सुकून

शहर में राजू नाम का लड़का रहता था वो फैक्ट्री में काम करता था हर दिन वो फैक्ट्री जाता और फैक्ट्री का काम करके अपने घर लौट जाता |
समय अब वह था जब उसकी जिंदगी में सुकून नहीं था वह फैक्ट्री की मशीन की आवाज सुन सुन के उसकी जिंदगी की शांति कहीं खो गई थी | आज कल वा काफी परेशान रहने लगा था वह हर दिन बस अपनी जिंदगी में सुकून को ढूंढता था और राजू अपनी जिंदगी में अकेला था उसके माता-पिता बचपन में उसको छोड़कर चले गए थे भगवान के पास और शादी उसने कि नहीं थी |
हर दिन की तरह वह काम पर निकल गया और जब घर लौटने का समय हुआ तब वह सुकून की तलाश में मंदिर चला गया | राजू कुछ समय के लिए मंदिर में रुक गया उसे मंदिर में अच्छा लगा फिर वह कुछ देर बाद घर चला गया |
राजू रोज की तरह काम करने के लिए निकल गया जब कम पर से घर लौट रहा था तब एक ऋषि मुनि उसको ध्यान में बैठे दिखे | राजू उनके पास गया उनको अपनी सारी परेशानी बताई राजू ने मुनि जी से पूछा मैं अपनी जिंदगी में सुकून कैसे पाऊं | मुनि जी ने कहा रोज सुबह 3:00 बजे ब्रह्म मुहूर्त में उठकर ध्यान करो और मुनि जी ने कहा उसके बाद तुम्हारी जिंदगी में सुकून ही सुकून होगा यह मेरा आशीर्वाद है फिर राजू ने मुनि जी को प्रणाम करा और अपने घर लौट आया |
अब राजू की दिन की शुरुआत 3:00 बजे ब्रह्म मुहूर्त से होने लगी वह हर दिन सुबह जल्दी उठता और ध्यान करता | राजू को उसका ध्यान लगाने का फल मिलने लगा अब राजू को फैक्ट्री में चलने वाली मशीन की आवाज परेशान नहीं करती उसकी जिंदगी में सुकून ही सुकून है | अब उसने शादी भी कर ली है और उसका जीवन सफल है |
नोट | यह कहानी एक काल्पनिक कहानी है और प्रेरणादायक कहानी है हम सबको अपनी जिंदगी में मेडिटेशन जरूर करना चाहिए |
यह कहानी शिवम राजपूत जी द्वारा लिखी गई है इस कहानी को कॉपी करके कहीं भी पेस्ट ना करें और और एक कहानीकार का सम्मान का ध्यान रखें |