Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Oct 2016 · 1 min read

कुछ कह न सका अथरों से तभी:: जिते द्रकमलआनंद( पोस्ट१०७)

जब कुछ कह न सका अथरों से
तभी लेखनी कर में आयी ।।

कुछ ऐसा हो गया हमारा तुमसे —
यह सम्बन्ध प्यार का ,
शब्दो् में अव्यक्त रहे जो —
पतझर में दुखडा बहार का ।
मैंनै तो हर बात तुम्हारी सौगंधों की
भॉति निभाायी ।।
जब कुछ कह न सका अधरों से
तभी लेखनी कर में आयी ।।

—- जितेंद्रकमलआनंद

Language: Hindi
Tag: गीत
523 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

18 असुध
18 असुध
Lalni Bhardwaj
जीवन ज्योति
जीवन ज्योति
Neha
जब जागे तब सवेरा। ~ रविकेश झा
जब जागे तब सवेरा। ~ रविकेश झा
Ravikesh Jha
** शैलपुत्री **
** शैलपुत्री **
surenderpal vaidya
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
सुनो पहाड़ की....!!! (भाग - १)
Kanchan Khanna
धड़कन हिन्दुस्तान की.........
धड़कन हिन्दुस्तान की.........
sushil sarna
जियो तुम #जिंदगी अपनी
जियो तुम #जिंदगी अपनी
MEENU SHARMA
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
तारों से अभी ज्यादा बातें नहीं होती,
manjula chauhan
*अर्ध-विराम सही स्थान पर लगाने का महत्व*
*अर्ध-विराम सही स्थान पर लगाने का महत्व*
Ravi Prakash
जीवन का किसी रूप में
जीवन का किसी रूप में
Dr fauzia Naseem shad
4420.*पूर्णिका*
4420.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शरद पूर्णिमा
शरद पूर्णिमा
Raju Gajbhiye
मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र।
मानव-जीवन से जुड़ा, कृत कर्मों का चक्र।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ
तुम शब्द मैं अर्थ बनूँ
Saraswati Bajpai
घड़ी देखता, वक्त हो गया
घड़ी देखता, वक्त हो गया
Jitendra kumar
वो मुझसे आज भी नाराज है,
वो मुझसे आज भी नाराज है,
शेखर सिंह
"सोच खा जाती हैं"
ओसमणी साहू 'ओश'
" क्यूँ "
Dr. Kishan tandon kranti
Good Morning
Good Morning
*प्रणय प्रभात*
पाँच चौपाईयाँ
पाँच चौपाईयाँ
अरविन्द व्यास
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
तुमको सोचकर जवाब दूंगा
gurudeenverma198
एक सती सी
एक सती सी
Minal Aggarwal
सच्चा सुख कैसे मिले
सच्चा सुख कैसे मिले
अवध किशोर 'अवधू'
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
ऐ ख़ुदा इस साल कुछ नया कर दें
Keshav kishor Kumar
काग़ज़ पर उतारी जिंदगी
काग़ज़ पर उतारी जिंदगी
Surinder blackpen
रामभक्त हनुमान
रामभक्त हनुमान
Seema gupta,Alwar
जगमग दीप जले
जगमग दीप जले
Sudhir srivastava
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
उसकी अदा तो प्रेम पुजारी लगी मुझे।
Sachin Mishra
जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा
जिनपे लिखता हूँ मुहब्बत के तराने ज्यादा
आकाश महेशपुरी
Loading...