वाक्य की सार्थकता,

वाक्य की सार्थकता,
उसके सार पर निर्भर करती है।
उसी प्रकार मानव जीवन का मूल्य,
उनके कर्मों की प्रकृति पर निर्भर करता है।।
डॉ.अखिलेश “अखिल”
वाक्य की सार्थकता,
उसके सार पर निर्भर करती है।
उसी प्रकार मानव जीवन का मूल्य,
उनके कर्मों की प्रकृति पर निर्भर करता है।।
डॉ.अखिलेश “अखिल”