 Jan 2019 · 1 min read सुन्दर पावन धरा भारती । सुन्दर पावन धरा भारती कल कल करती गाती गंगा जय जय गान उचारती सुन्दर पावन धरा भारती देवभूमि जग तारती । वीर प्रसविनी पुण्य भूमि तू जन गण भाग्य संवारती... Hindi · कविता 1 370 Share अनुराग दीक्षित 9 Sep 2017 · 1 min read मन में जो शीतलता भर दे वो नव गीत कहाँ से लाऊँ! मन में जो शीतलता भर दे वो नव गीत कहाँ से लाऊँ, खुद्दारी, फितरत है मेरी, पहल न करना कसम तुम्हारी क्यों इतने चुप चुप रहते हो,बोल न दो मुख... Hindi · कविता 351 Share अनुराग दीक्षित 29 Jul 2018 · 1 min read जय आशुतोष जय प्रभु कृपाल हे नीलकंठ शिव महाकाल । हे नीलकंठ शिव महाकाल। जय आशुतोष जय प्रभु कृपाल हे नीलकंठ शिव महाकाल। हे आदि देव त्रिपुरारि हरे जयशंकर शिव भयहारि हरे जय भूतनाथ अवढर दानी जय गंगाधर धर विष... Hindi · कविता 385 Share अनुराग दीक्षित 20 Aug 2021 · 1 min read मन का मीत मन की आंखों में बसा मेरे मन का मीत, कभी चुरावे नैन वो गाये कभी वो गीत। नहीं वो कुछ भी पूछे शरारत उसको सूझे करे इशारे दूर से कभी... Hindi · कविता 1 2 414 Share अनुराग दीक्षित 10 Nov 2017 · 1 min read साहित्य हित साधन बने, हित साध्य हो सबको अहो!*** साहित्य हित साधन बने, हित साध्य हो सबको अहो!*** इतिहास का हो आइना, सद्वृत्ति का सतपथ कहो ! जनगण को हो ये सीख, नित शिक्षा तरंगों मे बहो साहित्य हित... Hindi · कविता 396 Share अनुराग दीक्षित 9 Sep 2017 · 1 min read फिर ख्याल आए तेरा तो मैं क्या करूँ ! फिर ख्याल आए तेरा तो मैं क्या करूँ ! हमने चाहा यही हम न चाहें तुम्हें, फिर ख्याल आए तेरा तो मैं क्या करूँ ! दिल में एक आरज़ू की... Hindi · कविता 405 Share अनुराग दीक्षित 5 Feb 2018 · 1 min read ओ मीत मेरे प्यारे ओ मीत पुराने, सुन सुन रे मेरे गीत सुन मेरे तराने ! ओ मीत मेरे प्यारे ओ मीत पुराने, सुन सुन रे मेरे गीत सुन मेरे तराने तुझसे मेरा रिश्ता ए प्रेम टूट गया है, बचपन का अपना साथ था वो छूट... Hindi · कविता 376 Share अनुराग दीक्षित 5 Aug 2020 · 1 min read भारत नया बनायेंगे । भारत नया बनायेंगे हम भारत के वीर प्रवर हैं, भारत नया बनायेंगे । नवयुग का निर्माण करेंगे नवप्रभात फिर लायेंगे बिगुल बजा दें हम सब मिलकर तिमिर चीर दिखलायेंगे हम... Hindi · कविता 2 2 411 Share अनुराग दीक्षित 1 Jan 2018 · 1 min read भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो, आ गया है नया वर्ष ओहो ओहो, भेजूँ तोहफा क्या तुमको तुम्ही कुछ कहो, कहीं सुखों का झंडा है फहरा रहा, कहीं दुःखों का सागर है लहरा रहा ऐसे अवसर... Hindi · कविता 339 Share अनुराग दीक्षित 7 Jul 2019 · 1 min read मेरे हमदम साथ निभाना । मेरे हमदम साथ निभाना मेरे प्रियतम हमराही बन, साथ हमारे चलते जाना मेरे हमदम साथ निभाना ।। तुम से ही सब सुख दुःख मेरा तुम से ही खुशियों का डेरा... Hindi · कविता 387 Share अनुराग दीक्षित 15 Nov 2020 · 1 min read तुम फिर आओ गिरधारी! हे मोहन मदन मुरारी, तुम फिर आओ गिरधारी दम्भी का दर्प मिटाया बन गोवर्धन गिरधारी हे मोर मुकुट सिर धारी मन भावे छवि तुम्हारी हे मोहन मदन मुरारी तुम फिर... Hindi · कविता 2 361 Share अनुराग दीक्षित 15 Jul 2018 · 1 min read सतगुरु शरण जगत की तरनी। सतगुरु शरण जगत की तरनी। मोह माया है ज्ञान कतरनी सतगुरु शरण जगत की तरनी। लख चौरासी योनि भटकनी जैसी करनी वैसी भरनी पाप की गठरी शीश न धरनी सतगुरु... Hindi · कविता 318 Share अनुराग दीक्षित 5 Aug 2018 · 1 min read करें ऐसा भारत तैयार, सौहार्द प्रेम की बहे बयार। सौहार्द प्रेम की बहे बयार। करें ऐसा भारत तैयार, सौहार्द प्रेम की बहे बयार व्यर्थ के झगड़े जाऐं भूल खिलायें मानवता के फूल भूलकर धर्म जाति की बात चलो हम... Hindi · कविता 374 Share अनुराग दीक्षित 9 Sep 2017 · 1 min read चीटी के प्रति ! चीटी के प्रति ! ढो रही है तू कितना भार, ला रही है अपना आहार, अरे तू सहती कष्ट अपार, यही है तेरे सुख का सार, तेरा जीवन है बड़ा... Hindi · कविता 326 Share अनुराग दीक्षित 16 Mar 2018 · 1 min read आह मन की व्यथा, एक सघन पीर है । आह मन की व्यथा, एक सघन पीर है, दर्द का व्याकरण नैन का नीर है। वेदना व्यक्त होती सतत् आह में पाँव कंटक चुभे ज्यों कहीँ राह में आह दुःसह... Hindi · कविता 330 Share अनुराग दीक्षित 5 Feb 2018 · 1 min read दामन में लेकर के खुशियां दौड़ा दौड़ा आया बसंत ! दामन में लेकर के खुशियां दौड़ा दौड़ा आया बसंत ! जाड़े ने शीतलता त्यागी गर्मी ने पाओं पसार दिया दोनों ही आकर गले मिले दोनों ने प्रेम प्रसार किया इन... Hindi · कविता 370 Share अनुराग दीक्षित 14 Feb 2021 · 1 min read मेरे अधरों का राग बनो। मेरे अधरों का राग बनो कर दो कुसुमित जीवन उपवन दे विहंस चपल चंचल चितवन सौन्दर्य रूप विरचित तन मन सुरभित मृदु मधुर पराग बनो मेरे अधरों का राग बनो... Hindi · कविता 2 2 336 Share अनुराग दीक्षित 9 Sep 2017 · 1 min read रात भर सौ सवालों मे उलझा रहा, मेरे जज्वात दिल में मचलते रहे ।। रात भर सौ सवालों मे उलझा रहा, मेरे जज्वात दिल में मचलते रहे । प्रीत के बोल मुख से न निकले कभी, हमकदम बन के वस रोज चलते रहे, रुख... Hindi · कविता 319 Share अनुराग दीक्षित 1 Jan 2018 · 1 min read आया रे नव वर्ष लिए नव हर्ष और उल्लास ! आया रे नव वर्ष लिए नव हर्ष और उल्लास ! करो जीवन में नव संघर्ष, बने निज भाग्य तुम्हारा दास, नया हो जीवन का उत्साह नवल मन का हो हर... Hindi · कविता 329 Share अनुराग दीक्षित 19 Sep 2017 · 1 min read विद्या बुद्धि देऊ मातु शारदे नमन करूँ, वाणी तन मन में शक्ति मातु भर दे! विद्या बुद्धि देऊ मातु शारदे नमन करूँ, वाणी तन मन में शक्ति मातु भर दे! भर दे नवीन रंग ढंग मातु कविता में, हर के कलेश सुखमय मातु कर दे!... Hindi · कविता 321 Share अनुराग दीक्षित 6 Jul 2018 · 1 min read दिल जो टूटा कभी भी कलमकार का ये कलम शब्द के पार फिर जाएगी। दिल जो टूटा कभी भी कलमकार का, ये कलम शब्द के पार फिर जाएगी। वेदना की घनीभूत पीड़ा निकल, तीर सी चीर कागज का उर जाएगी। चार दिन चांदनी ही... Hindi · कविता 320 Share अनुराग दीक्षित 12 Aug 2019 · 1 min read बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी। बकरीद बकरे की माई कब तक खैर मनाएगी। इठलाती बलखाती छुरिया गर्दन पे चल जाएगी कुर्बानी कुर्बानी देखो कुर्बानी ईद मुबारक ईद मुबारक जनता जनार्दन गायेगी बकरे की माई कब... Hindi · कविता 316 Share अनुराग दीक्षित 9 Sep 2017 · 1 min read बस तुम्हारे लिए ! बस तुम्हारे लिए ! बस तुम्हारे लिए, फूल खिलता है क्यों, दिन निकलता है क्यों, रात ढलती है क्यों, यों तमन्ना किसी की मचलती है क्यों, बस तुम्हारे लिए !... Hindi · कविता 343 Share अनुराग दीक्षित 26 Jun 2018 · 1 min read तेरी चाहत लिए गुनगुनाता रहा, कितने रंगीन सपने सजाता रहा। चाहत तेरी चाहत लिए गुनगुनाता रहा, कितने रंगीन सपने सजाता रहा। मन में उठती उमंगों का इक जोश था, तब कहाँ वक्त का कुछ हमें होश था दिन-व-दिन देखने को... Hindi · कविता 375 Share अनुराग दीक्षित 20 May 2019 · 1 min read राणा प्रताप जी के प्रति राणा प्रतापजीके प्रति मेवाड़ मुकुट क्षत्रिय गौरव, हे वीर शिरोमणि कुलभूषण साहस सम्बल प्रतिमूर्ति शिखर जयवंत कंवर के स्वाभिमान । तुम उदय सिंह के वीर पुत्र हल्दी घाटी के विजय... Hindi · कविता 352 Share अनुराग दीक्षित 20 Mar 2020 · 1 min read जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही! *जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही।* जिन्दगी से हाथ धोने से भला अच्छा यही खुद से अपने हाथ धोवें सबको समझावें सही ना छुयें चेहरा स्वयं का तय... Hindi · कविता 4 333 Share अनुराग दीक्षित 7 May 2021 · 1 min read प्रेम की बात प्रेम की बात को मौन जज़्बात को बिन कहे बिन छुये वो समझ जायेगा। राधिके कृष्ण को प्रेम के प्रश्न को कौन समझा है हल कौन कर पायेगा अब न... Hindi · कविता 1 1 343 Share Previous Page 2 Next