हमारे चाहने मात्र से कुछ नहीं होता है,

हमारे चाहने मात्र से कुछ नहीं होता है,
वक़्त जो चाहता है वो होकर ही रहता है।
अपने हिसाब से हम कभी हॅंस नहीं सकते,
वक़्त रुलाना चाहे अगर तो रोना ही पड़ता है।
…. अजित कर्ण ✍️
हमारे चाहने मात्र से कुछ नहीं होता है,
वक़्त जो चाहता है वो होकर ही रहता है।
अपने हिसाब से हम कभी हॅंस नहीं सकते,
वक़्त रुलाना चाहे अगर तो रोना ही पड़ता है।
…. अजित कर्ण ✍️