Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Jan 2025 · 1 min read

हमने नमस्ते की सदा, उत्तर कभी पाया नहीं (हिंदी गजल)

हमने नमस्ते की सदा, उत्तर कभी पाया नहीं (हिंदी गजल)
————————————–
1)
हमने नमस्ते की सदा, उत्तर कभी पाया नहीं
बिखराव रिश्तों में मगर, इस बात से आया नहीं
2)
मतभेद तो मतभेद था, चाहे बहस कितनी हुई
पर ‘आप’ से ‘तू’ पर कभी, मतभेद पहुॅंचाया नहीं
3)
एहसान करके भूलना, थी बात शिष्टाचार की
अपनी कलम से इसलिए,उस बात को गाया नहीं
4)
सम्मान पाने के लिए, सम्मान अपना बेचकर
सम्मान-पत्र खरीद लें, हम को कभी भाया नहीं
5)
संसार में हर एक के, मिटना लिखा है भाग्य में
यह बात है आश्चर्य की, रहती सदा काया नहीं
———————————-
रचयिता: रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा (निकट मिस्टन गंज) रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615451

43 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

#श्री_शीतलाष्टमी
#श्री_शीतलाष्टमी
*प्रणय प्रभात*
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
अपनी हद में ही रहो तो बेहतर है मन मेरे
VINOD CHAUHAN
परिवार
परिवार
Neeraj Kumar Agarwal
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
हर बार धोखे से धोखे के लिये हम तैयार है
manisha
ज़िंदगी में इक हादसा भी ज़रूरी है,
ज़िंदगी में इक हादसा भी ज़रूरी है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
भगवा तन का आवरण,
भगवा तन का आवरण,
sushil sarna
बनके रहा पहाड़ मैं, झूठा लिए गुमान
बनके रहा पहाड़ मैं, झूठा लिए गुमान
RAMESH SHARMA
गीत- लगें कड़वी मगर बातें…
गीत- लगें कड़वी मगर बातें…
आर.एस. 'प्रीतम'
गुमनाम रहने दो मुझे।
गुमनाम रहने दो मुझे।
Satish Srijan
*जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले*
*जीवन सिखाता है लेकिन चुनौतियां पहले*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
हिंदी दोहे - उस्सव
हिंदी दोहे - उस्सव
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
इस संसार मे
इस संसार मे
स्वतंत्र ललिता मन्नू
तिरंगे का रंग थोड़ा और गहरा करने को
तिरंगे का रंग थोड़ा और गहरा करने को
Ankita Patel
बेटी लक्ष्मी रूप है
बेटी लक्ष्मी रूप है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
"समझा करो"
ओसमणी साहू 'ओश'
सवैया छंदों की शृंखला
सवैया छंदों की शृंखला
Subhash Singhai
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
जबकि मैं लोगों को सिखाता हूँ जीना
gurudeenverma198
-संयुक्त परिवार अब कही रहा नही -
-संयुक्त परिवार अब कही रहा नही -
bharat gehlot
जय श्री गणेशा
जय श्री गणेशा
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
परिवर्तन चाहिए तो प्रतिवर्ष शास्त्रार्थ कराया जाए
परिवर्तन चाहिए तो प्रतिवर्ष शास्त्रार्थ कराया जाए
सोनम पुनीत दुबे "सौम्या"
कविता -आओ संकल्प करें
कविता -आओ संकल्प करें
पूनम दीक्षित
रंग
रंग
आशा शैली
यही मेरे दिल में ख्याल चल रहा है तुम मुझसे ख़फ़ा हो या मैं खुद
यही मेरे दिल में ख्याल चल रहा है तुम मुझसे ख़फ़ा हो या मैं खुद
Ravi Betulwala
“एक कोशिश”
“एक कोशिश”
Neeraj kumar Soni
संस्कार
संस्कार
Rajesh Kumar Kaurav
"इच्छाशक्ति"
Dr. Kishan tandon kranti
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
*खड़ा द्वार पर प्यार*
*खड़ा द्वार पर प्यार*
Rambali Mishra
नाम
नाम
vk.veena1576
*बरसातों में रो रहा, मध्यम-निम्न समाज (कुंडलिया)*
*बरसातों में रो रहा, मध्यम-निम्न समाज (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
Loading...