कीड़ों का काम कुलबुलाना है। फिर चाहे वो नाली के हों, दिमाग़ के

कीड़ों का काम कुलबुलाना है। फिर चाहे वो नाली के हों, दिमाग़ के या कहीं और के। उन्हें मुहूर्त थोड़े ही निकलवाना पड़ता है कुलबुलाने के लिए। बस ख़ुराक़ मिली और खेल शुरू।
🙅प्रणय प्रभात🙅
कीड़ों का काम कुलबुलाना है। फिर चाहे वो नाली के हों, दिमाग़ के या कहीं और के। उन्हें मुहूर्त थोड़े ही निकलवाना पड़ता है कुलबुलाने के लिए। बस ख़ुराक़ मिली और खेल शुरू।
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