मैं गुल गुलशन बहार ले आया हूँ

मैं गुल गुलशन बहार ले आया हूँ
तुम्हारे लिए प्रेम का उपहार ले आया हूँ
बहुत मुद्दत से चाहत थी इज़हार-ए-मोहब्बत की
लो अपनी मोहब्बत को खुले बाजार ले आया हूँ
मैं गुल गुलशन बहार ले आया हूँ
तुम्हारे लिए प्रेम का उपहार ले आया हूँ
बहुत मुद्दत से चाहत थी इज़हार-ए-मोहब्बत की
लो अपनी मोहब्बत को खुले बाजार ले आया हूँ