आदमी हो दमदार होली में

आदमी हो दमदार होली में
आओ कर लें तकरार होली में
कौन चिपका देता है गलियों में
लफ्ज लज्जतों -दार होली में
बाँटता रहा हूँ मैं जिंदगी
हँस खरीदो तुम यार होली में
सब के हैं मजे अपने अपने से
मेरी है वो बीमार होली में
ले के आऊंगा अबीर बस
जानू रहना तैयार होली में
गाल में चमक लाल- लाल है
गोरी खुद है किरदार होली में
सब की नींद भौजी उड़ा रही
है पड़ौस संसार होली में
हाथ मेरे चक्कू- छुरी लगा
हाथ उसके तलवार होली में
है कबीर चादर ये मैली सी
ओढ़ फिरते हर बार होली में
रंग डाल जाया नहीं करो
गिर-गिटो जनाधार होली में
ये हवस मिटेगी नहीं कभी
डालो सारे हथियार होली में
हल्ला खूब पिचकारी भाव में
गर्म- गर्म बाजार होली में
#212 12 212 12सुशील यादव दुर्ग (छ.ग.) 7000226712