#शीर्षक:-नमन-वंदन सब करते चलो।
बहुत लोग जमा थे मेरे इर्दगिर्द मुझे समझाने वाले।
तेरी नज़रों में अब वो धार नहीं
यदि कोई लड़की आपसे बात करते करते बीच में ही bye बोलकर भी ऑनल
पूजा
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
प्रेम गजब है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
मां इससे ज्यादा क्या चहिए