मित्रता एवं रिश्तेदारी “सम्मान” की नही “भाव” की भूखी होती है

मित्रता एवं रिश्तेदारी “सम्मान” की नही “भाव” की भूखी होती है, बशर्तें लगाव “दिल” से होना चाहिए “दिमाग” से नही। कहा जाता है की एक “प्रणाम” कई “परिणाम” बदल देता है…🙏🏃🏻राष्ट्रहित सर्वोपरि रखिए। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया। सर्वे भद्राणि पश्यन्तु मा कश्चित् दुःखभाग् भवेत्।। विश्व का कल्याण हो। सुरक्षित रहिए, प्रणाम, नमस्कार, वंदेमातरम् …भारत माता की जय 🚭‼️