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5 Feb 2025 · 1 min read

सुगम नहीं संसार में, मार्ग प्रीति का मीत ।

सुगम नहीं संसार में, मार्ग प्रीति का मीत ।
साथ मिलन के गूँजते, यहाँ विरह के गीत ।
अन्तर्मन की आँधियाँ, चंचल मन का शोर –
हार जीत स्वीकार में, मधु पल जाते बीत ।

सुशील सरना /

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