क्यों उनसे हम प्यार करें

क्यों उनसे हम प्यार करें, क्यों उनके लिए हम मांगे खुशी।
जो प्यार हमें दे नहीं सकते, जो खुशी हमें दे नहीं सकते।।
क्यों उनके लिए हम दुहा करें, क्यों खुद को करें बर्बाद हम।
जिन्हें कुछ हमारी खबर नहीं, जो इज्जत हमें दे नहीं सकते।।
क्यों उनसे हम प्यार करें————————।।
माना कि वो है बहुत हसीन, और उनको अहम है इस पर।
सूरत तो कल बदल जायेगी, करें क्यों यकीन हम इस पर।।
सूरत से हमको नहीं मतलब, दौलत से हमें कुछ नहीं लेना।
नहीं प्यार हमें कुछ भी उनसे, वफ़ा जो हमसे रह नहीं सकते।।
क्यों उनसे हम प्यार करें————————।।
माना कि हम है बहुत गरीब, नहीं महल हमारा है यहाँ।
लेकिन वहाँ नहीं मिलता सुकून, नहीं है कुछ भी प्यार जहाँ।।
क्यों उनके लिए कुर्बान हो हम, जो दिल हमारा करें दुःखी।
जिनसे चैन मिल नहीं सकता, जो साथ हमारा दे नहीं सकते।।
क्यों उनसे हम प्यार करें———————–।।
खिलौना मानकर हमको, हमसे जो खेला करते हैं।
बदलकर रूप पल- पल में, साथी अपना बदलते हैं।।
क्यों उनका हम एतबार करें, क्यों उनका हम इंतजार करें।
जिनको मतलब नहीं हमसे, जो हमको हंसी दे नहीं सकते।।
क्यों उनसे हम प्यार करें————————–।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)