Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
25 Nov 2025 · 1 min read

*मतदाता-सूची बने, कैसे सोचो शुद्ध (कुंडलिया)*

मतदाता-सूची बने, कैसे सोचो शुद्ध (कुंडलिया)
________________________
मतदाता-सूची बने, कैसे सोचो शुद्ध
आओ सब मिलकर बनें, भारत-भक्त प्रबुद्ध
भारत-भक्त प्रबुद्ध, चलो घुसपैठ भगाऍं
वोट डालने लोग, नागरिक सच्चे जाऍं
कहते रवि कविराय, देश के भाग्य विधाता
चुनें सही सरकार, अकलुषित हों मतदाता

रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश मोबाइल 9997615451

Loading...