Sahityapedia
Sign in
Home
Your Posts
QuoteWriter
Account
12 Dec 2024 · 1 min read

प्यार की गहराई इतनी की,

प्यार की गहराई इतनी की,
समन्दर भी अधूरा सा लगने लगा।
क्या पता था मेरी खुशियां,
इन गहराइयों में फाख्ता हो जाएंगी।

Loading...