*निर्धन के मुस्कान है, रोगी हुआ उदास (कुंडलिया)*
निर्धन के मुस्कान है, रोगी हुआ उदास (कुंडलिया)
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निर्धन के मुस्कान है, रोगी हुआ उदास
इसका मतलब धन नहीं, हुआ स्वास्थ्य बस खास
हुआ स्वास्थ्य बस खास, रंग जीवन में भरता
जिसकी सुंदर देह, दीखती वहीं मुखरता
कहते रवि कविराय, स्वस्थ हो हर जन गण मन
देश रोग से मुक्त, नहीं कोई हो निर्धन
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज), रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451