Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jul 2016 · 1 min read

सोच समझ कर बोला कर राज़ न दिल के खोला कर

सोच समझ कर बोला कर
राज़ न दिल के खोला कर

इतनी सख़्ती ठीक नहीं
ख़ुद को थोड़ा पोला कर

सब तो एक न जैसे हैं
बोल न सबको भोला कर

दिल का हल्का भारीपन
एक नज़र में तोला कर

अंगारों की फसल उगा
बुझती राख टटोला कर

कुछ तो आग़ दिखाई दे
हर चिंगारी शोला कर

हर्फ़ हर्फ़ बारूद बना
गीत ग़ज़ल हथगोला कर

सीख कुचलना विषधर फन
मारा रोज़ सँपोला कर

राकेश दुबे “गुलशन”
10/07/2016
बरेली

3 Comments · 612 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

हेेे जो मेरे पास
हेेे जो मेरे पास
Swami Ganganiya
........,?
........,?
शेखर सिंह
प्रकृति और मानव
प्रकृति और मानव
Rahul Singh
"अन्तरिक्ष यान"
Dr. Kishan tandon kranti
18. Birthday Prayers
18. Birthday Prayers
Ahtesham Ahmad
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
खामोशी : काश इसे भी पढ़ लेता....!
VEDANTA PATEL
श्रंगार
श्रंगार
Vipin Jain
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
इतने अच्छे मौसम में भी है कोई नाराज़,
Ajit Kumar "Karn"
चौपाई - तिरंगा
चौपाई - तिरंगा
Sudhir srivastava
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
न मैंने अबतक बुद्धत्व प्राप्त किया है
ruby kumari
यूँ तो कोई ग़म नहीं
यूँ तो कोई ग़म नहीं
हिमांशु Kulshrestha
तुम सम्भलकर चलो
तुम सम्भलकर चलो
gurudeenverma198
*सौ वर्षों तक जीना अपना, अच्छा तब कहलाएगा (हिंदी गजल)*
*सौ वर्षों तक जीना अपना, अच्छा तब कहलाएगा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
*है गृहस्थ जीवन कठिन
*है गृहस्थ जीवन कठिन
Sanjay ' शून्य'
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
सत्य केवल उन लोगो के लिए कड़वा होता है
Ranjeet kumar patre
मृतशेष
मृतशेष
AJAY AMITABH SUMAN
जीवन पथ
जीवन पथ
Dr. Rajeev Jain
पल
पल
Sangeeta Beniwal
आधारभूत निसर्ग
आधारभूत निसर्ग
Shyam Sundar Subramanian
तेरा चहेरा नज़र आता है
तेरा चहेरा नज़र आता है
Sonu sugandh
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
यात्राएं करो और किसी को मत बताओ
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
श्री राम का जीवन– गीत
श्री राम का जीवन– गीत
Abhishek Soni
ईसामसीह
ईसामसीह
Mamta Rani
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
एक मुस्कान के साथ फूल ले आते हो तुम,
Kanchan Alok Malu
शिक्षक दिवस
शिक्षक दिवस
पूर्वार्थ
मनुष्य को...
मनुष्य को...
ओंकार मिश्र
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना.....
तुम मुझे मेरा गिफ़्ट ये देना.....
MEENU SHARMA
3142.*पूर्णिका*
3142.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...