ये क्या कम हैं कि नब्ज़ अब तक चल रही हैं।

ये क्या कम हैं कि नब्ज़ अब तक चल रही हैं।
बेवफ़ाई के इस दौर में भी, मोहब्बत बेखौफ़ दरिया सी बह रही हैं।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”
ये क्या कम हैं कि नब्ज़ अब तक चल रही हैं।
बेवफ़ाई के इस दौर में भी, मोहब्बत बेखौफ़ दरिया सी बह रही हैं।।
मधु गुप्ता “अपराजिता”