आकाश महेशपुरी Tag: घनाक्षरी 23 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid आकाश महेशपुरी 28 May 2022 · 1 min read भोजपुरी के संवैधानिक दर्जा बदे सरकार से अपील रहल चुनाव जब बार-बार मंचवा से, दिहनी बचन ओ के जनि बिसराई दीं। केतना करोड़ लोग रोज मनुहार करे, काठ बा करेज का ई येतने बताई दीं? भाषा मारिसस, सूरीनाम... Bhojpuri · घनाक्षरी 7 1 641 Share आकाश महेशपुरी 4 Feb 2020 · 1 min read घनाक्षरी- पेड़ की कृपा घनाक्षरी- पेड़ की कृपा ■■■■■■■■■■■■■ पेड़ों पर इतना न ज़ुल्म करो बन्धु मेरे, पेड़ की कृपा से सभी जीव यहाँ पलते। फल चखने के लिए मारते हो पत्थरों से, फिर... Hindi · घनाक्षरी 5 468 Share आकाश महेशपुरी 2 Feb 2022 · 1 min read सबसे बड़ा सवाल मुँहवे ताकत रहे कहे के त सब कुछ बाटे देशवा में बाकी, कुछे लोग छेकले बा कुंडली बनाई के। निन्यानबे भइल बा बेहाल एक सौ में आ, एके परसेंट लोग काटत मलाई के।... Bhojpuri · घनाक्षरी 5 9 732 Share आकाश महेशपुरी 22 Aug 2019 · 1 min read बुढ़ापा {घनाक्षरी} बुढ़ापा {घनाक्षरी} □■■■□■■■□■■■□ हो के नौजवान तुम हँसते हो वृद्धों पर, तेरी बात तेरी माँ को देखना रुलायेगी। जो सारे संस्कार तुम भूलते ही जा रहे हो, अब तेरे तात... Hindi · घनाक्षरी 4 1 597 Share आकाश महेशपुरी 16 May 2019 · 1 min read घनाक्षरी छंद ~ फटेहाल बच्चे घनाक्षरी छंद ~ फटेहाल बच्चे ★★★★★★★★★★★★★★ स्वयं पे ही सभी रहते हैं वशीभूत अब, कोई भी किसी की नहीं सुनता जहान में। भूख और प्यास लिये मरते मनुष्य पर, लोग... Hindi · घनाक्षरी 4 1 799 Share आकाश महेशपुरी 25 Aug 2023 · 1 min read हम कवियों की पूँजी श्रोता जन आपको हैं, करते प्रणाम हम, आपका आशीष प्राण वायु के समान है। आप ही से शोभा इस महफिल की बढ़ी है, आप आए कृपा यह आपकी महान है।... Hindi · घनाक्षरी 2 363 Share आकाश महेशपुरी 1 Sep 2019 · 1 min read व्याधियाँ (घनाक्षरी छंद) व्याधियाँ (घनाक्षरी छंद) ■■■■■■■■■■■■■■ दवा के बिना तो नहीं बचती फसल अब, हवा में है घुल गया देखिए ज़हर भी। रोज रोज इतनी दवाई हम खा रहे हैं, कम हो... Hindi · घनाक्षरी 2 609 Share आकाश महेशपुरी 18 Jun 2019 · 1 min read घनाक्षरी- आरामतलबी घनाक्षरी- आरामतलबी ■■■■■■■■■■■■■■■ एक ही दीया से कभी, सात लोग पढ़ते थे, अब सात जलेंगे तो एक पढ़ पायेगा। झलकर बेना कभी नींद खूब लगती थी, अब बिन एसी भाई... Hindi · घनाक्षरी 1 570 Share आकाश महेशपुरी 27 Apr 2023 · 1 min read ड्रीम इलेवन ड्रीम इलेवन में मैं रुपये लगाता रोज लाख व करोड़ के ही सपने सजाता हूँ कौन सी बनाऊँ टीम यही सोचता हूँ बस मित्र मंडली से रात-दिन बतियाता हूँ स्वप्न... Hindi · घनाक्षरी 1 274 Share आकाश महेशपुरी 12 Jul 2019 · 1 min read इसको बचा लो यह मर रही धरती इसको बचा लो यह मर रही धरती ○○○○○○○○○○○○○○○ कहीं पर सूखा कहीं बाढ़ की विभीषिका है, कहीं वन ख़ाक होते आग यूँ पसरती। कहीं पेड़ काटते हैं बेतहाशा लोग और,... Hindi · घनाक्षरी 1 656 Share आकाश महेशपुरी 20 Apr 2021 · 1 min read ऐ मनुष्य एक दिन बड़ा पछतायेगा ऐ मनुष्य एक दिन बड़ा पछतायेगा ■■■■■■■■■■■■■■■■ जंगलों को नोच कर प्राण हीन करता है, ऐ मनुष्य एक दिन बड़ा पछतायेगा। नदियों में डालता है पाप सभी अपने तू, यही... Hindi · घनाक्षरी 1 2 535 Share आकाश महेशपुरी 28 Aug 2021 · 1 min read मंद पड़ी विद्वता इस कालखण्ड में न, ग्रन्थ दिव्य हो रहे हैं, आज तो सिसक हर, ओर रही कविता। लिखने को लिखते हैं, आज भी कवित्त कई, पर कहाँ दिखती है, पूर्व जैसी... Hindi · घनाक्षरी 1 3 713 Share आकाश महेशपुरी 25 Nov 2021 · 1 min read खर्च का बोझ जबसे समाज में है फोन का चलन हुआ, नया एक खर्च हमें पड़ता है झेलना। कि कभी पेट्रोल, गैस, बिजली का बिल भरो, जल भी पियो तो अब पड़ता खरीदना।... Hindi · घनाक्षरी 1 1 355 Share आकाश महेशपुरी 18 Oct 2021 · 2 min read असहिं का वृद्ध लो के होई दुरगतिया जन्म लेते पूत के उछाह से भरेला हिय, गज भर होइ जाला फूलि के ई छतिया। पाल-पोस के बड़ा करेला लोग पूत के आ, नीमने से नीमने धरावे इसकुलिया। होखते... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 1 728 Share आकाश महेशपुरी 17 Aug 2022 · 1 min read क्यों मनुष्य ही मनुष्य को नहीं स्वीकारता भेदभाव रखना तो धर्म का स्वभाव नहीं, फिर भी मनुष्य ऊँच नीच क्यों पुकारता। पशुओं से मेलजोल रखता है किंतु हाय, क्यों मनुष्य ही मनुष्य को नहीं स्वीकारता। श्वान को... Hindi · घनाक्षरी 1 342 Share आकाश महेशपुरी 3 Jul 2021 · 1 min read आधार खेती बारी आधार खेती बारी ■■■■■■■■ मूर्ख बुद्धिमान चाहे देश के जवान होखे, राजा रंक सबकर आधार खेती-बारी। तनवा के वस्त्र देला पेटवा के अन्न फल, विधाता के हउवे अवतार खेती-बारी। औषधि... Bhojpuri · घनाक्षरी 1 1 264 Share आकाश महेशपुरी 31 Jan 2024 · 1 min read नेता राजनीति का चलेगा जब दाव तब कहते हैं लोग भले राधा नहीं नाचेगी ये, जबतक नव मन तेल नहीं आएगा। नेता राजनीति का चलेगा जब दाव तब, पाँच मन तेल, नव बार नचवाएगा। नेता नीचता की... Hindi · घनाक्षरी 73 Share आकाश महेशपुरी 11 Jan 2024 · 1 min read संगिनी भी साथ रहे गाँव या शहर में है होता जब यज्ञ कोई, पति बैठता है सदा संगिनी के संग में। यही कहते हैं सभी संगिनी भी साथ रहे, पूजा-पाठ, हार, जीत, कष्ट या... Hindi · घनाक्षरी 112 Share आकाश महेशपुरी 8 Jul 2021 · 1 min read भेदभाव एतना बा... भेदभाव एतना बा... ■■■■■■■■■ दुख में डूबल बाटे कहीं पर जिनिगी त, कहीं सुखवे के बस बरसे बदरिया। कहीं भर पेट नाहीं भोजन मिलत हवे, कहीं मदिरा के छलकत बा... Bhojpuri · घनाक्षरी 468 Share आकाश महेशपुरी 10 Jul 2019 · 1 min read पश्चिमी हवा का असर पश्चिमी हवा का असर ■■■■■■■■■■■■■■ अर्ध नग्न हो के नृत्य लोग अब करते हैं, जिसे देखते हैं रोज बेटे और बेटियाँ। पश्चिमी हवा को सभी करते स्वीकार पर, पथ से... Hindi · घनाक्षरी 446 Share आकाश महेशपुरी 18 Jun 2019 · 1 min read घनाक्षरी- छाले पड़े पाँव में घनाक्षरी- छाले पड़े पाँव में ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ रोटी की तलाश हेतु जाम में फँसे हैं आज, कभी दिन कटते थे पीपल की छाँव में। गंदगी शहर की ये झेलते हैं रात... Hindi · घनाक्षरी 537 Share आकाश महेशपुरी 19 Sep 2017 · 2 min read कुछ घनाक्षरी छंद कुछ घनाक्षरी छंद ★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★★ छन्द जो घनाक्षरी मैं लिखने चला हूँ आज, मुझको बताएँ जरा कहाँ कहाँ दोष है। या कि मैँ हूँ मन्दबुद्धि लिख नहीँ पाता कुछ, सिर पे... Hindi · घनाक्षरी 641 Share आकाश महेशपुरी 14 Sep 2017 · 1 min read घनाक्षरी- नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए घनाक्षरी- नारियों का नर जैसा मान होना चाहिए ~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~ नारियों का अपमान क्लेश की वजह एक, इसका तो सबको ही ज्ञान होना चाहिए। कष्ट देते बहुओं को कुछ जो दहेज... Hindi · घनाक्षरी 707 Share