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28 Aug 2025 · 1 min read

गगन मगन सूरज संग चमके

गगन मगन सूरज संग चमके
देख कली मुस्काती है।
मलय पवन चलती है शीतल
सुबह सुखद हो जाती है।
स्वच्छ गगन है , मन मगन है
झूम उठे पत्ते डाली पर
खुशी से चिड़िया गाती है।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र

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