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31 Jul 2018 · 1 min read

मुशी प्रेमचंदजी के जन्म दिवस पर.

पढ़ी कहानी माधवी, उपन्यास गोदान !
प्रेमचंद सा कब हुआ,कथाकार इंसान !!
——
मिली देखने बात इक, प्रेमचंद की खास !
उनके हर एक लेख मे,पीड़ा का अहसास !
——
ऐसा कैसा आपका, साहित्यिक परिवार !
प्रेमचंद का ही अगर पढा नही किरदार !!
——
क्या जाने साहित्य का, मूरख वो आयाम !
सुना नही जिसने कभी ,प्रेमचंद का नाम ! !
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 517 Views
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