Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jul 2018 · 1 min read

अनुशासन

अनुशासन बंधन नहीं, जीवन का आधार।
स्वप्न उसी के पूर्ण हो, जिसको इससे प्यार।। १

अनुशासन सम तप नहीं, बहुत बड़ा ये ध्यान।
जो इसका पालन करे, बनता वही महान।। २
-लक्ष्मी सिंह

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 376 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all

You may also like these posts

प्रार्थना- मन के सच्चे हम सब बालक -रचनाकार अरविंद भारद्वाज
प्रार्थना- मन के सच्चे हम सब बालक -रचनाकार अरविंद भारद्वाज
अरविंद भारद्वाज
वसंत पंचमी की विविधता
वसंत पंचमी की विविधता
Sudhir srivastava
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
Sometimes you don't fall in love with the person, you fall f
पूर्वार्थ
ये   मुनासिब  नहीं  हमारे   लिए ,
ये मुनासिब नहीं हमारे लिए ,
Dr fauzia Naseem shad
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
वो सफ़र भी अधूरा रहा, मोहब्बत का सफ़र,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मुझे  किसी  से गिला  नहीं  है।
मुझे किसी से गिला नहीं है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
नीलम शर्मा ✍️
नीलम शर्मा ✍️
Neelam Sharma
सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
सभी मित्रों को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं।
surenderpal vaidya
मात नमामि जग कल्याणी,मुझ पर कृपा कर देना
मात नमामि जग कल्याणी,मुझ पर कृपा कर देना
कृष्णकांत गुर्जर
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
बीती एक और होली, व्हिस्की ब्रैंडी रम वोदका रंग ख़ूब चढे़--
Shreedhar
मुझे इश्क़ है
मुझे इश्क़ है
हिमांशु Kulshrestha
बुन्देली दोहा - चिट (चोट का निशान)-दोहाकार- राना लिधौरी
बुन्देली दोहा - चिट (चोट का निशान)-दोहाकार- राना लिधौरी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
मंजुल प्रभात
मंजुल प्रभात
Dr Nisha Agrawal
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा
द्रुत विलम्बित छंद (गणतंत्रता दिवस)-'प्यासा"
Vijay kumar Pandey
😢😢
😢😢
*प्रणय*
कहाँ -कहाँ दीप जलाएँ
कहाँ -कहाँ दीप जलाएँ
Meera Thakur
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
बीतते वक्त के संग-संग,दूर होते रिश्तों की कहानी,
Rituraj shivem verma
सच तो तस्वीर,
सच तो तस्वीर,
Neeraj Kumar Agarwal
- जिसको अपनो द्वारा मिली दुत्कार उसको मिल रहा चाहने वालो से प्यार -
- जिसको अपनो द्वारा मिली दुत्कार उसको मिल रहा चाहने वालो से प्यार -
bharat gehlot
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
तुम्हें अहसास है कितना तुम्हे दिल चाहता है पर।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
तनातनी
तनातनी
Laxmi Narayan Gupta
$ग़ज़ल
$ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
करते है शहादत हम
करते है शहादत हम
योगी कवि मोनू राणा आर्य
लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) ....
लवली दर्शन(एक हास्य रचना ) ....
sushil sarna
समय की धार !
समय की धार !
सोबन सिंह रावत
2823. *पूर्णिका*
2823. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ई वी एम (हास्य व्यंग) मानवीकरण
ई वी एम (हास्य व्यंग) मानवीकरण
guru saxena
कभी-कभी जिंदगी में
कभी-कभी जिंदगी में
sonu rajput
"दरअसल"
Dr. Kishan tandon kranti
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
*वरद हस्त सिर पर धरो*..सरस्वती वंदना
Poonam Matia
Loading...