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3 Feb 2025 · 1 min read

।।माँ शारदे।।

।।माँ शारदे।।
माँ शारदे हम तेरी शरन।
करदो कृपा माँ,करदो कृपा माँ।।
भक्ति का तेरी आह्वान हैं।
माता पिता तू ही भगवान है।।
करूं में निशदिन पूजन भजन।
निष्काम हो मेरा तुझपे समर्पन।।
आस ना रख्खू मै इस दुनिया से।
मोह ना रख्खू मै इस दुनिया से।।
अंधकार हो चाहे गहन।
करता रहूं में चिन्तन-मनन।।
शक्ति का तेरी एहसास है।
पूरा माँ तुम पर विश्वास है।।
सतत लेखनी चलती रहे जैसे पवन।
वाणी का सौंदर्य दिखता जहां होता माँ तेरा वंदन।।

बृन्दावन बैरागी”कृष्णा”

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