संविधान दिवस
शीर्षक :- संविधान दिवस
विपरीत परिस्थितियों में जन्म लिया
मैं भारत का संविधान हूं ।
लोकतंत्र को मानने वाला,
मैं विस्तृत हिन्द-वितान हूं ।।
हम भारत के लोग…से करता
आगाज़
मैं वही विधान हूं ।
लोकतंत्र को मानने वाला
मैं भारत का संविधान हूं ।।
सम्पूर्ण प्रभुत्व सम्पन्न सामाज बनाता
मैं भारत का स्वाभिमान हूं ।
दार्शनिकता का प्रबल समर्थक
तार्किकता का सम्मान हूं।।
लोकतंत्र को मानने वाला
मैं भारत का संविधान हूं ।।
सिद्धांतो का सजग प्रहरी
स्वतंत्रता का प्रतिमान हूं ।
त्रिविध न्याय समाहित रखता
मैं राष्ट्रनीति से शक्तिमान हूं ।
गणतंत्र का सजग प्रहरी……
मैं भारत का संविधान हूं ।।
सद्भाव प्रेम , अभिव्यक्ति, विश्वास , धर्म ,
सदाचार का अधिमान हूं ।
प्रतिष्ठा , अवसर की समता ,
गरिमा का समाधान हूं ।
राष्ट्रीय एकता और अखंडता
बंधुता का प्रमान हूं ।
लोकतंत्र को मानने वाला
मैं भारत का संविधान हूं ।।
उषा श्रीवास वत्स