Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Jan 2019 · 1 min read

जिंदगी दुल्हन है एक रात की ।

जिंदगी दुल्हन है एक रात की ।

तेरी मेरी दो पल की मुलाकात सी
जिंदगी दुल्हन है एक रात की ।

देखो कैसी तैयारी है इक शाम को
कैसे पूरा करें मिल के सब काम को,
सात फेरों से जीवन के सब फेर हैं
सात रंगों की दिलकश है सौग़ात सी
तेरी मेरी दो पल की मुलाकात सी
जिंदगी दुल्हन है एक रात की ।

रात बीते छुपे चाँदनी चाँद की
रात लाती सितारों की बारात सी
वक्त का कुछ यहाँ पर अजब ढंग है
चार दिन चांदनी फिर तिमिर संग है
आज में ही निहित हैं सभी बात सी

तेरी मेरी दो पल की मुलाकात सी
जिन्दगी दुल्हन है एक रात की ।

अनुराग दीक्षित

Language: Hindi
1 Like · 486 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनुराग दीक्षित
View all
You may also like:
शिक्षा दान
शिक्षा दान
Paras Nath Jha
सच
सच
Neeraj Agarwal
*** शुक्रगुजार हूँ ***
*** शुक्रगुजार हूँ ***
Chunnu Lal Gupta
मित्रता
मित्रता
Shashi kala vyas
"अजब-गजब मोहब्बतें"
Dr. Kishan tandon kranti
दो शे'र
दो शे'र
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
मैं हर महीने भीग जाती हूँ
Artist Sudhir Singh (सुधीरा)
चोला रंग बसंती
चोला रंग बसंती
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
दोहा
दोहा
दुष्यन्त 'बाबा'
"सच कहूं _ मानोगे __ मुझे प्यार है उनसे,
Rajesh vyas
उतर गया प्रज्ञान चांद पर, भारत का मान बढ़ाया
उतर गया प्रज्ञान चांद पर, भारत का मान बढ़ाया
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
निकाल देते हैं
निकाल देते हैं
Sûrëkhâ
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
कभी कभी ज़िंदगी में जैसे आप देखना चाहते आप इंसान को वैसे हीं
पूर्वार्थ
तेरी धरती का खा रहे हैं हम
तेरी धरती का खा रहे हैं हम
नूरफातिमा खातून नूरी
*नौका में आता मजा, करिए मधुर-विहार(कुंडलिया)*
*नौका में आता मजा, करिए मधुर-विहार(कुंडलिया)*
Ravi Prakash
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
कौन कहता है छोटी चीजों का महत्व नहीं होता है।
Yogendra Chaturwedi
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
बिहार के मूर्द्धन्य द्विज लेखकों के विभाजित साहित्य सरोकार
Dr MusafiR BaithA
प्रेम बनो,तब राष्ट्र, हर्षमय सद् फुलवारी
प्रेम बनो,तब राष्ट्र, हर्षमय सद् फुलवारी
Pt. Brajesh Kumar Nayak
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
मेरे दिल की हर इक वो खुशी बन गई
कृष्णकांत गुर्जर
अपनी सोच का शब्द मत दो
अपनी सोच का शब्द मत दो
Mamta Singh Devaa
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
सच्चे देशभक्त ‘ लाला लाजपत राय ’
कवि रमेशराज
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
ज़िंदगी एक कहानी बनकर रह जाती है
Bhupendra Rawat
2436.पूर्णिका
2436.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
शाम
शाम
N manglam
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
दोहा-
दोहा-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ईगो का विचार ही नहीं
ईगो का विचार ही नहीं
शेखर सिंह
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
हाइकु शतक (हाइकु संग्रह)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दीपक माटी-धातु का,
दीपक माटी-धातु का,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
अरे ! पिछे मुडकर मत देख
VINOD CHAUHAN
Loading...