तारे।
आसमान में तारे हैं
हमको लगता प्यारे हैं
चमक रहे मुस्कुराते हैं
टिम टिम करके गाते हैं
सजे हुई है रंग रंगीले
लाल हरी नारंगी पीले
कुछ तो लंबी दौड़ लगाए
ये सब मेरे मन को भाए।
रात रात भर जाग रहे हैं
कुछ बैठे कुछ भाग रहे हैं
सुबह से पहले सब सो जाते ।
आसमान में फिर खो जाते ।
विन्ध्य प्रकाश मिश्र